कल्पना चौहान | जीवनी | उत्तराखंड सिंगर (Kalpana Chauhan | Biography | Uttarakhand Singer)

कल्पना चौहान | जीवनी | उत्तराखंड सिंगर

कल्पना चौहान एक प्रसिद्ध लोक गायिका हैं, जो अपनी आवाज का जादू न केवल उत्तराखंड बल्कि विदेशों में भी फैला चुकी हैं। उन्हें "स्वर कोकिला" और अन्य कई नामों से जाना जाता है। उनकी गायकी की अद्वितीयता और पहाड़ी संस्कृति को संजोने के कारण वे उत्तराखंड के संगीत जगत में एक महत्वपूर्ण नाम बन चुकी हैं।

जन्म और परिवार:

कल्पना चौहान का जन्म 8 सितंबर 1967 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम उमेद सिंह था और मां का नाम रूपा देवी था। उनका परिवार गढ़वाल से जुड़ा हुआ था और पहाड़ी भाषा को घर में हमेशा महत्व दिया जाता था। कल्पना ने अपने घर में पहाड़ी भाषा बोलने की परंपरा को बनाए रखा और शादी के बाद भी अपने बच्चों को यह सिखाया।

कल्पना की शादी राजेंद्र सिंह चौहान से हुई, जो म्यूजिक डायरेक्टर हैं। उन्होंने लव मैरिज की थी और उनका परिवार कल्पना के लिए सबसे बड़ी ताकत है। उनके दो बेटे हैं, जिसमें उनका छोटा बेटा रोहित उनके साथ एलबम में गाता है। उनका बड़ा बेटा मुंबई में सिनेमेटोग्राफर है।

जीवन में संघर्ष और प्रेरणा:

कल्पना का जीवन एक संघर्ष से भरा हुआ था। कुछ साल पहले एक दुर्घटना में उनका एक पैर चला गया था, लेकिन उनके परिवार ने उन्हें जीवन की आशा दी और उनके हौसले को बनाए रखा। यह घटना कल्पना के लिए एक बड़ा प्रेरणा स्त्रोत बनी, और उन्होंने दूसरों को भी यह सिखाया कि चाहे हालात जैसे भी हों, अगर इंसान के भीतर आत्मविश्वास हो तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।

गायन की शुरुआत:

कल्पना ने अपनी गायकी की शुरुआत 15 साल की उम्र में की थी, जब उन्होंने बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक उदित नारायण के साथ एक पहाड़ी गाने पर परफॉर्म किया था। उनके पिता, जो गढ़वाल मंडल के अध्यक्ष थे, के कारण उन्हें गायकी के लिए मंच मिला। हालांकि, उन्होंने किसी औपचारिक संगीत प्रशिक्षण का अध्ययन नहीं किया, लेकिन उनके अंदर का संगीत प्रेम और प्रतिभा उन्हें हर मंच पर लेकर आया।

संगीत की दिशा:

शादी के बाद, उनके पति राजेंद्र सिंह चौहान ने उनकी गायकी को प्रोफेशनल दिशा देने के लिए उन्हें प्रेरित किया। इसके बाद, कल्पना ने अपनी पहली एलबम "स्वामी दी परदेश मां" लॉन्च की, जो उत्तराखंड के लोगों के बीच बहुत ही लोकप्रिय हुई। इसके बाद उनकी एलबम "बरमासा" ने उन्हें एक स्टार बना दिया।

सम्मान और पुरस्कार:

कल्पना चौहान की गायकी को मान्यता मिली और उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें पौड़ी गढ़वाल के क्षेत्र चोंदकोट द्वारा उत्तराखंड चोंदकोट रत्न से नवाजा गया। इसके अलावा, उत्तराखंड महासभा ने उन्हें स्वर कोकिला की पदवी से भी सम्मानित किया।

विदेशी दौरे और सफलता:

हाल ही में, कल्पना चौहान ने विदेश यात्रा भी की थी, जिसमें उन्होंने 6 देशों में उत्तराखंडी लोकगीत गाए। उनके इस कार्य ने न केवल पहाड़ी संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुँचाया, बल्कि उन्हें और भी अधिक पहचान दिलाई।

निष्कर्ष:

कल्पना चौहान उत्तराखंड की लोक गायकी में एक आदर्श हैं। उनका जीवन संघर्षों से भरा हुआ था, लेकिन उनकी आवाज़ और संगीत ने उन्हें एक अलग पहचान दी। उनके द्वारा गाए गए गाने आज भी उत्तराखंड के हर घर में गूंजते हैं। उनकी प्रेरक यात्रा उन सभी के लिए एक संदेश है, जो जीवन की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं, और यह साबित करती है कि संगीत से बड़ा कोई हौसला नहीं होता।

FAQs: कल्पना चौहान | उत्तराखंड सिंगर

  1. कल्पना चौहान का जन्म कब हुआ था?

    • कल्पना चौहान का जन्म 8 सितंबर 1967 को मुंबई में हुआ था।
  2. कल्पना चौहान के माता-पिता का नाम क्या था?

    • उनके पिता का नाम उमेद सिंह और माता का नाम रूपा देवी था।
  3. कल्पना चौहान का परिवार कहाँ से है?

    • कल्पना चौहान का परिवार उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र से है।
  4. कल्पना चौहान की शादी किससे हुई थी?

    • कल्पना चौहान की शादी राजेंद्र सिंह चौहान से हुई थी, जो म्यूजिक डायरेक्टर हैं।
  5. कल्पना चौहान के बच्चों के बारे में कुछ बताइए।

    • कल्पना चौहान के दो बेटे हैं। उनका छोटा बेटा रोहित उनके साथ एलबम में गाता है, जबकि उनका बड़ा बेटा मुंबई में सिनेमाटोग्राफर है।
  6. कल्पना चौहान ने गायन की शुरुआत कब की थी?

    • कल्पना चौहान ने 15 साल की उम्र में बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक उदित नारायण के साथ एक पहाड़ी गाने पर परफॉर्म किया था।
  7. कल्पना चौहान को कौन सा पुरस्कार प्राप्त हुआ है?

    • कल्पना चौहान को उत्तराखंड चोंदकोट रत्न और स्वर कोकिला जैसी पदवी से सम्मानित किया गया है।
  8. कल्पना चौहान ने अपनी पहली एलबम कब लॉन्च की थी?

    • कल्पना चौहान ने अपनी पहली एलबम "स्वामी दी परदेश मां" लॉन्च की थी, जो उत्तराखंड के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुई थी।
  9. कल्पना चौहान ने विदेशों में कहाँ प्रदर्शन किया है?

    • कल्पना चौहान ने 6 देशों में लोकगीत गाए हैं और वहां पहाड़ी संस्कृति का प्रचार किया है।
  10. कल्पना चौहान की गायकी में क्या खास बात है?

  • कल्पना चौहान की गायकी पहाड़ी लोकगीतों से प्रेरित है, और उनकी आवाज़ में विशेष मर्म और भावनाएँ होती हैं, जो हर किसी को छू जाती हैं।
  1. कल्पना चौहान का सबसे प्रसिद्ध गाना कौन सा है?
  • उनका सबसे प्रसिद्ध गाना "बरमासा" है, जिसे उत्तराखंड के लोग काफी पसंद करते हैं।
  1. कल्पना चौहान का जीवन किस संघर्ष से भरा हुआ था?
  • कल्पना चौहान का जीवन एक दुर्घटना के बाद कठिन दौर से गुजरा, जिसमें उनका एक पैर चला गया था, लेकिन उन्होंने परिवार की मदद से अपनी जीवन की आशा को कायम रखा और आज भी वे एक प्रेरणा स्रोत हैं।

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