तवलीन सिंह: भारतीय स्तंभकार, लेखक और राजनीतिक रिपोर्टर (Tavleen Singh: Indian columnist, author and political reporter)
तवलीन सिंह: भारतीय स्तंभकार, लेखक और राजनीतिक रिपोर्टर
परिचय
अपने करियर की शुरुआत उन्होंने इंग्लैंड के स्लो (Westminster Press/Thomson Training Scheme) में एक रिपोर्टिंग जॉब से की थी। भारत लौटने के बाद, उन्होंने 1974 में 'द स्टेट्समैन' में रिपोर्टर के रूप में कार्य किया। इसके बाद, 1982 में 'द टेलीग्राफ' में विशेष संवाददाता के रूप में उनका योगदान रहा। 1985 और 1987 में, वे लंदन के संडे टाइम्स की दक्षिण एशिया संवाददाता भी रही हैं। इसके बाद उन्होंने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के लिए स्वतंत्र रूप से लेखन शुरू किया।
1990 में, तवलीन सिंह ने टेलीविजन पर भी कदम रखा और प्लस चैनल के दिल्ली ब्यूरो की कमान संभाली। इसके साथ ही उन्होंने 'पीपल प्लस' और 'बिजनेस प्लस' नामक वीडियो पत्रिकाओं का प्रसारण किया। इसके अलावा, उन्होंने स्टार प्लस के लिए 'एक दिन एक जीवन' नामक हिंदी साप्ताहिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
- कश्मीर: ए ट्रेजडी ऑफ एरर्स (1995)
- लॉलीपॉप स्ट्रीट: क्यों भारत अपने राजनेताओं से बच जाएगा (1999)
- पाँचवाँ स्तम्भ (2001)
- राजनीतिक और गलत: असली भारत, सारी बुराइयाँ और सब कुछ (2008)
- दरबार (2012)
- इंडियाज ब्रोकन ट्रिस्ट (2016)
- मसीहा मोदी: बड़ी उम्मीदों की कहानी (2020)
इन कृतियों के माध्यम से तवलीन ने भारतीय राजनीति, समाज और कश्मीर जैसी जटिल समस्याओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए हैं। उनका लेखन भारत के राजनीतिक परिदृश्य को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
तवलीन सिंह: भारतीय स्तंभकार, लेखक और राजनीतिक रिपोर्टर
1. तवलीन सिंह कौन हैं?
तवलीन सिंह एक प्रमुख भारतीय स्तंभकार, राजनीतिक रिपोर्टर और लेखिका हैं, जिनका जन्म 1950 में मसूरी, उत्तराखंड में हुआ। वे भारतीय राजनीति और समाज पर अपनी लेखनी के माध्यम से प्रभाव डाल चुकी हैं।
2. तवलीन सिंह का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा कैसे रहा?
तवलीन सिंह का जन्म मसूरी, उत्तराखंड में एक सिख परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वेल्हम गर्ल्स स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने नई दिल्ली के पॉलिटेक्निक से पत्रकारिता का एक अल्पकालिक पाठ्यक्रम किया और सेंट बेड्स कॉलेज, शिमला से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
3. तवलीन सिंह ने अपने करियर की शुरुआत कहाँ से की?
तवलीन सिंह ने अपनी पत्रकारिता करियर की शुरुआत इंग्लैंड के स्लो (Westminster Press/Thomson Training Scheme) में एक रिपोर्टर के रूप में की थी। इसके बाद वे 1974 में भारत लौट आईं और 'द स्टेट्समैन' में रिपोर्टर के रूप में कार्य किया।
4. तवलीन सिंह के टेलीविजन करियर के बारे में बताएं?
1990 में तवलीन सिंह ने टेलीविजन में भी कदम रखा। वे प्लस चैनल के दिल्ली ब्यूरो की प्रमुख बनीं और 'पीपल प्लस' और 'बिजनेस प्लस' नामक वीडियो पत्रिकाओं का प्रसारण किया। इसके अलावा, उन्होंने स्टार प्लस के लिए 'एक दिन एक जीवन' नामक हिंदी साप्ताहिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
5. तवलीन सिंह के व्यक्तिगत जीवन में क्या खास है?
तवलीन सिंह का विवाह पूर्व पाकिस्तानी राजनेता सलमान तासीर से हुआ था, और उनका एक बेटा, आतिश तासीर, है। आतिश तासीर भी एक प्रसिद्ध लेखक हैं।
6. तवलीन सिंह को कौन से पुरस्कार मिले हैं?
तवलीन सिंह को 1988 में 'चमेली देवी जैन पुरस्कार' से सम्मानित किया गया, जो उन्हें उत्कृष्ट महिला मीडियाकर्मी के रूप में उनके योगदान के लिए दिया गया।
7. तवलीन सिंह की प्रमुख किताबें कौन सी हैं?
तवलीन सिंह की प्रमुख कृतियाँ निम्नलिखित हैं:
- कश्मीर: ए ट्रेजडी ऑफ एरर्स (1995)
- लॉलीपॉप स्ट्रीट: क्यों भारत अपने राजनेताओं से बच जाएगा (1999)
- पाँचवाँ स्तम्भ (2001)
- राजनीतिक और गलत: असली भारत, सारी बुराइयाँ और सब कुछ (2008)
- दरबार (2012)
- इंडियाज ब्रोकन ट्रिस्ट (2016)
- मसीहा मोदी: बड़ी उम्मीदों की कहानी (2020)
8. तवलीन सिंह के योगदान का क्या महत्व है?
तवलीन सिंह का लेखन और पत्रकारिता में योगदान भारतीय मीडिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उनके विचार और लेख आज भी भारतीय राजनीति और समाज को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत माने जाते हैं।
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