50+ प्रसिद्ध पहाड़ी कहावतें ( गढवाली कहावतें ) prasiddh pahaadee kahaavaten ( gadhavaalee kahaavaten )

50+ प्रसिद्ध पहाड़ी कहावतें ( गढवाली कहावतें )

50+ कहावतें गढवाली में /ग्रामीण कहावतें / पुरानी गढवाली कहावतें / गढवाली मजेदार कहावतें

  1. तू ठगानी कु ठग, मी जाति कु ठग ।
  2. ठुलो गोरू लोण बुकाओ , छोटु गोरू थोबड़ु चाटु।
  3. लूण त्येरी व्वेन नी धोली , आंखा मीकु तकणा।
  4. भुंड न बास, अर शरील उदास ।
  5. भिंडि खाणु तै जोगी हुवे अर बासा रात भुक्कु ही रै ।
  6. अपड़ा जोगी जोग्ता , पल्या गौं कु संत ।
  7.   कौजाला पाणी मा छाया नि आन्दी ।
  8. अपड़ा लाटा की साणी अफु बिग्येन्दी ।
  9. दान आदिम की बात और आँमला कु स्वाद, बाद मा आन्दु ।
  10.  बान्दर का मुंड मा टोपली नि सुवान्दी ।
  11.  मि त्येरा गौं औलू क्या पौलू, तु मेरा गौं औलू क्या ल्यालु ।
  12. भेल़ लमड्यो त घौर नी आयो, बाघन खायो त घौर नी आयो।
  13. नि खांदी ब्वारी , सै-सुर खांदी ।
  14.  ब्वारी बुबा लाई बल अर ब्वारी बुबन खाई
  15. उछलि उछलि मारि फालि, कर्म पर द्वी नाली।
  16. अकल का टप्पु, सरमा बोझा घोड़ा मां अफु।
  17. सौण मरि सासू, भादो आयां आंसू।
  18. जु नि धोलो अफड़ो मुख, उक्या देलो हैका तैं सुख।
  19.  पढ़ाई लिखाई बल जाट, अर 16 दुनी आठ ।
  20. बिरालु मरयूं सबुन देखी, दूध खत्युँ कैन नि देखी ।
  21.  भिंडि बिराल्युं मा मुसा नि मरियेंदन।
  22. जै गौ जाण ही नी, वे गौं कु बाठु क्या पूछण ।
  23. मैं राणी, तू राणी, कु कुटलु, चीणा दाणी ।
  24. पठालु फ़ुटु पर ठकुराण नी उठु
  25. जख कुखड़ा नि होन्दा, तख रात नि खुल्दी
  26. बिगर अफ़ु मरयां, स्वर्ग नि जयेन्दु ।
  27. पैंसा नि पल्ला, दुई ब्यो कल्ला ।
  28. एक कुंडी माछा, नौ कुंडी झोल ।
  29. गोणी तैं अपड़ु पुछ छोटु ही दिख्येन्दु ।
  30. सासु बोल्दी बेटी कू , सुणान्दी ब्वारी कू ।
  31. अपडू मुंड, अफ़ु नि मुंड्येन्द ।
  32. लुखु की साटि बिसैंई, म्यारा चौंल बिसैंई ।
  33. हाथा की त्येरी, तवा की म्यरी ।
  34. कखी डालु ढली, खक गोजु मारी ।
  35. जन मेरी गौड़ी रमाण च, तन दुधार भी होन्दी ।
  36. स्याल, कुखड़ों सी हौल लगदु त बल्द भुखा नि मरदा क्या ?
  37. मेंढकुं सी जु हौल लगदु त लोग बल्द किलै पाल्दा ?
  38. पैली छै बुड गितार, अब त नाती द ह्वेगी ।
  39. हैंका लाटु हसान्दु च, अर अपडु रुवान्दु च ।
  40. बाखुरी कु ज्यू भी नि जाऊ, बाग भी भुकु नि राऊ ।
  41.  लौ भैंस जोड़ी, नितर कपाल देन्दु फ़ोड़ी ।
  42. जख मेल तख खेल, जख फ़ूट तख लूट ।
  43. मि त्येरा गौं औलू क्या पौलू,तु मेरा गौं औलू क्या ल्यालु ।
  44. भेल़ लमड्यो त घौर नी आयो, बाघन खायो त घौर नी आयो।
  45. एक कुंडी माछा, नौ कुंडी झोल ।
  46. गोणी अपड़ु पुछ छोटु ही दिख्येन्दु ।
  47. सासु बोल्दी बेटी कू , सुणान्दी ब्वारी कू ।
  48. फाडू मुंड, अफ़ु नि मुंड्येन्द ।
  49. लुखु की साटि बिसैंई, म्यारा चौंल बिसैंई ।

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