गंडेरी के गुटके और कटी हरी धनिया की सजावट के साथ: पहाड़ी सब्जी का स्वाद
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में खाना न सिर्फ स्वाद में अद्भुत होता है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति, परंपरा और संसाधनों के अनुसार तैयार होता है। यहाँ की एक खास और स्वादिष्ट सब्जी गंडेरी के गुटके है, जो अपने सादे और स्वादिष्ट स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। अगर आप पहाड़ी खाने के शौक़ीन हैं, तो गंडेरी के गुटके को कटी हरी धनिया के साथ सजाकर खाने का एक अलग ही आनंद होता है।
गंडेरी के गुटके: पहाड़ी शैली की सब्जी
गंडेरी, जिसे कचालू या अरण्डी भी कहा जाता है, पहाड़ी इलाकों में एक प्रमुख सब्जी है। गंडेरी के गुटके बनाने का तरीका बहुत ही साधारण होता है, लेकिन इसमें छुपा होता है एक खास स्वाद। इस सब्जी को बनाने के लिए गंडेरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर, तेल और मसालों के साथ पकाया जाता है। इसमें हल्दी, धनिया पाउडर, जीरा और मिर्च जैसे मसाले डाले जाते हैं, जो इसे एक तीखा और स्वादिष्ट स्वाद देते हैं।
कटी हरी धनिया: सब्जी की सुंदरता और ताजगी
जब गंडेरी के गुटके पककर तैयार हो जाते हैं, तो उन्हें ताजगी और सजावट के लिए हरी धनिया से सजाया जाता है। हरी धनिया की खुशबू और ताजगी सब्जी को और भी स्वादिष्ट बना देती है। धनिया न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। यह पाचन को बेहतर करता है और शरीर में ऊर्जा का संचार करता है।
गंडेरी के गुटके के फायदे
गंडेरी की सब्जी को खाने के कई फायदे हैं। यह एक हल्की और पचने में आसान सब्जी होती है, जो खासकर पहाड़ी जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती है। गंडेरी में विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। यह पेट साफ करने में मदद करता है और शरीर को ठंडक प्रदान करता है, जो पहाड़ी इलाकों के तापमान के लिए आदर्श होता है।
अरबी के गोल कटे गुट्के जखिया के छौक के साथ सब्जी
अरबी के गुटके पहाड़ी क्षेत्रों का एक लोकप्रिय व्यंजन है। इसे जखिया (अदरक और हरी मिर्च) के छौक के साथ पकाया जाता है, जो इसकी ताजगी और तीखापन को बढ़ा देता है। अरबी की यह सब्जी विशेष रूप से पहाड़ी परिवारों में बनाई जाती है और चपाती या भात के साथ खाई जाती है।
तरुड़ के लम्बान में कटे टुकड़ों की घर के क्रीम वाले दूध से जमाई दही की लटपटी सब्जी
तरुड़, जिसे पहाड़ी भाषा में कच्चे फल या ताजे फल कहा जाता है, का इस्तेमाल पहाड़ी सब्जियों में किया जाता है। इसे घर के क्रीम वाले दूध से जमाई दही के साथ पकाया जाता है, जो सब्जी को एक अलग ही स्वाद देता है। यह सब्जी आमतौर पर हर घर में बनाई जाती है और स्वाद में बहुत ही हल्की और ताजगी से भरी होती है।
पालक के पत्तों की पकौड़ी नाश्ता
पालक के पत्तों की पकौड़ी एक लोकप्रिय पहाड़ी नाश्ता है, जिसे ताजे पालक के पत्तों को बेसन और मसालों के साथ मिला कर तला जाता है। यह नाश्ता विशेष रूप से सर्दी के मौसम में बेहद स्वादिष्ट होता है। गरम-गरम पालक की पकौड़ी के साथ एक कप चाय हो, तो दिन की शुरुआत शानदार हो जाती है।
गंडेरी के गुटके को कैसे खाएं?
गंडेरी के गुटके को आप चपाती, मंडी या चावल के साथ खा सकते हैं। यह एक हल्का, ताजगी से भरपूर भोजन है, जो हर किसी को पसंद आता है। गंडेरी के गुटके को कटी हरी धनिया के साथ सजाकर खाने का स्वाद और भी बढ़ जाता है। इसके साथ एक ठंडी लस्सी या चाय भी परोसी जा सकती है, जो खाने के अनुभव को और भी खास बना देती है।
निष्कर्ष
गंडेरी के गुटके और कटी हरी धनिया की सजावट के साथ, यह पहाड़ी सब्जी न केवल स्वाद में अद्भुत होती है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। पहाड़ी जीवन की सादगी और प्रकृति का यह स्वादिष्ट अनुभव आपको हमेशा याद रहेगा। तो अगली बार जब आप पहाड़ी खाने का मन करें, तो गंडेरी के गुटके को हरी धनिया के साथ जरूर ट्राई करें! 🥄🌿🍴
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