रावण को मारने के बाद में भगवान श्रीराम यहां आये थे और उन्होंने इस स्थान पर आकर भगवान शिव की तपस्या की थी।

 3680 मी ऊँचे तुगंनाथ पर्वतपरस्थित तुगंनाथ शिवमंदिर तृतीयकेदार रुद्रप्रयाग उत्तराखन्ड
            

तुगंनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग उत्तराखन्ड

इस मंदिर का नाम तुगंनाथ मंदिर  है। यह उत्तराखंड के रूद्र प्रयाग जिले में तुगंनाथ  नामक एक पहाड़ पर ही बना हुआ है।  3680मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह शिवालय विश्व_का_सबसे ऊंचा_शिवालय माना जाता है। पांच_केदारों में गिना जाता है नवंबर और मार्च के बीच के समय में यह मंदिर बर्फबारी के कारण बंद रहता है। 

मान्यता है कि  रावण को मारने के बाद में भगवान श्रीराम यहां आये थे और उन्होंने इस स्थान पर आकर भगवान शिव की तपस्या की थी।

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