दीपावली पर्व: उत्तराखंड में विशेष रीति-रिवाज और परंपराएं - Deepawali Festival: Special Customs and Traditions in Uttarakhand
दीपावली पर्व: उत्तराखंड में विशेष रीति-रिवाज और परंपराएं
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दीपावली पर्व उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में पौराणिक परंपराओं और स्थानीय संस्कृति के अनुसार विशेष रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। यहां के लोग अपने सांस्कृतिक विरासत को संजोते हुए दीपावली का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
दीपावली की विशेष परंपराएँ
उत्तराखंड में दीपावली पर विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं। पर्व के दौरान, गाय, बैलों, और पेड़-पौधों की पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता है। खासकर गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में दीपावली के पहले दिन "बल्दी बग्वाल" मनाई जाती है। इस दिन विशेष पकवान जैसे जौ का आटा, चावल, झंगोरा, भट्ट, गहत की दाल, पूड़ी, पकोड़े और हल्दी मिलाकर बनाए जाते हैं जिन्हें "पिंडा" कहा जाता है। इन पिंडों को बनाकर पूजा के बाद पशुओं को खिलाया जाता है।
तीर्थनगरी ऋषिकेश में बग्वाल पर्व की धूम
ऋषिकेश और उसके आसपास के क्षेत्रों में बग्वाल पर्व का विशेष महत्व है। यहां के गढ़वाली लोग अपने पारंपरिक अंदाज में इस पर्व को मनाते हैं, जिसमें गायों की विशेष पूजा की जाती है। बुधवार को ऋषिकेश और उसके ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी दिवाली को गढ़वाली रीति-रिवाजों के अनुसार बग्वाल पर्व के रूप में मनाया गया। क्षेत्रवासियों ने गायों को नहलाकर उन्हें मंडुवे और चावल से बने पकवानों का भोग लगाया, सरसों का तेल उनके सींगों पर लगाया गया और उन्हें फूलों की मालाओं से सजाया गया।
बग्वाल पर्व का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राजे नेगी के अनुसार, उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में छोटी दिवाली को बग्वाल पर्व के रूप में मनाया जाता है। दीपावली के ठीक 11 दिन बाद इगास बग्वाल का पर्व मनाया जाता है, जिसमें रक्षाबंधन के दिन हाथ पर बंधा रक्षासूत्र गाय के बछड़े की पूंछ पर बांधा जाता है, जिससे मन्नतों की पूर्ति के लिए आशीर्वाद मांगा जाता है।
पर्व की विशेष विधियाँ और प्रसाद
बग्वाल और गोवर्धन पूजा दोनों ही पर्वों पर गाय माता की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन मंडुवे और चावल से बने पकवानों का भोग लगाया जाता है और पूरी, पकौड़े, स्वाले जैसे पारंपरिक व्यंजनों का प्रसाद तैयार किया जाता है। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से इको-फ्रेंडली दिवाली मनाने की भी अपील की जाती है।
शुभकामनाएँ
आप सभी को बग्वाल पर्व और दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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