गौरा देवी पर आधारित गीत नाटिका
गौरा- हाथ जोड़ी या गौरा बिनती कनि च,
न काटा यूँ डाळयूँ तै हाथ जोणी च।
यू डाळी छन ये पाडों कू भोळ और आज,
यूँ का प्रति सुरक्षित च या धरती आज ।।
अधिकारी - बाठू रोक न गौरा तू डाळी कटण दी,
सरकरी हुक्म च वे तै हम तै मनण दी ।।
गौरा - प्यार से बौनू छौ प्यार से तुम सुण ल्यावा,
जन तुम ऐ छा वुनि वापस तुम बौडी जवा ।।
डाळयूँ समणी जाण से पैलि हमसे लण पोड़लू,
डाळयूँ कटण से पैली यी गौरा तै कटण पोड़लू ।।
यूँ तै सैंती पाळी हमन अपड़ा नोन्यळ जन,
प्राण त्यागी त बी हमुन डाळयूँ कि रक्षा कन।।
अधिकारी- तिल सामान छै तू गौरा त्येरि क्या औकात च,
घार चूलू चौका कैर तू त्येरि बस कि नि बात च ।।
गौरा - काट द्योलू मि मार द्योलू थमेळी म्येरा हाथ च,
तिलु रौतेली बण जौलू मि या पाड़े नारी जात च।।
चला दीदी भूल्यूँ यूँ डाळयूँ पर तुम चिपकी जवा,
यी धरती का दुश्मनू तै तुम पाड़ बटि दूर भगावा।।
यूँ का प्रताप से बौग्णीन यू गंगा जमना,
यूँ का प्रताप देखि धरती मा बसंत हमना।।
अधिकारी - मान जा गौरा तू बात अबी बी बक्त च,
प्रशासनो कू अयू ऑडर शक्त च ।।
गौरा - जा बोल दिया वे मंत्री मा ,
पाड़ मा कै तिलु रौतेल्यूं जन्म लियेल ।। चिपकी गेन डाळयूँ पर,
चिपको आन्दोलन स्यून चलेयेल ।। अगेलू हमनू जग्येल,
आग अब सरा पाड़ देश मा लगेली ।। चिपको आन्दोलन कि क्रांति ऐगी,
अब यू पर्यवरण बिरोधी सरकार जगेली ।।
न काटा यूँ डाळयूँ तै हाथ जोणी च।
यू डाळी छन ये पाडों कू भोळ और आज,
यूँ का प्रति सुरक्षित च या धरती आज ।।
अधिकारी - बाठू रोक न गौरा तू डाळी कटण दी,
सरकरी हुक्म च वे तै हम तै मनण दी ।।
गौरा - प्यार से बौनू छौ प्यार से तुम सुण ल्यावा,
जन तुम ऐ छा वुनि वापस तुम बौडी जवा ।।
डाळयूँ समणी जाण से पैलि हमसे लण पोड़लू,
डाळयूँ कटण से पैली यी गौरा तै कटण पोड़लू ।।
यूँ तै सैंती पाळी हमन अपड़ा नोन्यळ जन,
प्राण त्यागी त बी हमुन डाळयूँ कि रक्षा कन।।
अधिकारी- तिल सामान छै तू गौरा त्येरि क्या औकात च,
घार चूलू चौका कैर तू त्येरि बस कि नि बात च ।।
गौरा - काट द्योलू मि मार द्योलू थमेळी म्येरा हाथ च,
तिलु रौतेली बण जौलू मि या पाड़े नारी जात च।।
चला दीदी भूल्यूँ यूँ डाळयूँ पर तुम चिपकी जवा,
यी धरती का दुश्मनू तै तुम पाड़ बटि दूर भगावा।।
यूँ का प्रताप से बौग्णीन यू गंगा जमना,
यूँ का प्रताप देखि धरती मा बसंत हमना।।
अधिकारी - मान जा गौरा तू बात अबी बी बक्त च,
प्रशासनो कू अयू ऑडर शक्त च ।।
गौरा - जा बोल दिया वे मंत्री मा ,
पाड़ मा कै तिलु रौतेल्यूं जन्म लियेल ।।
चिपको आन्दोलन स्यून चलेयेल ।।
आग अब सरा पाड़ देश मा लगेली ।।
अब यू पर्यवरण बिरोधी सरकार जगेली ।।
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