बेहद रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी (Extremely romantic poetry Garhwali/Pahari/Kumaoni)

बेहद रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी (Extremely romantic poetry Garhwali/Pahari/Kumaoni)

१) 

बेहद रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी


हे भैजि, .. कख़ा छिन्न।
ब्योड्डु तिमला पक्यां छिन्न।
ब्याळि ओन्दा... खीर खंदा,
आज भैंसा... थक्यां छिन्न।
२) 

खूबसूरत रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी


"मैं तुमसि बहुत प्यार करदु पर याद रख्या"
मेरु विश्वास और तुमारा हडगा एकी दिन टुटणा
३) 

बेहद रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी


उइल प्यारल कौ आंखू मे चहाओ
के आंण लै रौ नजर
मील कौ पैलि आंख साफ कर
गिधड़ लै रयी गिधड़.....
४) 

खूबसूरत रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी


मैं काव-पट्ट भट्ट ज्यस
तू चांवो ज्यस सुकिल
के भलौ राजौड़ बनौल
जो हम द्ववी जौल मिल....
५) 

बेहद रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी


ख्याल त्येरू मैं दगडी दिन रात रेंदू. 
मन ब्वोदू हाथों माँ त्येरू हाथ चेंदू. 

जिकुड़ी करदी धड़क धड़क, 
कब मिलली त्येरी एक झलक. 

त्येरी मुखडी द्येखी ही त औंदी 
म्येरी मुखड़ी मां चमक धमक. 

त्वे मिलण कु मनमा भारी कबलाट रेंदू. 
ख्याल त्येरू मैं दगडी दिन रात रेंदू

६) 

खूबसूरत रोमांटिक शायरी गढ़वाली/पहाड़ी/कुमाउनी


हालत ब्वे बाबा कि तै दिन बटी ख़राब हे
 पढायूं लिखायूं नौनू जै दिन बटी साब हे

जीन नि सिखै हो ब्वे बाबा की कदर कन
 तुमे ब्वौला स्य किताब बी क्वे किताब हे

विधाता च जु सबूं कु हिसाब किताब करदू
 कैगु सनक्वाळी त कैगु धेर से हिसाब हे

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