पहाड़ी शायरी: पहाड़ों की खूबसूरती और जीवन के अनमोल पल - Pahari Shayari: The beauty of mountains and precious moments of life

पहाड़ी शायरी: पहाड़ों की खूबसूरती और जीवन के अनमोल पल

पहाड़ी शायरी की इस अनमोल संकलन में, हम आपके साथ साझा कर रहे हैं कुछ सुंदर और अर्थपूर्ण शेर, जो पहाड़ों की सुंदरता, वहाँ के जीवन, और संस्कृति को उजागर करते हैं।


मधुर सुर में गीत गाते है लोग
नाटी से झूम जाते हैं लोग।
पहाड़ी भाषा बोलते है लोग
मिल झुल कर रहते हैं लोग।

अपार पहाड़ों की भूमि, वीर और समर्थ बनाती है,
इनके सौंदर्य में हमारी आत्मा विश्राम पाती है।
समय की लहरों में खिलखिलाते हुए,
धरती के सीने में बसे शांति की परिभाषा है।


"पहाड़ी" ग़ज़ल
चढ़ते चढ़ते किसी पहाड़ी पर
अब वो करवट बदल रही होगी

"Pahaadi" ghazal
Chadhte chadhte kisi pahaadi par
Ab wo karwat badal rahi hogi

"पहाड़ी" ग़ज़ल
इस तअल्लुक़ से निकलने का कोई रास्ता दे
इस पहाड़ी पे भी बारूद लगाना न पड़े

"Pahaadi" ghazal
Is taalluq se nikalne ka koi rasta de
Is pahaadi pe bhi barood lagana na pade

"पहाड़ी" ग़ज़ल
उदासी पत-झड़ों की शाम ओढ़े रास्ता तकती
पहाड़ी पर हज़ारों साल की कोई इमारत सी

"Pahaadi" ghazal
Udasi pat-jhadon ki shaam odhe raasta takti
Pahaadi par hazaron saal ki koi imaarat si

"पहाड़ी" ग़ज़ल
इक पहाड़ी पे मैं बैठा रहा देर तक
शौक़ से देखा करूँ ऐसा भी मंज़र न था

"Pahaadi" ghazal
Ik pahaadi pe main baitha raha der tak
Shauq se dekha karoon aisa bhi manzar na tha

"पहाड़ी" ग़ज़ल
सब्ज़ पहाड़ी के दामन में
उस दिन कितना हंगामा था

"Pahaadi" ghazal
Sabz pahaadi ke daaman mein
Us din kitna hungama tha

दरिया हो या पहाड़ हो टकराना चाहिए
जब तक न साँस टूटे जिए जाना चाहिए

Dariya ho ya pahaad ho takraana chahiye
Jab tak na saans toote jiye jana chahiye

उस को देखो लिबास मत देखो
वो पहाड़ी गुलाब है प्यारे

Us ko dekho libaas mat dekho
Wo pahaadi gulab hai pyaare

ख़त्म हो जाए दुखों का ये पहाड़ी सिलसिला
और क़ाएम दो दिलों का हौसला यूँही रहे

Khatam ho jaaye dukhon ka ye pahaadi silsila
Aur qaayam do dilon ka hausla yunhi rahe

ख़त्म होती हैं वहाँ अपनी निगाहों की हदें
कहीं सूरज भी पहाड़ी में ढला करता है

Khatam hoti hain wahan apni nigahon ki haden
Kahin suraj bhi pahaadi mein dhala karta hai

पहाड़ों में छाए हुए घनघोर बादल, परिंदों की मधुर-मधुर सी चहचहाहट
नदियों की लहरें आवाज़ें करती हैं कलकल, खुशियाँ ही खुशियाँ बसती हैं यहाँ हर पल।

Pahaadon mein chhaaye hue ghanaghor baadal, parindon ki madhur-madhur si chahchahat
Nadiyon ki lahrein awaaz karte hain kalkal, khushiyan hi khushiyan bashti hain yahan har pal.

गिरना, उठना, संभल कर चलना
टेड़े-मेड़े से रास्ते पहाड़ों के, सिखाते हैं आगे बढ़ते रहना।

Girna, uthna, sambhal kar chalna
Tede-mede se raste pahaadon ke, sikhate hain aage badhte rehna.

पहाड़ी लोग रोज़गार की तलाश में, शहर जाते हैं।
और शहरी लोग शुद्ध साँसें लेने पहाड़ आते हैं।

Pahaadi log rozgaar ki talash mein, sheher jaate hain.
Aur sheheri log shuddh saansen lene pahaad aate hain.

पहाड़ों के निवासियों का जीवन है तपस्या,
पहाड़ों पर रहना है एक विकट समस्या।

Pahaadon ke nivaasiyon ka jeevan hai tapasya,
Pahaadon par rehna hai ek vikat samasya.

पहाड़ में रहने वालों की, मुश्किलें होती हैं पहाड़ों-सी
फिर भी मुस्कुराहटें हैं, इनकी प्यारी-सी।

Pahaad mein rehne walon ki, mushkilein hoti hain pahaadon-si
Phir bhi muskurahatein hain, inki pyaari-si.

बर्फीली चोटियों पर सूरज की लाली,
पहाड़ की है हर बात निराली।

Barfili chotiyon par suraj ki laali,
Pahaad ki hai har baat niraali.

बादलों के साये में, पर्वतों के आँचल में
राहतें बसती हैं, पहाड़ों की पनाहों में।

Baadalon ke saaye mein, parvaton ke aanchal mein
Rahatien bashti hain, pahaadon ki panahon mein.

पहाड़ की ओट से निकलता,
पहाड़ की ओट में ही छिपता
ऐसा लगता मानों पहाड़ के साये में ही सूरज,
खुद को महफूज समझता।

Pahaad ki ooth se nikalta,
Pahaad ki ooth mein hi chipta
Aisa lagta maanun pahaad ke saaye mein hi suraj,
Khud ko mehfooz samajhta.

बंजर भूमि में भी, लाती हैं हरियाली
ये पहाड़ की नारी, मेहनत से न डरने वाली।

Banjad bhoomi mein bhi, laati hain hariyaali
Ye pahaad ki naari, mehnat se na darne waali.

हर तरफ शांति और सुकून,
खूबसूरत पहाड़ों की वादियाँ
हरे-भरे बुग्याल यहाँ,
फूलों की हैं घाटियाँ।

Har taraf shanti aur sukoon,
Khubsurat pahaadon ki vaadiyaan
Hare-bhare bugyal yahan,
Phoolon ki hain ghaatiyaan.

जो हिम्मत कभी न हारी है,
ये पहाड़ की ही नारी है।

Jo himmat kabhi na haari hai,
Ye pahaad ki hi naari hai.

घमण्ड नहीं संस्कार दिखाए जाते है,
कोई पूछे तो कहना हम पहाड़ से आते है !!

Ghamand nahi sanskaar dikhaye jaate hai,
Koi poohe to kehna hum pahaad se aate hai !!

घर ज़मीं पे है पर हम जन्नत में रहते हैं,
हमे गर्व है कि हम हिमाचल में रहते हैं 🥀🥀

Ghar zameen pe hai par hum jannat mein rehte hain,
Hume garv hai ki hum Himachal mein rehte hain 🥀🥀

स्वर्ग छोड़कर शहरों में बस गए,
अब मंजर ये है की ग्रीन व्यू के लिए तरस गए !!

Swarg chhodkar shehron mein bas gaye,
Ab manzar ye hai ki green view ke liye taras gaye !!

गर्मियों में हो, या जाड़ो में,
बहुत शुकून मिलता है हिमाचल की पहाड़ो में !

Garmiyon mein ho, ya jaado mein,
Bahut sukoon milta hai Himachal ki pahaadon mein !



    कुमाऊँनी शेर: पहाड़ी जीवन का दर्शन

    कुमाऊँ क्षेत्र के जीवन और दर्शन पर आधारित लेख।

    लेख पढ़ें

    कुमाऊँनी शायरी: पहाड़ की मिठास

    कुमाऊँ की मिठास और जीवन की झलक पेश करती शायरी।

    शायरी पढ़ें

    कुमाऊँनी शायरी संग्रह

    कुमाऊँ के पहाड़ी जीवन पर आधारित एक बेहतरीन शायरी संग्रह।

    संग्रह देखें

    कुमाऊँनी शायरी: सुंदर बातें

    कुमाऊँ की सुंदरता और भावनाओं पर आधारित शायरी।

    शायरी पढ़ें

    कुमाऊँनी शायरी: मिठास और सौंदर्य

    कुमाऊँ की सौंदर्य और मिठास को बयां करती शायरी।

    शायरी पढ़ें

    गढ़वाली शायरी: पहाड़ शायरी (भाग 2)

    गढ़वाल की भावनाओं को उजागर करती शायरी का दूसरा भाग।

    शायरी पढ़ें

    गढ़वाली शायरी: पहाड़ शायरी

    गढ़वाल के पहाड़ी जीवन की झलक पेश करती सुंदर शायरी।

    शायरी पढ़ें

    गढ़वाली शायरी: पहाड़ शायरी (भाग 3)

    गढ़वाली परंपरा और प्रकृति से जुड़ी शायरी का तीसरा भाग।

    शायरी पढ़ें

    गढ़वाली शायरी: पहाड़ शायरी (भाग 4)

    गढ़वाली संस्कृति और पहाड़ की सुंदरता को दर्शाती चौथी कड़ी।

    शायरी पढ़ें

    उत्तराखंड के गांवों की यादें

    गढ़वाल और कुमाऊँ के गांवों की खूबसूरत यादें।

    अधिक जानें

    गढ़वाली शायरी: हिंदी और अंग्रेजी में

    गढ़वाली शायरी का हिंदी और अंग्रेजी में अनूठा संग्रह।

    शायरी पढ़ें

    गढ़वाली शायरी का सर्वश्रेष्ठ संग्रह

    गढ़वाल की संस्कृति और भावनाओं का सबसे सुंदर संग्रह।

    संग्रह देखें

    टिप्पणियाँ

    upcoming to download post