केदारनाथ से 10km दूर एक जगह जिसके बारे मे जानके आप अपनी केदारनाथ की यात्रा फिर से करने की सोचोगे
वशुकिताल
स्कंद पुराण के अनुसार वासुकी ताल वास्तव में गंगा के अंग कालिका नदी के जलधारण करने से बना तालाब है, जहां नागों के राजा वासुकी हर पल निवास करते हैं. स्कंद पुराण में वर्णित है कि श्रावण मास की पूर्णमासी के दिन इस ताल में मणि युक्त वासुकि नाग के दर्शन होते हैं. वासुकी ताल की परिधि लगभग 700 मीटर है इस तालाब के पानी से सोन नदी निकलती है.
. यही सोन नदी, केदारनाथ से निकलने वाली मंदाकिनी से सोनप्रयाग में मिलती है.रास्ते मे कुबेर भगवान के दर्शन और माँ नंदा के प्रिय पुष्प उत्तराखंड राज्य पुष्प व्रह्मकमल भी दिखेंगे,यहाँ जाने के लिये कोई ट्रैक नही है ,बिना बने रास्ते के पहाड चढ़ना होता है , यहाँ ख़ो जाने का भय सबसे अधिक होता है , जब भी जाय लोकल गाइड के शाथ ही जाय
जय नाग देवता
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