हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग के बारे में (About Himachal Pradesh Agriculture Department)

हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग के बारे में

About Himachal Pradesh Agriculture Department


कृषि विभाग की स्थापना वर्ष 1948 में हुई थी। 1950 में, इसे वन विभाग में मिला दिया गया था। विभाग ने वर्ष 1952 में स्वतंत्र रूप से कार्य करना शुरू किया था। 1970 में, बागवानी को कृषि विभाग से अलग किया गया था और बागवानी विभाग की स्थापना की गई थी। कृषि अनुसंधान भी कृषि विभाग से लिया गया था और कृषि परिसर अब कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर को सौंपा गया था। इसलिए कृषि विभाग अब कृषि उत्पादन और मृदा जल संरक्षण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

हिमाचल प्रदेश मुख्य रूप से एक कृषि प्रधान राज्य है जहां कृषि कुल आबादी के लगभग 70 प्रतिशत को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करती है। राज्य के कुल घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान लगभग 13.62 प्रतिशत है। कृषि विभाग विभिन्न विकास कार्यक्रमों को लागू करके और खेत की फसलों की उत्पादकता, उत्पादन और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए प्रासंगिक प्रौद्योगिकी का प्रसार करके कृषक समुदाय की सेवा करने के लिए समर्पित है। मिट्टी, भूमि, पानी आदि जैसे प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग इस तरह से किया जा रहा है कि पारिस्थितिक स्थिरता, कृषक समुदाय के आर्थिक उत्थान के पोषित लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। कुल कृषि योग्य भूमि का लगभग 18-20% क्षेत्र सिंचित है और शेष वर्षा सिंचित है।

परिचय :

हिमाचल प्रदेश में धान एक मुख्य अन्न की फसल है। कागंडा व मण्डी जिलों में जहां प्रदेश की लगभग 65 प्रतिशत धान की खेती होती है, वहां पर इसकी उपज बढ़ाने की काफी क्षमता है जिससे प्रदेश में धान के उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में धान की कम उपज के मुख्य कारण उर्वरकों का कम प्रयोग, खरपतवारों का अपर्याप्त नियंत्रण, खेतों में सिंचाई के पानी का कम तापमान, फसल में फूल आने के समय कम व्यापक तापमान, झुलसा रोग का अधिक प्रकोप व धान की खेती का वर्षा पर निर्भर होना है।
स्थानीय नाम : चौल
वैज्ञातनक नाम : ओराइजा सैटाइवा

हिमाचल प्रदेश की मुख्य खरीफ,रबी,सब्जियां, मिलेट्स (Major Kharif, Rabi, Vegetables, Millets of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश  की खेती 

  • हिमाचल प्रदेश की मुख्य खरीफ

  1. धान (चावल)
  2. मक्का
  3. बेबी कॉर्न
  4. माश
  5. राजमाश

  • हिमाचल प्रदेश की मुख्य रबी

  1. गेहूं
  2. आलू
  3. मटर
  4. चना
  5. मसर

  • हिमाचल प्रदेश की मुख्य सब्जियां

  1. शिमला मिर्च
  2. टमाटर
  3. फूलगोभी
  4. बंदगोभी
  5. भिंडी

  • हिमाचल प्रदेश की मुख्य मिलेट्स

  1. चीना
  2. रागी
  3. सावाँ
  4. कोदो
  5. स्वांक
  6. कंगनी

खरीफ फसल में कौन कौन आता है?

ख‍रीफ की मुख्य फसलें – कपास, मूंगफली, धान, बाजरा, मक्‍का, शकरकन्‍द, उर्द, मूंग, मोठ लोबिया (चंवला), ज्‍वार, अरहर, ढैंचा, गन्‍ना, सोयाबीन,भिण्डी, तिल, ग्‍वार, जूट, सनई आदि। जायद की फसलों में शुष्क हवाएं और तेज गर्मी सहन करने की क्षमता होती हैं।

खरीफ फसलें: मानसून पर निर्भर हैं, और उनकी फसल का मौसम जुलाई से अक्टूबर तक चलता है।
खरीफ की फसलें- चावल, मक्का, बाजरा, रागी, दालें, सोयाबीन, मूंगफली आदि।

रबी की फसलें: मानसून की बारिश खत्म होने के बाद सर्दियों में बोई जाती हैं और गर्मियों में काटी जाती हैं, इनकी फसल का मौसम अक्टूबर से अप्रैल तक चलता है।
रबी की फसलें- गेहूँ, जौ, सरसों (रेपसीड), जई, चना, अलसी आदि।

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