उत्तराखण्ड का राज्य प्राप्ति हेतु संघर्ष आन्दोलन The struggle for the attainment of the kingdom of Uttarakhand

 (उत्तराखण्ड का राज्य प्राप्ति हेतु संघर्ष आन्दोलन )

The struggle for the attainment of the kingdom of Uttarakhand

(1) 5,6 मई, 1938 में श्रीनगर (गढ़वाल) में आयोजित कांग्रेस के विशेष राजनैतिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पं. जवहार लाल नेहरु ने कहा था, "इस पर्वतीय अंचल को अपनी विशेष परिस्थियों के अनुरुप स्वयं निर्णय लेने तथा अपनी संस्कृति को समृद्ध करने का अवसर व अधिकार मिलना चाहिए।

(2) 1938 में श्रीदेव सुमन ने दिल्ली में गढ़देश सेवा संघ की स्थापना की जिसे बाद में हिमालय सेवा संघ नाम दिया गया।

(3) 1946 हल्द्वानी सम्मेलन में बद्रीदत्त पाण्डे द्वारा पर्वतीय क्षेत्र को विशेष दर्जा तथा अनसूया प्रसाद बहुगुण द्वारा कुमाऊँ गढ़वाल को पृथक इकाई के रुप में गठित किया गया।

(4) आजादी के बाद 1950 में बश्हद हिमालयी राज्य (हिमाचल और उत्तराखण्ड) के लिए पर्वतीय जन विकास समिति का गठन। 

(5) 1952 में मार्क्सवादी नेता पी. सी. जोशी द्वारा आवाज उठाई गयी।

(6) 1954 में विधान परिषद के सदस्य इन्द्र सिंह नयाल द्वारा उ. प्र. के मुख्यमंत्री गोविन्दबल्लभ पन्त से पर्वतीय क्षेत्र के लिए पश्यक विकास योजना बनाने का आग्रह किया।

(7) 1955 में फजल अली आयोग ने उ.प्र. के पुनर्गठन आयोग की बात इस क्षेत्र को अलग राज्य बनाने के उदेश्य से की थी।

(8) उत्तराखंड क्रांति दल की 1979 में स्थापना और, अलग राज्य की मांग।

(9) उत्तराखंड कांति दल के प्रथम अध्यक्ष डी0 डी0 पंत बनाये गये।

(10) 1988 ई0 में शोबन सिंह जीना ने उत्तरांचल उत्थान परिषद की स्थापना की गयी।

(11) तत्कालीन भाजपा सरकार ने 20 अगस्त 1991 ई0 को पहली बार पश्थक उत्तरांचल के गठन हेतु केद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा।

(12) 1993 ई0 में मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने अलग राज्य की मांग को देखते हुए 'कौशिक समिति का गठन किया

(13) 1 सितम्बर 1994 ई0 को खटीमा में प्रर्दशनकारियों पर गोलीबारी की गयी। और 25 लोगों की मश्त्यु हुई।

(14) 2 सितम्बर 1994 को मसूरी में प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की गयी, 8 लोगों की मौत।

(15) 2 अक्टूबर 1994 को रामनगर तिराहा, मुजफ्फर नगर में फिर से प्रद्दशनकारियों पर गोलाबारी, 8 लोगों की मौत।

(16) 3 अक्टूबर को देहरादून में प्रर्शन कारियों पर गोली चलाईग गयी कूट भाषा खमीर दा 1223। ख- खटीमा गोलीकांड. 1 सितम्बर। मी- मसूरी, 2 सितम्बर। र- रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर कांड, 2 अक्टूबर। दा- देहरादून, 3 अक्टूबर।

उत्तराखंड ( Uttarakhand )

उत्तराखंड सामान्य ज्ञान (Uttarakhand General Knowledge)
(भारतीय इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान एवं जनसंख्या-2021 का बिन्दुवार सम्मिलन सहित) 
(Including point-wise integration of Indian History, Geography, Polity, General Knowledge, General Science and Population-2021)
©©©©©©©©©©©©©©©©©©©©©©©©


टिप्पणियाँ

उत्तराखंड के नायक और सांस्कृतिक धरोहर

उत्तराखंड के स्वतंत्रता सेनानी और उनका योगदान

उत्तराखंड के उन स्वतंत्रता सेनानियों की सूची और उनके योगदान, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई।

पहाड़ी कविता और शब्दकोश

उत्तराखंड की पारंपरिक पहाड़ी कविताएँ और शब्दों का संकलन, जो इस क्षेत्र की भाषा और संस्कृति को दर्शाते हैं।

गढ़वाल राइफल्स: एक गौरवशाली इतिहास

गढ़वाल राइफल्स के गौरवशाली इतिहास, योगदान और उत्तराखंड के वीर सैनिकों के बारे में जानकारी।

कुमाऊं रेजिमेंट: एक गौरवशाली इतिहास

कुमाऊँ रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित पैदल सेना रेजिमेंटों में से एक है। इस रेजिमेंट की स्थापना 18वीं शताब्दी में हुई थी

लोकप्रिय पोस्ट

केदारनाथ स्टेटस हिंदी में 2 लाइन(kedarnath status in hindi 2 line) something

जी रया जागी रया लिखित में , | हरेला पर्व की शुभकामनायें (Ji Raya Jagi Raya in writing, | Happy Harela Festival )

हिमाचल प्रदेश की वादियां शायरी 2 Line( Himachal Pradesh Ki Vadiyan Shayari )

हिमाचल प्रदेश पर शायरी स्टेटस कोट्स इन हिंदी(Shayari Status Quotes on Himachal Pradesh in Hindi)

महाकाल महादेव शिव शायरी दो लाइन स्टेटस इन हिंदी (Mahadev Status | Mahakal Status)

हिमाचल प्रदेश पर शायरी (Shayari on Himachal Pradesh )

गढ़वाली लोक साहित्य का इतिहास एवं स्वरूप (History and nature of Garhwali folk literature)