माँ भगवती को समर्पित न्यायकी देवी चन्डिका मंदिर चंडिका घाट पिथौरागढ

माँ भगवती को समर्पित न्यायकी देवी चन्डिका मंदिर चंडिका घाट पिथौरागढ



1.  देवी भगवती को समर्पित यह देवालय राम गंगा नदी के तट पर पिथौरागढ़ से पैंतीस किलोमीटर दूर, अस्कोट गंगोलीहाट प्राचीन पैदल मार्ग पर स्थित है। #चंडिका_न्याय की देवी मानी जाती है।


2.  अगर किसी व्यक्ति को न्यायालय से न्याय प्राप्त नहीं होता तो वह व्यक्ति यहां आकर देवी से #न्याय की गुहार लगाता है और देवी अपने भक्तजनों को न्याय प्रदान करती है। मंदिर अत्यन्त मनोहारी स्थान पर प्रकृति के बीच सुरम्य वनों से घिरा हुआ है। #नवरात्रियों में यहां प्रतिदिन भक्तों का विशालजमघट लगता है।


3.  यहां एक #शिव का भी मंदिर है। यहां उत्तरायणी #मकर संक्रांति को मेले का आयोजन होता है। यहां बलि पूजा का भी विधान है। देवी पुराण में उल्लेख है कि महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी ने यहां हवन व तप किया था। 


4.  देवी चंडिका को महादेव शिव की अर्धांगिनी माना जाता है। पूजन पर देवी अपने भक्तों व स्थानीय जनता की प्रकृति के प्रकोप से सदैव रक्षा करती है और उन्हें धन धान्य प्रदान करती है।

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