पहाड़ी सब्जी 'गडेरी सांग'

 गडेरी सांग (PAHARI GADHERI)

                 आज कल अल्मोड़ा (पहाड़) के बाज़ार में गडेरी ही गडेरी दिखाई दे रही है क्योंकि पहाड़ी लोगों में गडेरी की सब्जी अपने  स्वाद व विशेष गुणों के लिए काफी पसंद की जाता है। 

             मालूम है,  इसमें विटामिन, पोटेशियम, कैल्शियम, प्रोटीन के अलावा आयरन आदि महत्वपूर्ण पोषक तत्व रहते हैं। गडेरी शरीर को ताकत देती है। गडेरी में भारी फाइबर और कैलोरी की कम मात्रा की वजह से यह वजन घटाने का काम करती है।




                     पहाड़ी गडेरी खाने के फायदे-  चेहरे से सबंधित समस्या जैसे  त्वचा पर पड़ी झुर्रियों को भी ठीक करती है। इसे खाने से गुर्दे, मांसपेशियां और शरीर की नसें सभी ठीक रहकर काम करती हैं।   गडेरी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखती है। गडेरी डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है।  आपको डिप्रेशन व अवसाद से भी बचाती है। जिस वजह से आपको अच्छी नींद भी आती है। दिल की बीमारियों से बचने के लिए गडेरी  सब्जी का सेवन करना चाहिए। यह कम बसा और कम कोलेस्ट्राल वाली होती है। विटामिन ई और फाइबर की अधिक मात्रा होने से यह दिल की सेहत अच्छी रखती है।

      गडेरी की सब्जी में जैसे मेथी-गडेरी, लाईं-गडेरी, भांग डाली गडेरी, गडेरी के गूटके खुब खाई बनाईं जा रही है।


टिप्पणियाँ

Popular Posts

Pahadi A Cappella 2 || Gothar Da Bakam Bham || गोठरदा बकम भम || MGV DIGITAL

एक कहानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की

Pahadi A Cappella 2 || Gothar Da Bakam Bham || गोठरदा बकम भम || MGV DIGITAL

कुमाऊँनी/गढ़वाली गीत : धूली अर्घ (Kumaoni/Garhwali Song : Dhuli Argh)

माँगल गीत : हल्दी बान - मंगल स्नान ( Mangal Song : Haldi Ban - Mangal Snan)