काफल क्या होता है?(What is Kafal in Hindi?)

काफल क्या होता है?(What is Kafal in Hindi?)

कायफल प्रकृति से कड़वा, तीखा, गर्म और लघु होता है। यह कफ और वात को कम करने वाला तथा रुचिकारक होता है। इसके साथ ही यह शुक्राणु के लिए फायदेमंद और दर्दनिवारक भी होता है।

कायफल सांस संबंधी समस्या, प्रमेह या डायबिटीज, अर्श या पाइल्स, कास, अरुचि यानि खाने में रुचि न होना, कण्ठरोग, कुष्ठ, कृमि, अग्निमांद्य या अपच, मेदोरोग या मोटापा, मूत्रदोष, तृष्णा, ज्वर, ग्रहणी (Irritable bowel syndrome), पाण्डुरोग या एनीमिया, धातुविकार, मुखरोग या मुँह में छाले या सूजन, पीनस (Rhinitis), प्रतिश्याय (Coryza), सूजन तथा जलन में फायदेमंद होता है।

काफल की क्या है खासियत?
काफल की बात करें तो जंगल में इसके पेड़ होते हैं. मार्च की शुरुआत में इस फल पर फूल आते हैं और मई-जून में इसके फल तैयार हो जाते हैं. इसके बाद इन्हें खाने के लिए तोड़ा जाता है. स्थानीय लोग इसे पिसे हुए नमक के साथ बड़े चाव से खाते हैं. पर्यटकों को भी काफल अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं.

इस फल की विशेषता इसके औषधीय गुण हैं. ये फल पेट की बीामरियों का रामबाण माना जाता है. पेट से जुड़ी कई बीमारियों के इलाज के लिए फायदेमंद है. इसके अलावा डायबिटीज, ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी इसे खाने से फायदा मिलता है. इसी वजह से लोग पूरे साल इस फल का इंतजार करते हैं.

काफल का क्या है इतिहास?
काफल का वैज्ञानिक नाम मिरिका एस्कुलेंटा है. ये पेड़ हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है. हजारों साल से उत्तराखंड के जंगलों में काफल का पेड़ उग रहा है. उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में ये काफी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा ये हिमाचल प्रदेश और नॉर्थ ईस्ट के पहाड़ी इलाकों में होता है. नेपाल के कई इलाकों में भी काफल का पेड़ पाया जाता है, जहां इसके नाम अलग-अलग है. उत्तरांखड की बात करें तो ये यहां की संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है.

काफल में हैं कई औषधीय गुण
इस जंगली फल में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसमें कैल्शियम, जिंक और फास्फोरस जैसे पदार्थ पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए वरदान से कम नहीं है. काफल में विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट भी होता है. कुल मिलाकर ये फल कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसलिए इसकी डिमांड काफी ज्यादा है. इस फल का आनंद लेने के आपको पहाड़ का ही रुख करना होगा क्योंकि ये बहुत जल्दी खराब होता है और एक बार इसका रस निकाल जाए तो ये बेस्वाद लगता है.

उत्तराखंड का प्रसिद्ध फल क्या है?
अगर नहीं खाया तो बता दें कि काफल एक पहाड़ी फल है, जो मुख्य रूप से उत्तराखंड में मिलता है. कभी उत्तराखंड जाएं तो इसका स्वाद जरूर चख कर देखें. इस राज्य का यह प्रसिद्ध फल है, जिसे यहां के लोग बेहद चाव से खाते हैं. काफल एक छोटे आकार का बेरी जैसा फल है, जो गोल और लाल, गुलाबी रंग का होता है.


उत्तराखंड का फल क्या है?
काफल की बात करें तो इसे उत्तराखंड के राजकीय फल का दर्जा हासिल है.

काफल का वैज्ञानिक नाम क्या है?
काफल (वैज्ञानिक नाम: मिरिका एस्कुलेंटा myrica esculata), उत्तरी भारत और नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र, मुख्यत: हिमालय के तलहटी क्षेत्र मैं पाया जाने वाला एक वृक्ष या विशाल झाड़ी है।

काफल  कहां पाया और उगाया जाता है? (Where is Kafal Fruit Found or Grown in Hindi)

प्राचीन आयुर्वेदीय निघण्टुओं तथा चरक, सुश्रुत आदि सहिताओं में कट्फल का वर्णन प्राप्त होता है। पहाड़ी लोग इसके फलों का सेवन अत्यन्त शौक के साथ करते हैं। भारत के मध्य हिमालय क्षेत्र में 900-2300 मी की ऊँचाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा आसाम के पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है।

उत्तराखंड में वनों का क्षेत्रफल कितना है?
भूमि उपयोग के आँकड़ों से स्पष्ट होता है कि राज्य का सबसे बड़ा हिस्सा, जो कि राज्य के कुल क्षेत्रफल का 63 प्रतिशत् है वनों से आच्छादित है। जनपदों में वन क्षेत्र न्यूनतम 23 प्रतिशत (हरिद्वार) व अधिकतम 89 प्रतिशत् (उत्तरकाशी) है।
उत्तराखंड का प्रसिद्ध फल क्या है?
अगर नहीं खाया तो बता दें कि काफल एक पहाड़ी फल है, जो मुख्य रूप से उत्तराखंड में मिलता है. कभी उत्तराखंड जाएं तो इसका स्वाद जरूर चख कर देखें. इस राज्य का यह प्रसिद्ध फल है, जिसे यहां के लोग बेहद चाव से खाते हैं. काफल एक छोटे आकार का बेरी जैसा फल है, जो गोल और लाल, गुलाबी रंग का होता है.
उत्तराखंड का फल क्या है?
काफल की बात करें तो इसे उत्तराखंड के राजकीय फल का दर्जा हासिल है.
काफल का वैज्ञानिक नाम क्या है?
काफल (वैज्ञानिक नाम: मिरिका एस्कुलेंटा myrica esculata), उत्तरी भारत और नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र, मुख्यत: हिमालय के तलहटी क्षेत्र मैं पाया जाने वाला एक वृक्ष या विशाल झाड़ी है।

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