उत्तराखंड राज्य के राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव विहार
उत्तराखंड राज्य में कुल 6 राष्ट्रीय उद्यान और कई वन्य जीव विहार स्थित हैं, जो न केवल राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाते हैं, बल्कि इनकी जैविक विविधता भी अत्यधिक महत्व रखती है। इन उद्यानों में पर्यटकों को वन्यजीवों और प्रकृति के अद्भुत दृश्य देखने का अवसर मिलता है। आइए जानते हैं उत्तराखंड के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव विहार के बारे में:
1. कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान (Corbett National Park)
- स्थापना: 1936 में, इसका नाम पहले "हेली राष्ट्रीय उद्यान" रखा गया था।
- स्थान: नैनीताल और पौड़ी जिलों में फैला हुआ है।
- विशेषता: एशिया का पहला राष्ट्रीय उद्यान, और भारत का पहला बाघ संरक्षित क्षेत्र (1973)।
- क्षेत्रफल: 520.82 वर्ग किमी।
- महत्व: यह राज्य का सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यान है, जहां पर्यटक बाघों और अन्य वन्यजीवों को देख सकते हैं। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को इसके आनेरी वाइल्ड लाइफ वार्डन नियुक्त किया गया है।
2. गोविन्द राष्ट्रीय उद्यान (Govind National Park)
- स्थापना: 1980 में।
- स्थान: उत्तरकाशी जिले में स्थित।
- क्षेत्रफल: 472 वर्ग किमी।
- विशेषता: यह उद्यान विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए प्रसिद्ध है।
3. नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान (Nanda Devi National Park)
- स्थापना: 1982 में।
- स्थान: चमोली जिले में स्थित।
- विशेषता: यह समुद्र तल से 5400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह उद्यान नंदादेवी पर्वत और उसके आसपास की जैविक विविधता के लिए प्रसिद्ध है।
- मुख्यालय: जोशीमठ।
4. फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान (Valley of Flowers National Park)
- स्थापना: 1982 में।
- स्थान: चमोली जिले में स्थित, जोशीमठ से 150 किमी दूर।
- विशेषता: यह उद्यान 14 जुलाई 2005 को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। यहां विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे फूलों की घाटी फैली हुई है।
- ऊंचाई: 3600 मीटर।
- इतिहास: इसकी खोज 1931 में ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक स्माइथ ने की थी।
5. राजाजी राष्ट्रीय उद्यान (Rajaji National Park)
- स्थापना: 1983 में।
- स्थान: देहरादून, हरिद्वार, और पौड़ी गढ़वाल जिले में फैला हुआ है।
- क्षेत्रफल: 820.42 वर्ग किमी।
- विशेषता: यह पार्क राजाजी, मोतीचूर और पोला अभ्यारण्य को जोड़कर बनाया गया है। इसका नाम भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी के नाम पर रखा गया है।
6. गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान (Gangotri National Park)
- स्थापना: 1989 में।
- स्थान: उत्तरकाशी जिले में स्थित।
- क्षेत्रफल: 2390 वर्ग किमी।
- विशेषता: यह राज्य का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है और गंगोत्री धाम के पास स्थित है।
कूट भाषा (Mnemonic) - गोरा कान फूगं
- गो - गोविन्द राष्ट्रीय उद्यान
- रा - राजाजी राष्ट्रीय उद्यान
- का - कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान
- न - नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान
- फू - फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- ग - गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान
वन्य जीव विहार (Wildlife Sanctuaries)
उत्तराखंड में कई वन्य जीव विहार हैं जो विभिन्न जीवों की सुरक्षा और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:
गोविन्द वन्य जीव विहार (Govind Wildlife Sanctuary)
- स्थापना: 1955 में।
- क्षेत्रफल: 957 वर्ग किमी।
- स्थान: उत्तरकाशी जिले में।
केदारनाथ वन्य जीव विहार (Kedarnath Wildlife Sanctuary)
- स्थापना: 1972 में।
- क्षेत्रफल: 967 वर्ग किमी।
- स्थान: चमोली और रूद्रप्रयाग जिले में।
अस्कोट वन्य जीव विहार (Askot Wildlife Sanctuary)
- स्थापना: 1986 में।
- क्षेत्रफल: 600 वर्ग किमी।
- स्थान: पिथौरागढ़ जिले में।
- विशेषता: यह कस्तूरी मृगों के लिए प्रसिद्ध है।
सोना नदी वन्य जीव विहार (Sona River Wildlife Sanctuary)
- स्थापना: 1987 में।
- क्षेत्रफल: 301 वर्ग किमी।
- स्थान: पौड़ी गढ़वाल जिले में।
बिनसर वन्य जीव विहार (Binser Wildlife Sanctuary)
- स्थापना: 1988 में।
- क्षेत्रफल: 46 वर्ग किमी।
- स्थान: अल्मोड़ा जिले में।
विनोग माउंटेन क्वेल (मंसूरी) वन्य जीव विहार (Vinog Mountain Quail Wildlife Sanctuary)
- स्थापना: 1993 में।
- क्षेत्रफल: 11 वर्ग किमी।
- स्थान: देहरादून जिले में। यह सबसे छोटा वन्य जीव विहार है।
FAQs (Frequently Asked Questions)
उत्तराखंड में कितने राष्ट्रीय उद्यान हैं?
- उत्तराखंड राज्य में कुल 6 राष्ट्रीय उद्यान हैं। इनमें कार्बेट, गोविन्द, नंदादेवी, फूलों की घाटी, राजाजी, और गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान शामिल हैं।
कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना कब हुई थी?
- कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1936 में हुई थी। इसे पहले हेली राष्ट्रीय उद्यान कहा जाता था, और बाद में इसका नाम जिम कार्बेट के नाम पर रखा गया।
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान को कब यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त हुई?
- फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान को 14 जुलाई, 2005 को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
गोविन्द राष्ट्रीय उद्यान कहाँ स्थित है?
- गोविन्द राष्ट्रीय उद्यान उत्तरकाशी जिले में स्थित है और इसका क्षेत्रफल 472 वर्ग किमी है।
राजाजी राष्ट्रीय उद्यान का नाम किसके नाम पर रखा गया है?
- राजाजी राष्ट्रीय उद्यान का नाम भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी के नाम पर रखा गया है।
उत्तराखंड का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान कौन सा है?
- गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है, जिसका क्षेत्रफल 2390 वर्ग किमी है।
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान की खोज किसने की थी?
- फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान की खोज 1931 में ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंक स्माइथ ने की थी।
क्या कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान में बाघों का संरक्षण किया जाता है?
- हां, कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान को 1973 में भारत का पहला बाघ संरक्षण क्षेत्र घोषित किया गया था।
उत्तराखंड के किस राष्ट्रीय उद्यान का मुख्यालय जोशीमठ में है?
- नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान का मुख्यालय जोशीमठ में स्थित है।
विनोग माउंटेन क्वेल वन्य जीव विहार का क्षेत्रफल कितना है?
- विनोग माउंटेन क्वेल वन्य जीव विहार का क्षेत्रफल 11 वर्ग किमी है, और यह उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्थित है।
कौन सा राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है?
- फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है।
केदारनाथ वन्य जीव विहार का क्षेत्रफल कितना है?
- केदारनाथ वन्य जीव विहार का क्षेत्रफल 967 वर्ग किमी है और यह चमोली व रूद्रप्रयाग जिलों में स्थित है।
अस्कोट वन्य जीव विहार प्रसिद्ध क्यों है?
- अस्कोट वन्य जीव विहार कस्तूरी मृगों के लिए प्रसिद्ध है। इसका क्षेत्रफल 600 वर्ग किमी है और यह पिथौरागढ़ जिले में स्थित है।
गोविन्द वन्य जीव विहार का क्षेत्रफल क्या है?
- गोविन्द वन्य जीव विहार का क्षेत्रफल 957 वर्ग किमी है और यह उत्तरकाशी जिले में स्थित है।
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान में कौन सी प्रमुख नदी बहती है?
- गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान से गंगा नदी का उद्गम होता है, जो इसके मुख्य आकर्षण में से एक है।
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