प्रेम शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी Love Shayari Garhwali/Pahadi/Kumauni
प्यार का नशा
मिन कच्ची भी पे,
मिन पक्की भी पे,
मिन देशी भी पे,
मिन विदेशी भी पे,
मिन फौजी की रम भी पे,
मिन गोरख्याणियों छगं भी पे,
बैठी की जोगी बाबा दगड़
मिन सुल्फा भंग भी पे,
पर कसम से जु नशा
वींकि ऑख्यों मा छौ
उ नशा कवी नि रै।।
२)
बेस्ट पहाड़ी शायरी
मी धुन बणी जौलु
त तुम गीत बणीन
मैं हिया बणलु
त तुम पराणं बणीन
मी सौं बणलु
त तुम करार बणीन
मी थकी जालु
त तुम मेरू साथ बणीन
अर तुम दूर रौला जु
त सदनि अपणा स्वीणौं
मा रखीन मैं सदानि
अफु मा ही रखिन |
३)
बेस्ट पहाड़ी शायरी
तू दिख्यांदी जनि जुन्याली ...
सच्ची त्यारा सौं.... ..
जब हुन्दी नि छुई रूपा की ..
पैली त्यारू नौ....
4)
खूबसूरत रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी
रोग पुराणू कटेयी ज़िन्दगी नयी ह्वेगे
तेरू मुल मुल हैंसणू दवाई ह्वेगे
5)
यूं जु मेरु दिल धक ड्यान्दू
वेंगा बिना नि रे पान्दू
और तुम ब्वना की तू छोड़ दे वेता
यूं घुट घुट जीण से अच्छू मैं मर ही जांदू
6)
शायरी पहाड़ी
पहाड़ों से ही शुरू होती है
और पहाड़ों पर ही खतम
हमारी कहानी बस इतनी सी है,
उत्तराखंडी है हम.....
7)
शायरी गढ़वाली
पहाड़ों से ही शुरू होती है
और पहाड़ों पर ही खतम
हमारी कहानी बस इतनी सी है,
गढ़वाली है हम.....
8)
शायरी कुमाउनी
पहाड़ों से ही शुरू होती है
और पहाड़ों पर ही खतम
हमारी कहानी बस इतनी सी है,
कुमाउनी है हम.....
9)
शायरी पहाड़ी
पहाड़ों से ही शुरू होती है
और पहाड़ों पर ही खतम
हमारी कहानी बस इतनी सी है,
पहाड़ी है हम.....
Jaidev Bhumi
उत्तराखंड के खूबसूरत पहाड़ों, सांस्कृतिक धरोहर, और धार्मिक स्थलों की यात्रा पर आपका स्वागत है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें