15+प्रसिद्ध गढवाली कहावतें( पहाड़ी कहावतें prasiddh gadhavaalee kahaavaten( pahaadee kahaavaten)

15 + प्रसिद्ध गढवाली कहावतें( पहाड़ी कहावतें)

15 कहावतें गढवाली में /पुरानी गढवाली कहावतें / गढवाली मजेदार कहावतें

कुछ अपणी गढ़वाली/लोकोक्तियां कहावतें / गढ़वाली कहावतें  ( पहाड़ी कहावतें ) कुछ गढ़वाली औखाण (मुहावरों) का मजा आप भी लीजिये
  1. कौजाला पाणी मा छाया नि आन्दी ।
  2. अपड़ा लाटा की साणी अफु बिग्येन्दी ।
  3. बड़ी पुज्यायी का भी चार भांडा, छोटी पुज्यायी का भी चार भांडा ।
  4. अपड़ा गोरुं का पैणा सींग भी भला लगदां ।
  5. साग बिगाड़ी माण न, गौं बिगाड़ी रांड न ।
  6. कोड़ी कु शरील प्यारु, औंता कु धन प्यारु ।
  7. कुक्कूर मा कपास और बांदर मा नरियूल ।
  8. सारी ढेबरी मुंडी माँडी , अर पुछ्ड़ी दाँ न्याउँ (म्याउँ) ।
  9. दान आदिम की बात और आँमला कु स्वाद, बाद मा आन्दु ।
  10. बान्दर का मुंड मा टोपली नि सुवान्दी ।
  11. हाथा की त्येरी, तवा की म्यरी ।
  12. कखी डालु ढली, खक गोजु मारी ।
  13. बाखुरी कु ज्यू भी नि जाऊ, बाग भी भुकु नि राऊ ।
  14. लौ भैंस जोड़ी, नितर कपाल देन्दु फ़ोड़ी ।
  15. जख मेल तख खेल, जख फ़ूट तख लूट ।
  16. जाणदु नि च बिछी कु मंत्र, साँपे दुली डाल्दु हाथ ।

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