कटारमल सूर्य मन्दिर (सूर्य नमस्कार के 10 फायदे) - Katarmal Sun Temple (10 Benefits of Surya Namaskar)
सुप्रभात सूर्य नमस्कार क्या है और सूर्य नमस्कार के 10 फायदे
- सूर्य नमस्कार को कब करना चाहिए और सबसे अच्छा समय
सूर्य नमस्कार करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है. सूर्य नमस्कार में दो सेट होते हैं, जो 12 योग मुद्राओं से बना होता है.
हालाँकि सूर्य नमस्कार दिन के किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सबसे उपयुक्त और लाभकारी समय सूर्योदय का होता है क्योंकि यही वह समय होता है जब सूर्य की किरणें आपके शरीर को पुनर्जीवित करती हैं और आपके दिमाग को तरोताजा कर देती हैं। दोपहर में इसका अभ्यास करने से आपके शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है जबकि शाम के समय इसका अभ्यास करने से आपको आराम मिलता है।
Good morning, what is Surya Namaskar and 10 benefits of Surya Namaskar? |
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सूर्य नमस्कार क्या है
सूर्य नमस्कार 12 योगासनों को मिलाकर बनाया गया है. हर एक आसान का अपना महत्व है. इसे करने वाले का कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ अच्छा होता है. साथ ही शरीर में खून का संचार भी दुरुस्त होता है. सूर्य नमस्कार के जरिए आप अपना तनाव कम कर सकते हैं और बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है.
सूर्य नमस्कार 12 योगासनों को मिलाकर बनाया गया है. हर एक आसान का अपना महत्व है. इसे करने वालों का कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य अच्छा रहता है. साथ ही शरीर में खून का संचार भी दुरुस्त होता है. सूर्य नमस्कार के जरिए आप अपना तनाव कम कर सकते हैं और इससे शरीरी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है.
सूर्य नमस्कार शुरू करने के कुछ ही समय के भीतर आप अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति में काफी अंतर पाएंगे. एक नजर सूर्य नमस्कार के 10 फायदों पर
सूर्य नमस्कार के 10 फायदे
- आपका स्वास्थ्य निखरता है
सूर्य नमस्कार को डेली रूटीन में शामिल कर सही तरीके से किया जाए तो आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आएगी. 12 आसनों के दौरान गहरी सांस लेनी होती है जिससे शरीर को फायदा होता है.
- बेहतर पाचन तंत्र
सूर्य नमस्कार के दौरान उदर के अंगों की स्ट्रेचिंग होती है जिससे पाचन तंत्र सुधरता है. जिन लोगों को कब्ज, अपच या पेट में जलन की शिकायत होती है, उन्हें हर सुबह खाली पेट सूर्य नमस्कार करना फायदेमंद होगा.
- मासिक-धर्म रेगुलर होता है
अगर किसी महिला को अनियमित मासिक चक्र की शिकायत है, तो सूर्य नमस्कार के आसन करने से परेशानी दूर होगी. इन आसनों को रेगुलर करने से बच्चे के जन्म के दौरान भी दर्द कम होता है.
- रीढ़ की हड्डी को मिलती है मजबूती
सूर्य नमस्कार के दौरान स्ट्रेचिंग से मांसपेशी और लीगामेंट के साथ रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और कमर लचीला होता है.
- सूर्य नमस्कार से आप रहेंगे जवान
सूर्य नमस्कार करने से चेहरे पर झुर्रियां देर से आती हैं और स्किन में ग्लो आता है.
- सूर्य नमस्कार करने से पेट कम होता है
आसनों से उदर की मांसपेशी मजबूत होती है. अगर इन्हें रेगुलर किया जाए, तो पेट की चर्बी कम होती है.
- डिटॉक्स करने में मिलती है मदद
आसनों के दौरान सांस साँस खींचना और छोड़ने से फेंफड़े तक हवा पहुंचती है. इससे खून तक ऑक्सीजन पहुंचता है जिससे शरीर में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड और बाकी जहरीली गैस से छुटकारा मिलता है.
- दूर रहेगी हर चिंता
सूर्य नमस्कार करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और नर्वस सिस्टम शांत होता है जिससे आपकी चिंता दूर होती है. सूर्य नमस्कार से एंडोक्राइन ग्लैंड्स खासकर थॉयरायड ग्लैंड की क्रिया नॉर्मल होती है.
- शरीर में लचीलापन आता है
सूर्य नमस्कार के आसन से पूरे शरीर का वर्कआउट होता है. इससे शरीर फ्लेक्सिबल होता है.
- वजन कम करने में मदद
सूर्य नमस्कार करने आप जितनी तेजी से वजन कम कर सकते हैं, उतनी जल्दी डायटिंग से भी फायदा नहीं होता. अगर इसे तेजी से किया जाए तो ये आपका बढ़िया कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट हो सकता है.
सूर्य नमस्कार कौन न करे
- गर्भवती महिला तीसरे महीने के गर्भ के बाद से इसे करना बंद कर दें
- हर्निया और उच्च रक्ताचाप के मरीजों को सूर्य नमस्कार नहीं करने की सलाह दी जाती है
- पीठ दर्द की समस्या से ग्रस्त लोग सूर्य नमस्कार शुरू करने से पहले उचित सलाह जरूर लें
- महिलाएं पीरियड के दौरान सूर्य नमस्कार और अन्य आसन न करें
रोज 10 सूर्य नमस्कार करने से क्या होता है
सूर्य नमस्कार लचीलेपन, ताकत और समग्र फिटनेस में सुधार करने में मदद करता है । यह मानसिक फोकस को भी बढ़ा सकता है और तनाव को कम कर सकता है। इसके नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक संतुलन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
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