कसार देवी मंदिर की 'असीम' शक्ति से नासा भी हैरान
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित कसारदेवी मंदिर एक ऐसा स्थान है, जिसकी अद्वितीय शक्ति से नासा के वैज्ञानिक भी हैरान हैं। इस मंदिर की 'असीम' शक्ति ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि वैज्ञानिकों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह मंदिर चुंबकीय शक्ति का केंद्र माना जाता है, और यहां आने वाले लोग मानसिक शांति की अनुभूति करते हैं।

कसारदेवी मंदिर और चुंबकीय शक्ति का रहस्य
दुनिया में तीन ऐसे स्थान हैं, जहां कुदरत की खूबसूरती के साथ-साथ मानसिक शांति भी महसूस होती है, और ये स्थान चुंबकीय शक्ति के केंद्र हैं। इनमें से एक स्थान है कसारदेवी मंदिर, जो अल्मोड़ा जिले के सुंदर पहाड़ी इलाकों में स्थित है। यहां की शक्ति और ऊर्जा न केवल साधकों और पर्यटकों को आकर्षित करती है, बल्कि नासा जैसे वैज्ञानिक संगठनों को भी अपने शोध के लिए प्रेरित करती है।
नासा के वैज्ञानिक चुम्बकीय रूप से इन स्थानों के चार्ज होने के कारणों और उनके प्रभावों पर शोध कर रहे हैं। यह शोध इस बात को स्पष्ट करने की कोशिश करता है कि इन स्थानों पर पाई जाने वाली चुंबकीय शक्ति मानव मस्तिष्क और प्रकृति पर किस प्रकार प्रभाव डालती है।
वैन एलेन बेल्ट और कसार देवी मंदिर का संबंध
डॉ. अजय रावत, एक प्रसिद्ध पर्यावरणविद, ने लंबे समय तक कसारदेवी मंदिर के आसपास के क्षेत्र पर शोध किया है। उनका कहना है कि यह स्थान वैन एलेन बेल्ट के अंतर्गत आता है, जहां पृथ्वी के भीतर एक विशाल भू-चुंबकीय पिंड स्थित है। यह पिंड विद्युत चार्ज कणों की परत से बना हुआ है, जिसे रेडिएशन कहा जा सकता है। नासा के वैज्ञानिक पिछले कुछ सालों से इस बैल्ट के बनने के कारणों को जानने में जुटे हुए हैं, और इसका प्रभाव मानव मस्तिष्क और प्रकृति पर भी शोध किया जा रहा है।
कसार देवी मंदिर और अन्य प्रसिद्ध स्थानों के समानताएं
कसारदेवी मंदिर का अद्वितीय शोध में एक दिलचस्प तथ्य सामने आया है। वैज्ञानिकों ने पाया कि कसारदेवी मंदिर, माचू पिच्चू (पेरू) और स्टोन हेंज (इंग्लैंड) में अद्भुत समानताएं हैं। इन तीनों स्थानों पर चुंबकीय शक्ति का विशेष पुंज पाया जाता है। डॉ. रावत ने भी अपने शोध में इन तीनों स्थानों को चुंबकीय रूप से चार्ज पाया है, और कसारदेवी मंदिर के आसपास भी इस तरह की शक्ति निहित होने की पुष्टि की है।

दुनिया के 3 स्थलों की विशेषताएं
- कसारदेवी मंदिर, अल्मोड़ा (भारत):अल्मोड़ा से 10 किमी दूर अल्मोड़ा-बिंसर मार्ग पर स्थित कसारदेवी मंदिर के आसपास पाषाण युग के अवशेष पाए गए हैं। यहां की मानसिक शांति और अद्वितीय चुंबकीय शक्ति के कारण यहां देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। यह स्थान आत्मिक शांति और ध्यान की प्रक्रिया के लिए प्रसिद्ध है।
- माचू पिच्चू, पेरू (अमेरिका):पेरू के माचू पिच्चू में इंका सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं। यह स्थान धार्मिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध था, और यहां 11वीं शताब्दी में एक वेधशाला भी थी। माचू पिच्चू की पहाड़ियों से जब नीचे देखा जाता है, तो एक लंबी रेखा दिखाई देती है, जबकि नीचे पहुंचने पर कोई ऐसा दृश्य नहीं मिलता।
- स्टोन हेंज स्मारक, विल्टशायर (इंग्लैंड):यह वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की सूची में शामिल है और दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक मानी जाती है। यहां प्रागैतिहासिक काल के प्रमाण देखे जा सकते हैं, जो इस स्थान की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता को दर्शाते हैं।
कसार देवी मंदिर की आकर्षक शक्ति
कसारदेवी मंदिर का महत्व न केवल धार्मिक दृष्टि से है, बल्कि यह स्थान मानसिक शांति और ध्यान के लिए भी एक आदर्श स्थल माना जाता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और चुंबकीय शक्ति पर्यटकों और साधकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यदि आप अपनी आंतरिक शांति की खोज में हैं या प्राकृतिक करिश्मे का अनुभव करना चाहते हैं, तो कसारदेवी मंदिर एक बेहतरीन स्थान हो सकता है।
Frequently Asked Questions (FQCs)
1. कसार देवी मंदिर कहां स्थित है?
कसार देवी मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित है। यह अल्मोड़ा से लगभग 10 किमी दूर अल्मोड़ा-बिंसर मार्ग पर स्थित है।
2. कसार देवी मंदिर की शक्ति क्या है?
कसार देवी मंदिर की शक्ति अद्वितीय चुंबकीय शक्ति के कारण प्रसिद्ध है। नासा के वैज्ञानिकों का मानना है कि यह स्थान वैन एलेन बेल्ट के अंतर्गत आता है, जो एक भू-चुंबकीय क्षेत्र है। यहां की चुंबकीय शक्ति मानव मस्तिष्क और प्रकृति पर प्रभाव डाल सकती है।
3. कसार देवी मंदिर का इतिहास क्या है?
कसार देवी मंदिर की संरचना की तारीखें दूसरी शताब्दी की हैं। यह मंदिर प्राचीन काल से यहां स्थित है और आज भी इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बरकरार है।
4. कसार देवी मंदिर में जाने के लिए सबसे अच्छा समय कब है?
कसार देवी मंदिर में जाने के लिए सर्दियों (नवंबर से मार्च) का समय सबसे अच्छा है, जब मौसम ठंडा और शांति भरा होता है। हालांकि, गर्मियों में भी यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है।
5. कसार देवी मंदिर के आसपास क्या देखने लायक स्थान हैं?
कसार देवी मंदिर के आसपास पाषाण युग के अवशेष और क्रैंक्स रिज पहाड़ी जैसे आकर्षक स्थल हैं। यह क्षेत्र प्राचीन सभ्यताओं और कला के निशान भी समेटे हुए है।
6. क्या कसार देवी मंदिर में मानसिक शांति मिलती है?
हां, कसार देवी मंदिर में आने वाले पर्यटक यहां मानसिक शांति का अनुभव करते हैं। इस मंदिर के आसपास की चुंबकीय शक्ति और प्राकृतिक सुंदरता इस शांति का मुख्य कारण मानी जाती है।
7. कसार देवी मंदिर के अलावा और कौन से स्थानों में चुंबकीय शक्ति पाई जाती है?
कसार देवी मंदिर के अलावा, माचू पिच्चू (पेरू) और स्टोन हेंज (इंग्लैंड) जैसे स्थानों पर भी अद्वितीय चुंबकीय शक्ति पाई जाती है। इन स्थानों में भी मानसिक शांति और चुंबकीय शक्ति का असर महसूस किया जाता है।
8. क्या कसार देवी मंदिर में धार्मिक गतिविधियां होती हैं?
कसार देवी मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जहां नियमित रूप से पूजा अर्चना और अन्य धार्मिक गतिविधियां होती हैं। यहां आने वाले लोग धार्मिक कार्यों और ध्यान का पालन करते हैं।
9. कसार देवी मंदिर में किस देवी की पूजा होती है?
कसार देवी मंदिर में माता कसार देवी की पूजा की जाती है। यह मंदिर उन्हें समर्पित है, जो शक्ति और ऊर्जा की प्रतीक मानी जाती हैं।
10. क्या कसार देवी मंदिर का दौरा पर्यटकों के लिए मुफ्त है?
हां, कसार देवी मंदिर का दौरा सभी पर्यटकों के लिए मुफ्त है। हालांकि, वहां कुछ स्थानीय सेवाएं और पूजा सामग्री के लिए शुल्क लिया जा सकता है।
11. कसार देवी मंदिर कैसे पहुंचे?
कसार देवी मंदिर तक पहुंचने के लिए अल्मोड़ा से वाहन द्वारा यात्रा की जा सकती है। यहां से 10 किमी की दूरी तय करके आप मंदिर पहुंच सकते हैं। मंदिर तक जाने के लिए थोड़ी सी चढ़ाई भी करनी पड़ती है, जो यात्रा को और रोमांचक बनाती है।
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