मंगल गीतों से शुरुआत

पहाड़ी लोग


जैस दॆई, पृथ्वी माता,
जैस दॆई, खली का गण ,श,
जैस दैई, मॊरी का नारायन,
जै जस द जई, भुमी का भुम्याल,
जैस दास दई, पंचनाम दवता,

बीजी जावा ने खली का गणेश,
बीजी जावा ने मारी का नारायन,
बीजी जावा ने खत्री का खैँड जावा,
बीजी जावा हुनती का पंडौउं,
बीती जावा है काठंयॊँ उदकार ,ं,
बीजी जावा में नौखंडी नरसिंह,

चारारी का सुआ अटारी का सुआ,
द आ सुआ तु सुहागण्यॊं नयातु |
सुनपंखी सुआ लाल ठंठी सुआ,
द आ सुआ तु सुहागण्यॊं नयातु |
विष्णु जी का घर लक्ष्मी दवी,
व गृहार्थ दॆवी नवति की आया |
महादुव जी का घर हली पार्वती द ,वी,
व गृहार्थ दॆवी नवति की आया |

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