बागेश्वर - ऐतिहासिक स्थल और मुख्य मंदिर
बागनाथ मंदिर: एक ऐतिहासिक स्थल
बागनाथ मंदिर उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का मंदिर है। यह मंदिर सरयू और गोमती नदियों के संगम पर स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है। इसे व्यग्रेश्वर अथवा "टाइगर लॉर्ड" भी कहा जाता है, जो भगवान शिव का एक पवित्र रूप है।
इतिहास:
यह मंदिर कुमाऊं के प्रसिद्ध राजा लक्ष्मी चंद द्वारा लगभग 1450 ई. के आस-पास बनवाया गया था। हालांकि, एक संस्कृत शिलालेख यहां पाया गया है, जो मंदिर की निर्माण तिथि से पहले का है। शिवरात्रि के अवसर पर यहां भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है, जो मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं।
मुख्य मंदिर और आसपास के अन्य मंदिर:
बागनाथ मंदिर परिसर में कई अन्य मंदिर भी हैं जो धार्मिक महत्व रखते हैं:
- भैरव मंदिर
- दत्तात्रेय महाराज मंदिर
- गंगा माई मंदिर
- हनुमान मंदिर
- दुर्गा मंदिर
- कालिका मंदिर
- थिंगल भिरव मंदिर
- पंचनाम जुनाखरा
- वनेश्वर मंदिर
यहां आने वाले श्रद्धालु इन मंदिरों में भी पूजा अर्चना करते हैं और धार्मिक आस्था को अनुभव करते हैं।
बैजनाथ मंदिर:
बैजनाथ मंदिर कुमाऊं क्षेत्र के गोमती नदी के बाएं किनारे पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे "बैजनाथ" या "वैद्यनाथ" के नाम से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का एक और नाम है। इस मंदिर का निर्माण कत्यूरी राजवंश के राजाओं के द्वारा किया गया था और यह कभी कुमाऊं की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध था।
मंदिर का इतिहास:
इस मंदिर के भीतर भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है, और इसे बामणी मंदिर के पास स्थित माना जाता है। यह मंदिर पौराणिक कथाओं के अनुसार एक ब्राह्मण विधवा द्वारा बनवाया गया था, जो अपने पापों के शमन के लिए इसे समर्पित करना चाहती थी। मंदिर तक पहुंचने के लिए पत्थरों की सीढ़ियों का रास्ता है, जो नदी के किनारे से मंदिर तक जाता है।
बैजनाथ मंदिर की भव्यता और धार्मिक महत्व इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाता है, जो कौसानी और बागेश्वर से 19 और 26 किलोमीटर दूर स्थित है।
चंडिका मंदिर:
चंडिका मंदिर बागेश्वर से लगभग आधे किलोमीटर दूर स्थित है और इसे देवी चांदिका को समर्पित किया गया है। इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा का आयोजन होता है और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। यह मंदिर धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और हर साल नवरात्रों के दौरान यहां श्रद्धालुओं का जमावड़ा होता है।
श्रीहरु मंदिर:
श्रीहरु मंदिर बागेश्वर से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित है। भक्तों का मानना है कि यहां की गई प्रार्थनाएं हमेशा पूरी होती हैं। इस मंदिर में हर साल नवरात्रों के बाद विजया दशमी के दिन एक बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। यह स्थल भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है।
गौरी उडियार मंदिर:
यह मंदिर बागेश्वर से 8 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां एक बड़ी गुफा है जिसमें भगवान शिव की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। यह एक शांतिपूर्ण और शांत वातावरण प्रदान करता है, जहां भक्त शिव की पूजा करते हैं और मानसिक शांति प्राप्त करते हैं।
बागेश्वर के निकट अन्य प्रमुख मंदिर:
बागेश्वर क्षेत्र में कई अन्य प्रसिद्ध मंदिर भी हैं, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं:
- रामघाट मंदिर
- अग्निकुंड मंदिर
- रामजी मंदिर
- लोकनाथ आश्रम
- नीलेश्वर महादेव
- अमित जी का आश्रम
- कुकुडा माई मंदिर
- ज्वालादेवी मंदिर
- सितलादेवी मंदिर
- वेणीमाधव मंदिर
- त्रिजुगीनारायण मंदिर
- राधाकृष्णा मंदिर
- हनुमान मंदिर
- भीलेश्वर धाम
- सूरजकुंड
- स्वर्गाश्रम
- सिद्धार्थ धाम
- गोपेश्वर धाम
- गोलू मंदिर
- प्रकतेश्वर महादेव
निष्कर्ष:
बागेश्वर का क्षेत्र न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह धार्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यहां स्थित विभिन्न मंदिरों में भगवान शिव, देवी चांदिका, और अन्य देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, जो क्षेत्र के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास को समृद्ध बनाते हैं।
Frequently Asked Questions (FQCs) - बागनाथ मंदिर और आसपास के मंदिर
1. बागनाथ मंदिर कहाँ स्थित है?
बागनाथ मंदिर उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित है, यह सरयू और गोमती नदियों के संगम पर स्थित है।
2. बागनाथ मंदिर किसे समर्पित है?
बागनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिसे व्यग्रेश्वर या "टाइगर लॉर्ड" भी कहा जाता है।
3. बागनाथ मंदिर का इतिहास क्या है?
यह मंदिर कुमाऊं के राजा लक्ष्मी चंद ने लगभग 1450 ई. में बनवाया था। हालांकि, एक संस्कृत शिलालेख मंदिर से पहले की तारीख का है, जो इस मंदिर की प्राचीनता को दर्शाता है।
4. बागनाथ मंदिर में कौन-कौन से अन्य प्रमुख मंदिर हैं?
बागनाथ मंदिर परिसर में कई अन्य प्रमुख मंदिर हैं, जिनमें भैरव मंदिर, दत्तात्रेय महाराज मंदिर, गंगा माई मंदिर, हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर, कालिका मंदिर और थिंगल भिरव मंदिर शामिल हैं।
5. बैजनाथ मंदिर कहाँ स्थित है और इसे किसे समर्पित किया गया है?
बैजनाथ मंदिर गोमती नदी के बाएं किनारे पर स्थित है और यह भगवान शिव को समर्पित है। इसे "बैजनाथ" या "वैद्यनाथ" के नाम से भी जाना जाता है।
6. बैजनाथ मंदिर का निर्माण कब हुआ था?
बैजनाथ मंदिर का निर्माण कत्यूरी राजवंश के राजाओं द्वारा किया गया था, और यह कभी कुमाऊं की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध था।
7. चंडिका मंदिर कहाँ स्थित है और यह किसे समर्पित है?
चंडिका मंदिर बागेश्वर से लगभग आधे किलोमीटर दूर स्थित है और इसे देवी चांदिका को समर्पित किया गया है। यहाँ नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है।
8. श्रीहरु मंदिर कहाँ स्थित है और यहाँ क्यों आते हैं लोग?
श्रीहरु मंदिर बागेश्वर से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां भक्तों का मानना है कि यहाँ की गई प्रार्थनाएं हमेशा पूरी होती हैं। मंदिर में विजया दशमी के दिन एक बड़ा मेला आयोजित किया जाता है।
9. गौरी उडियार मंदिर कहाँ स्थित है और इसमें क्या खास है?
गौरी उडियार मंदिर बागेश्वर से 8 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ एक 20 गुणा 95 वर्ग मीटर की गुफा है जिसमें भगवान शिव की मूर्तियां स्थापित हैं।
10. बागेश्वर के आसपास और कौन से प्रमुख मंदिर हैं?
बागेश्वर के आसपास कई प्रमुख मंदिर स्थित हैं, जैसे:
- रामघाट मंदिर
- अग्निकुंड मंदिर
- रामजी मंदिर
- लोकनाथ आश्रम
- नीलेश्वर महादेव
- कुकुडा माई मंदिर
- ज्वालादेवी मंदिर
- वेणीमाधव मंदिर
- त्रिजुगीनारायण मंदिर
- राधाकृष्णा मंदिर
- हनुमान मंदिर
11. बागनाथ मंदिर में किस समय पूजा होती है?
बागनाथ मंदिर में नियमित पूजा होती है, लेकिन विशेष रूप से शिवरात्रि के दिन यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है।
12. बैजनाथ मंदिर तक कैसे पहुंचा जा सकता है?
बैजनाथ मंदिर बागेश्वर से 26 किलोमीटर और कौसानी से 19 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ तक पहुंचने के लिए स्थानीय परिवहन का उपयोग किया जा सकता है।
13. बागनाथ मंदिर में विशेष रूप से कौन सा त्यौहार मनाया जाता है?
बागनाथ मंदिर में शिवरात्रि का त्यौहार विशेष धूमधाम से मनाया जाता है, जब यहाँ भक्तों का जमावड़ा होता है और पूजा अर्चना की जाती है।
14. क्या बागनाथ मंदिर में कोई विशेष उत्सव या मेला होता है?
हाँ, बागनाथ मंदिर में हर साल शिवरात्रि और अन्य धार्मिक अवसरों पर विशेष पूजा और आयोजन होते हैं। इसके अलावा, नवरात्रि के दौरान भी यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है।
15. बागनाथ मंदिर के आस-पास कोई अन्य धार्मिक स्थल हैं?
बागनाथ मंदिर के आसपास कई धार्मिक स्थल हैं, जैसे:
- रामघाट मंदिर
- अग्निकुंड मंदिर
- लोकनाथ आश्रम
- नीलेश्वर महादेव
- कुकुडा माई मंदिर
- ज्वालादेवी मंदिर
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