स्वर्ग रोहिणी धरती का मात्र एक स्थान जहां से स्वर्ग जाया जा सकता है

 बद्री नाथ केदार नाथ धाम की यात्रा तो हजारों प्राणी करते है परंतु सतोपंत स्वर्गरोहणी(धरती पर एक मात्र स्थान जहाँ से शरीर सहित स्वर्ग जाया जा सकता है) की यात्रा चंद प्राणी ही कर पाते है!



उत्तराखंड देवभूमि है यहाँ अनेको कोटि के देवी देवताओं का वास है, सतोपंत के बारे मे हम पिछली पोस्ट मे बता चुके है आज हम आपको भीम सीला के बारे मे बताएंगे, माना जाता है जब 5भाई पंडवास द्रोपती के शाथ स्वर्गारोहणी की यात्रा कर रहे थे तो इस स्थान पे आके माता द्रोपती को ये नदी पार करने मे भय लग रहा था, तब भीम ने एक बड़ी सीला नदी के ऊपर रख यह पुल बनाया था जिसे आज भीम सीला के नाम से जाना जाता है भीम सीला के नजदीक कुलदेवी का मंदिर है जहाँ द्रोपती ने अपनी देह त्यागी थी, पांच भाई पांडव और द्रोपती मे से सिर्फ युधिष्ठिर ही शरीर सहित स्वर्ग गये थे, 4भाई पांडव ने जहाँ जहाँ अपनी देह त्यागी उन स्थानों से जुड़ी कहानियां स्कंद पुराण मे वर्णित है, जहाँ भीम ने देह त्यागी थी वह सरोवर दुनिया का सबसे पवित्र सरोवर माना जाता है जहाँ एकादशी के दिन ब्रह्मा विष्णु महेश साक्षात स्नान करने आते है!

जहाँ कण कण मे है हरि का वाश

उस भारत भूमि को प्रणाम 🙏

टिप्पणियाँ