नैनीताल के झीलों की दुनिया: एक यात्रा का अनुभव
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नैनीताल में लगभग 60 झीलें हुआ करती थीं, लेकिन अब केवल 11 प्रमुख झीलें ही बची हैं। इन झीलों के आसपास का वातावरण शांति और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, जो हर पर्यटक को आकर्षित करता है। चलिए, जानते हैं इन झीलों के बारे में विस्तार से।
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नैनीताल में कितने ताल हैं
- नैनी झीलयह नैनीताल की सबसे प्रसिद्ध झील है, जो नगर के बीचों-बीच स्थित है। यह झील आकार में अम्बा के आकार की प्रतीत होती है, और इसका लंबाई 1,432 मीटर, चौड़ाई 457 मीटर, और गहराई 27.3 मीटर है। पर्यटक यहाँ बोटिंग का आनंद लेते हैं और झील के किनारे बैठकर इसकी सुंदरता का आनंद लेते हैं। इसके आसपास की पहाड़ियाँ जैसे देवपाटा, आल्मा पीक, और अयारपाटा इसकी सुंदरता को और बढ़ाती हैं।
- भीमतालभीमताल, नैनीताल से 22 किलोमीटर दूर स्थित है और यह समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसे 1883 में ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था ताकि आस-पास के गांवों को पानी की आपूर्ति की जा सके। इसके बीच में एक छोटा सा द्वीप भी है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है। यह झील महाभारत के भीम के नाम से प्रसिद्ध है, जिन्हें इसे खोदने का श्रेय दिया जाता है।
- हरीशतालहरीशताल ओखलकांडा ब्लॉक में स्थित है और यहाँ पर बहुत कम लोग आते हैं। यह झील अछूती है और शांति का अनुभव देती है। यहाँ पहुँचने का मार्ग थोड़ा कठिन है, लेकिन यदि आप यहाँ पहुंचते हैं तो आपको एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिलेगा।
- साततालसातताल झील नैनीताल जिले में स्थित है और इसकी खासियत यह है कि इसमें सात छोटी झीलें मिलकर एक बड़ी झील बनाती हैं। यह झील 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहाँ के शांत वातावरण में बोटिंग करना एक अद्भुत अनुभव होता है। यह झील पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थल है, जहां आप प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।
- सरियातालसरियाताल, नैनीताल से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटी सी झील है। यह झील भवाली और भीमताल के बीच स्थित है और इसका आकार दिल के आकार का दिखता है। यहाँ आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं और नज़दीकी पहाड़ियों का दृश्य भी देख सकते हैं।
- नौकुचियातालनौकुचियाताल को 'नौ कोनों की झील' कहा जाता है। यह झील नैनीताल से लगभग 26 किलोमीटर दूर स्थित है और यहाँ का शांत वातावरण और प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को बहुत भाता है। यह झील अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है और यहाँ आप आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों का आनंद ले सकते हैं।
- नल दमयंती तालयह झील भवाली और भीमताल के बीच स्थित है और यहाँ के आकर्षक वातावरण से जुड़ी महाभारत की एक कहानी है। इसे नल और दमयंती के प्रेम प्रसंग से जोड़ा जाता है, जिसके कारण इसे इस नाम से जाना जाता है।
- परी तालपरी ताल का नाम 'परी' (फेयरी) और 'ताल' (झील) से लिया गया है। यह झील भीमताल से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इसे परी की रानी की झील माना जाता है। यह स्थान बहुत रहस्यमय है, और यहाँ पर पहुँचना थोड़ा कठिन है, लेकिन यह एक अनोखा अनुभव होता है।
- लोहाखाम ताललोहाखाम ताल ओखलकांडा ब्लॉक में स्थित है और यहाँ के वातावरण में एक अद्भुत शांति और सौंदर्य है। यहाँ का लोहाखाम देवता का मंदिर एक प्रमुख आकर्षण है, जहाँ भक्त अपनी आस्थाओं के साथ आते हैं। यहाँ हर साल बैशाखी पूर्णिमा के दिन एक मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें स्थानीय लोक संगीत और कार्यक्रम होते हैं।
- सूखातालसूखाताल का नाम इसके सूखने की प्रकृति के कारण पड़ा है। यह ताल मुख्य रूप से सूखा ही रहता है, लेकिन बारिश के मौसम में यह भर जाता है। नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र से 800 मीटर की दूरी पर स्थित यह ताल चारों ओर हरे-भरे पहाड़ों से घिरा हुआ है।
- खुर्पाताल झीलखुर्पाताल झील का नाम इसके घोड़े के खुर के आकार के कारण पड़ा है। यह झील नैनीताल से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित है और इसकी विशेषता इसकी रंग बदलने वाली प्रकृति में है। चारों ओर देवदार और चीड़ के वृक्षों से घिरी यह झील बहुत ही सुंदर दिखाई देती है।
नैनीताल की झीलों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. नैनीताल में कितनी झीलें हैं?
नैनीताल में कुल 11 झीलें हैं, जो अपनी खूबसूरती और शांति के लिए मशहूर हैं। इन झीलों को "लakes city" भी कहा जाता है।
2. नैनी झील की खासियत क्या है?
नैनी झील नैनीताल की सबसे प्रसिद्ध और पहली झील है। यह झील नैनीताल के बीचों-बीच स्थित है और इसकी आकृति एक आम के आकार जैसी होती है। यहाँ पर बोटिंग और साइटसीनिंग के लिए बहुत से पर्यटक आते हैं।
3. भीमताल झील का इतिहास क्या है?
भीमताल झील को 1883 में ब्रिटिश सरकार ने बनवाया था। यह झील महाभारत के भीम के नाम पर रखी गई थी, और कहा जाता है कि भीम ने इस झील को खुदा था।
4. हर्षताल झील कहाँ है?
हर्षताल झील नैनीताल के ओखलखंडा ब्लॉक में स्थित है। यह झील अपनी शांति भरे माहौल और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ तक पहुँचने का रास्ता थोड़ा कठिन है, इसलिए यह कम लोकप्रिय है।
5. सात ताल कैसे बना था?
सात ताल नैनीताल के भीतर स्थित एक प्रकार की झील है, जिसमें सात छोटी-छोटी झीलें मिलती हैं। यह झील अपनी शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
6. नौकुचियातल की क्या विशेषता है?
नौकुचियातल झील को "नाइन कॉर्नरड लेक" कहा जाता है, क्योंकि इस झील में नौ कोने होते हैं। यह झील नैनीताल से 26 किमी दूर है और अपनी शांत वातावरण के लिए जानी जाती है।
7. नलदामयंती ताल का नाम क्यों पड़ा?
नलदामयंती ताल का नाम महाभारत की कहानी से आता है, जिसमें नल और दामयंती का प्रेम प्रसंग शामिल है। इस झील का माहौल बहुत ही आकर्षक और शांत है।
8. परी ताल का क्या इतिहास है?
परी ताल, जिसका मतलब "फेरी लेक" है, अपनी परी की कहानियों से जुड़ा हुआ है। यह झील भी भीमताल से मुक्तेश्वर के रास्ते पर स्थित है, और कई लोगों के अनुसार, यहाँ परियों की कहानियाँ जुड़ी हुई हैं।
9. लोहाखाम ताल कहाँ है और इसका क्या महत्व है?
लोहाखाम ताल नैनीताल के ओखलखंडा ब्लॉक में स्थित है। यह ताल अपनी शांति भरे वातावरण और लोहाखाम देवता के मंदिर के लिए जाना जाता है। यहाँ हर साल एक मेला भी लगता है, जिसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।
10. खुरपत ताल कैसे बना और इसका नाम क्यों पड़ा?
खुरपत ताल का नाम उसकी आकृति के अनुसार पड़ा, क्योंकि इसकी आकृति घोड़े के खुर जैसी है। यह झील नैनीताल से 12 किमी दूर है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
11. सुखात ताल क्या है और यह कहाँ स्थित है?
सुखात ताल नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र में स्थित है। इसका नाम सूखे होने के कारण पड़ा है, लेकिन बारिश के दौरान यह ताल भर जाता है। यह ताल अपनी शांति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
12. इन झीलों पर बोटिंग का आनंद कहाँ मिल सकता है?
आप सभी प्रमुख झीलों—नैनी झील, भीमताल, सात ताल, नौकुचियातल, और हर्षताल—पर बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। ये प्रमुख झीलें अपनी दृश्यात्मक सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध हैं।
13. नैनीताल में सबसे प्रसिद्ध झील कौन सी है?
नैनी झील सबसे प्रसिद्ध झील है, जो नैनीताल के बीच में स्थित है। यह झील अपनी खूबसूरत दृश्यों और बोटिंग के लिए प्रसिद्ध है।
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