बिनसर महादेव मंदिर (Binsar Mahadev Temple Pauri Garhwal)

 बिनसर महादेव मंदिर (Binsar Mahadev Temple Pauri Garhwal)

बिनसर महादेव मंदिर (Binsar Mahadev Temple Pauri Garhwal)

बिनसर महादेव का मंदिर पट्टी – चौथान, ब्लाक थेलीसेंण जिला पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड का प्रसिद्ध मंदिर है,देव भूमि उत्तराखंड की अलोकिक धरती पर यह मंदिर स्वर्ग से कम नहीं है यहाँ की सुन्दरता मन को मोह लेती है बिंसर महादेव मंदिर 2480 मी. ऊंचाई पर स्थित है। यह पौड़ी से 114 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह अपनी प्राकृतिक सौन्दर्यता के लिए जानी जाती है। यह मंदिर भगवान हरगौरी, गणेश और महिषासुरमंदिनी के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इस मंदिर को लेकर यह माना जाता है कि यह मंदिर महाराजा पृथ्वी ने अपने पिता बिन्दु की याद में बनवाया था।

इस मंदिर को बिंदेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।समुद्र तट से 2480 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर थैली सेन से 22 किलो मीटर की दूरी पर है, यह पुरानी शिल्पकला का अद्बुद सजीव चित्रण है।

बिनसर महादेव मंदिर (Binsar Mahadev Temple Pauri Garhwal)

 पौड़ी गढ़वाल में बिनसर महादेव मंदिर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  • बिनसर क्यों प्रसिद्ध है?
यह जगह अपनी प्राकृतिक सौन्दर्यता के लिए जानी जाती है। यह मंदिर भगवान हरगौरी, गणेश और महिषासुरमंदिनी के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इस मंदिर को लेकर यह माना जाता है कि यह मंदिर महाराजा पृथ्वी ने अपने पिता बिन्दु की याद में बनवाया था। इस मंदिर को बिंदेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
  • बिनसर महादेव मंदिर का क्या महत्व है?
बिनसर महादेव मंदिर बहुत धार्मिक महत्व रखता है क्योंकि यह भगवान शिव को समर्पित है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण राजा पिथु ने करवाया था और जो भक्त आशीर्वाद और आध्यात्मिक सांत्वना पाने के लिए यहां आते हैं, वे इस स्थान पर पूजनीय हैं।
  • मैं पौडी गढ़वाल से बिनसर महादेव मंदिर तक कैसे पहुंच सकता हूं?
पौडी गढ़वाल से आप सड़क मार्ग द्वारा बिनसर महादेव मंदिर तक पहुंच सकते हैं। यह मंदिर पौडी गढ़वाल शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित है। मंदिर तक पहुंचने के लिए आप टैक्सी किराये पर ले सकते हैं या स्थानीय परिवहन का उपयोग कर सकते हैं।
  • बिनसर महादेव मंदिर का समय क्या है?
बिनसर महादेव मंदिर आमतौर पर सुबह से देर शाम तक दर्शन (पूजा) के लिए खुला रहता है। हालाँकि, सटीक समय के लिए स्थानीय स्तर पर पूछताछ करने या मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट की जांच करने की सिफारिश की जाती है क्योंकि वे मौसम या विशेष अवसरों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।
  • क्या बिनसर महादेव मंदिर के पास आवास के कोई विकल्प हैं?
हालाँकि सीधे मंदिर में आवास की सुविधा नहीं हो सकती है, लेकिन पौढ़ी गढ़वाल जैसे नजदीकी शहरों में आवास के विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं। आप विभिन्न बजटों के अनुरूप आरामदायक आवास प्रदान करने वाले होटल, गेस्टहाउस और होमस्टे पा सकते हैं।
  • बिनसर महादेव मंदिर के आसपास घूमने लायक कौन से आकर्षण या गतिविधियाँ हैं?
मंदिर के दर्शन के अलावा, आसपास देखने के लिए कई आकर्षण और गतिविधियाँ हैं। इनमें आसपास के जंगलों में ट्रैकिंग, तारकेश्वर महादेव मंदिर जैसे आसपास के अन्य मंदिरों का दौरा करना, प्रकृति की सैर का आनंद लेना, पिकनिक करना और हिमालय के मनोरम दृश्यों का आनंद लेना शामिल है।
  • बिनसर महादेव का मेला कब लगता है?
हर साल 'वैकुण्ठ चतुर्दशी' और 'कार्तिक पूर्णिमा' पर, बिन्देश्वर महादेव मदिर में दो दिन के 'बिनसर मेले' का आयोजन किया जाता है ।
  • बिनसर का मतलब क्या होता है?
बिनसर गढ़वाली बोली का एक शब्द है - जिसका अर्थ "नव प्रभात" है। यहां से अल्मोड़ा शहर का उत्कृष्ट दृश्य, कुमाऊं की पहाडियां और ग्रेटर हिमालय भी दिखाई देते हैं। घने देवदार के जंगलों से निकलते हुए शिखर की ओर रास्ता जाता है, जहां से हिमालय पर्वत श्रृंखला का अकाट्य दृश्‍य और चारों ओर की घाटी देखी जा सकती है।
बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर


बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

बिनसर महादेव मंदिर

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
भगवान् शिव या भोलेनाथ / महादेव 
  1. श्री शिवजी की आरती (शिवजी की आरती) (Lord Shiva / Mahadev - Aarti of Shri Shiva (Aarti of Shiva))
  2. श्री महाकाल की आरती / श्री महाकाल स्तुति (Shri Mahakal Ki Aarti Shri Mahakal Stuti )
  3. भगवान् शिव या भोलेनाथ / महादेव - शिव आरती (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - Shiva Aarti)
  4. भगवान शिव के 108 नामों (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - 108 names of Lord Shiva)
  5. भगवान् शिव या भोलेनाथ / महादेव - भगवान शिव मंत्र (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - Lord Shiva Mantra)
  6. द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम (Lord Shiva / Mahadev Dwadash Jyotirlinga Stotram)
  7. काशी विश्वनाथष्टकम स्तोत्रम (Lord Shiva / Mahadev - Kashi Vishwanathshtakam Stotram)
  8. अर्ध नारीश्वर अष्टकम स्तोत्रम (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - Ardh Narishwar Ashtakam Stotram)
  9. शिवाष्टकम स्तोत्रम (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - Shivashtakam Stotram)
  10. रुद्राष्टकम (Lord Shiva / Mahadev - Rudrashtakam)
  11. श्री शिवशंकरजी की आरती "हर हर हर महादेव! " (Lord Shiva / Mahadev - Aarti of Shri Shiva (Aarti of Shiva))
  12. शिव चालीसा (Lord Shiva / Mahadev Shiva Chalisa)
  13. शिवरात्रि पूजा | (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - Shivaratri Puja |)
  14. भगवान् शिव या भोलेनाथ / महादेव - शिवरात्रि आरती (Lord Shiva or Bholenath / Mahadev - Shivaratri Aarti)

Mahadev Temple in Pauri Garhwal, Uttarakhand:

  1. विस्तृत आकाश और बर्फीली पहाड़ियाँ, बिनसर महादेव के चरणों में बसी हैं सारी खुशियाँ। ध्यान लगे जब इनकी ओर, हर दुख दूर हो जाता है, उत्तराखंड की धरती पर महादेव का आशीर्वाद हमेशा साथ होता है।

  2. पढ़ो बिनसर महादेव का नाम सच्चे मन से, कहीं दूर से भी आशीर्वाद मिलेगा वो देव सच्चे। इतिहास की रेखाओं में बसी शांति का यह स्थल, शिव की महिमा और आस्था से भरा हर कण।

  3. बिनसर महादेव मंदिर की ओर एक कदम बढ़ाओ, हर दर्द और तकलीफ को अपनी यादों में छोड़ आओ। यह पवित्र धाम है, जहां हर दिल को शांति मिलती है, आओ, विश्वास की जोत जलाकर, प्रभु के चरणों में आओ।

  4. बिनसर महादेव के आशीर्वाद से महकती है धरती, सिद्धियाँ यहां पर होती हैं हर एक की सच्ची। ताकत और आस्था का प्रतीक है यह मंदिर, यहां की खूबसूरती और शांति से दिल भर जाए हर कोई।

  5. गढ़वाल की सुंदरता में बसा बिनसर महादेव, यहां तक पहुंचने का रास्ता नहीं आसान, फिर भी है सबका आशीर्वाद। जो दिल से शिव को याद करे, उसे बिनसर से मिले प्यार, मांग लो आशीर्वाद, इस पवित्र स्थल से, हर एक दिन नूतन हो जाए।

    टिप्पणियाँ