मुरली मनोहर मंदिर: अल्मोड़ा का एक वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना ( Murli Manohar Temple: An Architectural Specimen of Almora)
मुरली मनोहर मंदिर: अल्मोड़ा का एक वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित मुरली मनोहर मंदिर भारतीय वास्तुकला का अद्वितीय उदाहरण है। 1880 में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान इस मंदिर का निर्माण हुआ था और यह आज भी श्रद्धालुओं की अगाध आस्था का केंद्र बना हुआ है। इस मंदिर के दर्शन के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां आते हैं, और विशेष रूप से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दौरान यहां एक विशाल श्रद्धालु मंडली उमड़ती है।

Frequently Asked Questions (FQCs)
1. मुरली मनोहर मंदिर कहां स्थित है?
मुरली मनोहर मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के जिला मुख्यालय में स्थित है।
2. मुरली मनोहर मंदिर का निर्माण कब हुआ था?
मुरली मनोहर मंदिर का निर्माण 1880 में हुआ था, जो ब्रिटिश शासनकाल के दौरान किया गया था।
3. इस मंदिर का निर्माण किसने कराया था?
मंदिर का निर्माण समाजसेवी कुंदन लाल साह के निधन के बाद उनकी पत्नियों गंगा साह और गोमती साह ने किया था।
4. मुरली मनोहर मंदिर की वास्तुकला में क्या विशेषताएं हैं?
मंदिर की वास्तुकला ब्रिटिश काल के प्रभाव से प्रेरित है और इसमें जोधपुरी संगमरमर से बनी मूर्तियों और पारंपरिक हिन्दू मंदिर शैली का मिश्रण है।
5. इस मंदिर में कौन-कौन सी मूर्तियां स्थापित हैं?
मंदिर में राधा, कृष्ण, लक्ष्मीनारायण, गणेश और हनुमान की मूर्तियां स्थापित हैं। 1994 में गणेश और हनुमान की मूर्तियां मंदिर के प्रांगण में स्थापित की गईं।
6. श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मुरली मनोहर मंदिर में क्या विशेष आयोजन होते हैं?
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिर में विशेष पूजा आयोजित की जाती है, जिसमें भजन-कीर्तन के माध्यम से श्री कृष्ण की महिमा का गान किया जाता है। इस दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
7. मुरली मनोहर मंदिर में पूजा करने से क्या लाभ होता है?
मान्यता है कि सच्चे मन से यहां पूजा अर्चना करने से मनुष्य को सभी मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं।
8. क्या मुरली मनोहर मंदिर में पर्यटक जा सकते हैं?
जी हां, मुरली मनोहर मंदिर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और देश-विदेश से पर्यटक यहां दर्शन करने आते हैं।
9. मंदिर में दर्शन के लिए कोई प्रवेश शुल्क है?
मंदिर में दर्शन के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है। यह श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त खुला रहता है।
10. मंदिर में किस प्रकार की व्यवस्थाएं हैं?
मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाती हैं, जैसे की विशेष पूजा, भजन-कीर्तन और अन्य आयोजन, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
टिप्पणियाँ