Garhwali Shayari Collection - दिल की बातें
Garhwali Shayari Collection - दिल की बातें |
1. तेरी दिनि रुमाल सुवा
अनुवाद: तेरे हाथ में रुमाल, मेरी कलाई पर रखा है। तेरे हाथ में सच है, मेरी यादों में बसा है।
तेरी दिनि रुमाल सुवा, मेरी सिराणा धरीं च। तेरी दिनि समोण सची, मेरी खिसा मा रखीं च। |
2. कमाल का त्यारा नखरा छ्न
अनुवाद: तेरे नखरे अद्भुत हैं, तुम्हारा स्टाइल कमाल का है। तेरी भोली मुस्कान और बेहतरीन हेयरस्टाइल सबको मोह लेती है।
कमाल का त्यारा नखरा छ्न, अजब त्यारु स्टाइल च। भोली तेरी स्माइल च, अर वे म, सुपर हेयर स्टाइल च। |
3. याद औंदी तेरी मन मा
अनुवाद: तेरी यादें मेरे मन में बसती हैं, माया के सपने आंखों में हैं, सारी रात गुज़रती है।
याद औंदी तेरी मन मा ज्यू नि लगदु काम कन मा, माया का सुपिनिया आंख्युं मा, बिंगदुं नि छौं सारी रात्यूं मा। |
4. बिन साग कि रुटी गौला नि जांदि
अनुवाद: बिना साग के रोटी खा नहीं सकती, बिना पानी के मेरी तासीर नहीं रहती। कितनी भी कोशिश कर लूं, लेकिन बिना गुड नाइट कहे मेरी नींद नहीं आती।
बिन साग कि रुटी गौला नि जांदि, बिन पाणि की मेरी तीस नि जांदि। कतगा भि कोशिश करदु सीना की, पर… बिन Good Night ब्वल्या मैते निंद नि आंदि। |
5. ना मिल्न की खुसी होली
अनुवाद: ना मिलने की खुशी है, ना बिछड़ने का ग़म। हर पल उदास रहते हैं हम। हर बात में छिपा है, बस इतना समझो कि यादें भी खुली रहती हैं।
ना मिल्न की खुसी होली, ना बिछुडन कु गम। हरपल उदास छा हम। कन के बतान की कन छीन हम, बस इतगा समझा की ब्याली भी यखुली छा। |
6. बहार अली ते फूल खिला
बहार अली ते फूल खिला,
जिंदगी राली ते फेर मिला।
सपिन्यू मा क्या महल बनाun dagdyo,
Jon aj na t bhol tuti jan.
अनुवाद: बहार में फूल खिलते हैं, जिंदगी में फिर मिलन होता है। सपनों में क्या महल बनाऊं, जो आज ना टूटे।
7. बिल्ली को बीराऊ कहते है
अनुवाद: बिल्ली को हम बीराऊ कहते हैं, चींटी को किरमाऊ। पहाड़ी होकर भी, हम कढ़ी-चावल को झोई-भात कहते हैं।
बिल्ली को बीराऊ कहते है, चींटी को किरमाऊ कहते है। पहाड़ी है भुला हम, कड़ी-चावल को झोई-भात कहते है! |
8. मि क्या छौं वो बस मि ही जणदू।
मि क्या छौं वो बस मि ही जणदू।
लोग मेरा बारा मा सिर्फ अंदाज लगै सक दिन!
अनुवाद: मैं क्या हूं, ये सिर्फ मैं ही जानता हूं। लोग मेरी पहचान पर बस अंदाज़ ही लगा सकते हैं।
9. तेरे ही खयालों में अब
अनुवाद: तेरे खयालों में मेरी हर दिन और रात गुजरती है, हर बात तेरे बारे में ही शुरू और खत्म होती है।
तेरे ही खयालों में अब कटती है मेरी दिन रात, तुझ पर ही शुरु तुझ पर ही खत्म होती मेरी हर बात! |
Garhwali Shayari का मतलब
गढ़वाली शायरी का यह संग्रह पहाड़ी संस्कृति और भावनाओं की गहराई को दर्शाता है। इसमें प्रेम, यादें, और जीवन की सच्चाइयों को खूबसूरती से व्यक्त किया गया है। यह शब्दों का जादू हमें अपनी धरती और संस्कृति के करीब लाता है।
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