बाल गंगाधर तिलक: भारतीय स्वराज के अग्रदूत
मुख्य कृतियाँ
- गीता रहस्य
- द आर्कटिक होम इन द वेदाज
- द ओरियन
Frequent Questions and Concerns (FQCs)
1. बाल गंगाधर तिलक को 'लोकमान्य' की उपाधि क्यों दी गई?
तिलक जी को "लोकमान्य" की उपाधि उनके द्वारा शुरू किए गए स्वराज आंदोलन और भारतीय जनमानस में उनकी लोकप्रियता के कारण दी गई। इसका अर्थ है "लोगों द्वारा स्वीकृत।"
2. 'स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है' का क्या महत्व है?
यह नारा तिलक जी ने दिया था, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक बन गया। इसने भारतीयों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रेरित किया और स्वराज की अवधारणा को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया।
3. बाल गंगाधर तिलक ने कौन-कौन से समाचार पत्र शुरू किए?
तिलक जी ने दो प्रमुख समाचार पत्र शुरू किए:
- मराठा (अंग्रेजी में)
- केसरी (मराठी में)
इनमें उन्होंने ब्रिटिश शासन की आलोचना और भारतीय संस्कृति का प्रचार किया।
4. लोकमान्य तिलक ने 'होमरूल लीग' की स्थापना क्यों की?
होमरूल लीग का उद्देश्य स्वराज (स्वशासन) की मांग को मजबूत करना था। उन्होंने एनी बेसेंट के साथ मिलकर 1916 में इसकी स्थापना की। यह आंदोलन भारतीयों में स्वतंत्रता की भावना जगाने के लिए था।
5. गीता रहस्य किसने लिखा और इसका क्या महत्व है?
गीता रहस्य लोकमान्य तिलक द्वारा मांडले जेल में लिखा गया था। यह भगवद्गीता का एक व्याख्या ग्रंथ है, जिसमें कर्मयोग के महत्व को समझाया गया है। इसे भारतीय दर्शन का उत्कृष्ट कार्य माना जाता है।
6. बाल गंगाधर तिलक की प्रमुख कृतियाँ कौन-कौन सी हैं?
उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं:
- गीता रहस्य
- द आर्कटिक होम ऑफ द वेदाज
- द ओरियन
- वेदांग ज्योतिष
- हिंदू फिलॉसफी ऑफ लाइफ, एथिक्स एंड रिलीजन
7. बाल गंगाधर तिलक का प्रमुख राजनीतिक योगदान क्या था?
तिलक जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के नेता थे। उन्होंने लाल-बाल-पाल की तिकड़ी के रूप में स्वराज आंदोलन को गति दी। उनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआती चरण में निर्णायक था।
8. लोकमान्य तिलक ने गणेश उत्सव और शिवाजी उत्सव की शुरुआत क्यों की?
तिलक जी ने इन उत्सवों को राष्ट्रीय एकता और जनजागरण के लिए शुरू किया। ये त्यौहार सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर लोगों को संगठित करने का माध्यम बने।
9. ब्रिटिश सरकार तिलक को 'भारतीय अशांति का जनक' क्यों कहती थी?
ब्रिटिश सरकार ने तिलक जी को "भारतीय अशांति का जनक" कहा क्योंकि उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ स्वराज की मांग की। उनके लेख और आंदोलन ब्रिटिश शासन के खिलाफ बड़े विरोध का कारण बने।
10. बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु कब और कैसे हुई?
तिलक जी का निधन 1 अगस्त 1920 को मुंबई में हुआ। उनकी मृत्यु से स्वतंत्रता संग्राम को बड़ा झटका लगा। महात्मा गांधी ने उन्हें "आधुनिक भारत का निर्माता" कहा, और जवाहरलाल नेहरू ने "भारतीय क्रांति का जनक" बताया।
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