डांडा नागराज 
गलती से चोर घंटियां चुरा ले तो अंधा हो जाता है,मंदिर को किसी रखवाली की नही पड़ती है जरूरत  हिन्दू धर्म मे अनेको कोटि के देवस्थल है उनके विराज होने के स्थान के हिसाब से उनके नाम पड़ गये ऐंसे ही ये मंदिर ऊंची पाहड़ी मे होने के कारण डांडा नागराजा हो गया यहाँ डांडा सब्द का अर्थ पहाड है

नाग देवता का यह मंदिर उत्तराखंड के पौड़ी जिले मे आता है 
सुंदर पाहड़ी वादियों मे बसा ये मंदिर अपनी अदभुत सक्तियो के लिये जाना जाता है, यहाँ चोर चाह कर भी चोरी नही कर सकता हज़ारों घंटियों से सजा सह मंदिर उत्तराखंड का सबसे प्रसिद्ध नाग मंदिर है