बांज वृक्ष (Oak Tree) की पूरी जानकारी (Complete information about the Oak Tree.)

बांज वृक्ष (Oak Tree) की पूरी जानकारी

समुद्र तल से 1800 मीटर की ऊंचाई पर बांज  ( Oak) "बांझ" के पेड़ पाए जाते हैं । बांझ के पेड़ उत्तराखंड में अधिक पाए जाते हैं । पूरे उत्तराखंड  में बांज  ( Oak) "बांझ" के पेड़ पाए जाते हैं । बांज  ( Oak) बांझ को उत्तराखंड में हरा सोना भी कहा जाता है ।

बांझ पूरे विश्व में एकमात्र ऐसा पेड़ है जो वायुमंडल से नमी को खींच कर भूमि तक पहुंचा देता है । इसलिए जहां भी बांझ के पेड़ पाए जाते हैं उस क्षेत्र में पानी भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है ।

बांझ की दूसरी विशेषता है कि इसकी ताजा काटी गई लकड़ी भी आग में फटाफट जलती है । इसकी पत्तियां गुलाब की पत्तियों की भांति बाहर की ओर से आरी की तरह कटी हुई होती हैं । पत्तियों के नीचे का भाग सफेद रंग का और ऊपर का भाग गहरे हरे रंग का होता है । तेज हवा चलने पर जब इसकी पत्तियां उलटी हो जाती हैं तो चांदी जैसी चमकती हैं ।
इसका फल ओषधीय गुणयुक्त होता है । बिच्छू के डंक मारे गए स्थान पर इसके फल को घिसकर लगाने से बहुत लाभ होता है ।

1. आकार :- सामान्य बांज वृक्ष की ऊंचाई लगभग 20 से 22 मीटर एवं मोटाई 2 मीटर तक होती है। बांज पेड़ की फैलाव 10 से 15 मीटर होती है।

2. पत्ते का आकार :- बांज वृक्ष का पत्ता 10 से 15 सेंटीमीटर लंबा और 3 सेंटीमीटर चौड़ा जो दिखने में हरे रंग की होती है। वसंत ऋतु के आगमन के समय इसके पत्ते का रंग पीला हो जाता है, जो दिखने में काफी आकर्षक एवं सुंदर होती है। बांज के पत्ते का सबसे खास बात यह है, इसमें एक अद्भुत तरह का औषधि पाया जाता है जिसके कारण इसके पत्ते में कीड़े मकोड़े कभी नहीं लगते है।

3. जीवनकाल :- बांज वृक्ष का औसतन जीवन काल 200 से 300 वर्ष के बीच होती है। वही pechanga great oak नामक प्रजाति का बांज लगभग 2000 वर्ष तक जीवित रहता है जो अमेरिका के कैलिफोर्निया नामक स्थान में स्थित है। और laurel oak नामक प्रजाति का बांज केवल 85 वर्ष तक जीवित रहता है।

4. फूल :- बांज का फूल वसंत ऋतु के आगमन में फूलता है जिसमे एक टहनी में नर, तो दूसरे टहनी में मादा फूल खिलती है जो दिखने में पीले रंग की होती है। बांज वृक्ष इसी वजह से दिखने में बेहद आकर्षक एवं खूबसूरत होती है।

बांज वृक्ष (Oak Tree) के अद्भुत रोचक तथ्य

नाम                       –      हिंदी में वृक्ष
अंग्रेजी में                –      oak tree
वैज्ञानिक नाम         –         क्वार्कस
जीवन काल            –        200 से 300 वर्ष
जगत                      –        पादप
वंश                         –        क्वेर्कस
प्रजातियां                 –        600
फल                        –       एकोर्न
निवास                     –      अमेरिका महाद्वीप

बांज वृक्ष (Oak Tree) के फल की पूरी जानकारी

बांज वृक्ष के फल को एकोर्न कहते हैं जो दिखने में अखरोट के जैसा होता है। एकोर्न के ऊपरी हिस्सा जो फल को पकड़ के रखता है उसे एकोर्न का टोपी कहते है। इसका स्वाद मीठा होता है, लेकिन कुछ प्रजाति के फल का स्वाद कड़वा होता है। एकोर्न को पकने में 8 से 20 महीने तक का समय लग सकता है । बांज पेड़ अपने जीवनकाल में लगभग 10 मिलियन एकोर्न फल देता है।

एकोर्न में पाए जाने वाले विटामिन एवं पोषक तत्व

विटामिन :- विटामिन a, विटामिन b, विटामिन b6, विटामिन c आदि

पोषक तत्व :- मैग्नीज60%, कोपर31%, मैग्नीशियम17%, फास्फोरस11%, पोटेशियम 11%, आयरन6%, कैल्शियम4%, जिंक5%

  • बहुत ऐसे शाकाहारी जानवर है जो इसे भोजन के रूप में प्रयोग करते हैं।
  • कबूतर, मैना, कोयल जैसे पक्षी इसके दाने का सेवन करती हैं।
  • एकोर्न फल से टैनिन नामक रस निकलता है, जो चमड़ा उद्योग में काफी सहायक होता है।
  • एकोर्न फल का अधिकांश उपयोग सूअर व्यापारियों के द्वारा किया जाता है, एकोर्न फल को गर्म पानी में उबालकर उससे टैनिन नामक रस निकाल के फल से अलग किया जाता है, और बाकी बीज का उपयोग सुअर के भोजन में प्रयोग किया जाता है।
एकोर्न फल के नुकसान
  • बकरी, घोड़ा, बैल, गाय आदि जानवरों को एकोर्न फल का सेवन अल्प मात्रा में करने दे। अगर अधिकांश मात्रा में सेवन करते हैं तो उनका तबीयत खराब हो सकता है।
  • एकोर्न फल के कुछ ऐसे प्रजाति है जिनका स्वाद कड़वा होता है।
बांज वृक्ष (Oak tree) के वैज्ञानिक व अन्य नाम

बांज वृक्ष का वैज्ञानिक नाम क्वार्कस है, इसको स्थानीय भाषा में बलुत कहते है। अंग्रेजी में Oak tree, हिंदी में बलुत, बांज, शाहबलुत है।

बांज वृक्ष (Oak tree) के अद्भुत फायदे

  1. मानव की उत्पत्ति से पहले बांज वृक्ष की उत्पत्ति पृथ्वी पर हुई थी।
  2. आदिवासी लोग बांज वृक्ष के लकड़ी का उपयोग जलावन के रूप में करते हैं।
  3. बांसुरी, डफली, ढोल, नगाड़ा जैसे वाद्य यंत्रों में बांज वृक्ष के लकड़ी का उपयोग किया जाता है।
  4. बांज वृक्ष के लकड़ी काफी मजबूत होती है इसलिए इसका उपयोग रेल गाड़ी के पटरी के रूप में प्रयोग किया जाता हैं।
  5. प्लाईवुड, दरवाजा, खिड़की, कुर्सी आदि बनाने के लिए बांज वृक्ष के लकड़ी का उपयोग किया जाता है।
  6. पुराने समय में बांज वृक्ष के छाव में गांव की बैठकी होती थी।
  7. बांज वृक्ष के जड़ काफी फैले होते हैं, जो वर्षा के पानी को अवशोषित करते हैं जो बाढ़ कम करने में सहायता करती है।
  8. बांज वृक्ष के लकड़ी का उपयोग ट्रक गाड़ी के ट्रॉली बनाने में किया जाता है।
  9. बांज वृक्ष के लकड़ी का दाम लगभग ₹1500/ क्यूबिक फिट होती है। जगह के अनुसार इसका दाम अलग-अलग है।
  10. बांज वृक्ष (Oak tree) के ऐतिहासिक जानकारी
  11. ग्रीक नामक देश के राजा जीऊस इन्होंने बांज वृक्ष को पवित्रता एवं सुंदरता का प्रतीक बताए थे।
  12. 18 वीं शताब्दी के आसपास ब्रिटिश सरकार के द्वारा बांज वृक्ष के लकड़ी का उपयोग नौसेना के जहाज बनाने में किया करते थे।
  13. बांज वृक्ष (Oak tree) को संरक्षण कैसे करें
  14. बांज एक विशालकाय वृक्ष है जिसको पानी की अधिकांश आवश्यकता होती है इसलिए समय-समय पर पानी देते रहना चाहिए ताकि वृक्ष का विकास हो सके।
  15. मानसून के आगमन से पहले बांज वृक्ष के टहनियों की छटाई करनी है, जिससे वृक्ष ज्यादा बढ़ सके।

बांज वृक्ष (Oak tree) के पौधे को हम कहा लगा सकते है।

बांज वृक्ष को हम बगीचे, नदी के किनारे, रोड के किनारे आदि जगहों में लगा सकते है। रोड के किनारे लगाने से यह विषैली गैस जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड को अवशोषित करता है और बदले में ऑक्सीजन प्रदान करता है।

बांज वृक्ष (Oak tree) की महत्वपूर्ण प्रजातियां

पूरे विश्व में बांज वृक्ष के लगभग 600 प्रजातियां मौजूद है।
भारत मे इसकी कुल 16 प्रजातियां मौजूद है। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण प्रजातियां जिनेक बारे में आपको जानना बहुत जरूरी है।
  1. White oak। सफेद बांज :- बांज वृक्ष की यह प्रजाति अमेरिका के साथ साथ टैक्सास, फ्लोरिडा नामक देश में पाया जाता है। इसका निवास स्थान अमेरिका है। सफेद बांज का वैज्ञानिक नाम Quercus alba है।
  2. Black oak । काला बांज :- इस प्रजाति के बांज वृक्ष का निवास स्थान उत्तरी अमेरिका है, इसका वैज्ञानिक नाम Quercus velutina है।
  3. Laurel oak। लॉरेल बांज :- बांज वृक्ष के इस प्रजाति का निवास स्थान दक्षिणी अमेरिका है। काम समय तक जीवित रहने वाला प्रजाति यही है। इसका वैज्ञानिक नाम Quercus laurifolia है।
  4. English oak । अंग्रेजी बांज :- यह यूरोपीय एवं एशियाई देशों में पाई जाती है इसका मूल निवास स्थान भारत है। अंग्रेजी बांज का वैज्ञानिक नाम Quercus robur है।
  5. Blue oak । नीला बांज :- इसका निवास स्थान कैलिफोर्निया है। नीला बांज का वैज्ञानिक नाम Quercus dougla है।
  6. Chinkapin oak। चिंकापिन बांज :- चिंकापिन बांज नामक प्रजाति का मूल निवास स्थान उत्तरी अमेरिका है। इसका वैज्ञानिक नाम Quercus muehlenbergii है।
  7. Great oak। महान बांज :- इसका निवास स्थान इंग्लैंड है। यह बांज की प्रजातियों में सबसे अधिक समय तक जीवित रहने वाला है। महान बांज का वैज्ञानिक नाम Quercus robur है।
  8. Post oak । पोस्ट बांज :- इस प्रजाति का पेड़ बहुत धीमी गति से बढ़ता है इसका निवास स्थान अमेरिका है, जो पूरी दुनिया में पाया जाता है। पोस्ट बांज का वैज्ञानिक नाम Quercus stellata है।
  9. Chestnut oak। चेस्टनट बांज :- चेस्टनट बांज नामक प्रजाति का मूल निवास स्थान दक्षिणी पश्चिमी अमेरिका है। इसका वैज्ञानिक नाम Quercus prinus है।
  10. 10. Water oak। जल बांज :- यह टैक्सास, कनाडा, वेस्टइंडीज आदि जगह पर इसकी प्रजाति पाई जाती है इसका मूल निवास स्थान संयुक्त राज्य अमेरिका है। जल बांज का वैज्ञानिक नाम Quercus nigra है।

बांज वृक्ष के कुछ ऐसे महत्वपूर्ण जानकारी जो अक्सर पूछे जाते हैं।

  • बांज वृक्ष संयुक्त राज्य अमेरिका, पोलैंड, वेल्स, इंग्लैंड, फ्रांस, एंटोनिया जैसे देशों का राष्ट्रीय वृक्ष है।
  • बांज वृक्ष की उपस्थिति अंटार्कटिका महाद्वीप को छोड़ शेष सभी महाद्वीपों में इसकी उपस्थिति दर्ज है। लेकिन अधिकांश प्रजातियां अमेरिका में उपस्थित है इसलिए हम इसका मूल निवास स्थान अमेरिका को कह सकते हैं।
  • संपूर्ण विश्व में बांज वृक्ष की लगभग 600 प्रजातियां पाई जाती है।
  • बांज एक झाड़ी नुमावृक्ष है। इसलिए अधिकांश झाड़ी वन में देखा जाता है।
  • बांज वृक्ष का जीवनकाल 300 से 400 वर्ष के बीच होने का अनुमान है।

बांज वृक्ष (Oak tree) के बारे में 10 लाइन

  • फ्रांस, एंटोनिया, इंग्लैंड, जर्मनी, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, वेल्स, संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रीय पेड़ है।
  • बांज वृक्ष मूल निवास स्थान अमेरिका है।
  • बांज वृक्ष पूरी दुनिया में 600 प्रजातियां मौजूद है।
  • बांज वृक्ष पहाड़ी इलाकों में अधिक मात्रा में पाई जाती है ।
  • बांज वृक्ष का औसतन जीवन काल 300 से 400 वर्ष के बीच होती है।
  • पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा अमेरिका में इसके पेड़ पाए जाते हैं।
  • बांज वृक्ष के फल से एकोर्न नामक रस निकलता है।
  • बांज वृक्ष का वैज्ञानिक नाम quercus है।
  • बांज वृक्ष को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।
  • बांज वृक्ष काफी विशालकाय एवं मजबूत पेड़ है।

दोस्तों मुझे खुशी होगी यह जानकर कि आपको हमारा लेक Oak tree in Hindi आपको बेहद पसंद आया हो अगर हमसे गलती से किसी प्रकार की जानकारी छूट गई है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं।

टिप्पणियाँ