उत्तराखंड का प्रसिद्ध डांस या नृत्य मेरे शब्दकोश में ऐसा कोई शब्द नहीं है जिससे मैं अपने देव भूमि उत्तराखंड की तारीफ कर सकूं..👏 मुझे गर्व है कि मैं देवभूमि उत्तराखंड का एक हिस्सा हूँ। और प्रकृति ने देवभूमि उत्तराखंड बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी..!!

 चांचरी_झोड़ा_थडिया_झूमेलो_छोपती

उत्तराखंड का प्रसिद्ध डांस या नृत्य


मेरे शब्दकोश में ऐसा कोई शब्द नहीं है जिससे मैं अपने देव भूमि उत्तराखंड की तारीफ कर सकूं..👏 मुझे गर्व है कि मैं देवभूमि उत्तराखंड का एक हिस्सा हूँ। और प्रकृति ने देवभूमि उत्तराखंड बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी..!! 


#उत्तराखंड के पारम्परिक #लोकनृत्य

#झोड़ा : अपने नाम से मिलता यह नृत्य जोड़ों के लिए प्रचलित है। इसमें स्त्री-पुरुष गोल घेरा बना कर एक दूसरे के कंधे पर हाथ रख पद आगे-पीछे संचालन कर नृत्य करते व गीत गाते हैं। घेरे के बीच में मुख्यता गायक #हुड़कावादन करते हुए गीत की पहली पंगती गाता है व अन्य लोग उसे लय में दौहराते हैं। यह स्त्री व पुरूषों में अपने अपने समूहों में भी गया जाता है।

उत्तराखंड का प्रसिद्ध डांस या नृत्य


चांचड़ी शब्द से आशय #चांचरी_झोड़ा_थडिया_झूमेलो_छोपती #हाथजोड़ी_तांदी_ठूलखेल आदि उन सारे नामों से है जिनका प्रयोग एक ऐसे गीत नृत्य के लिए किया जाता है जो कि पूरे उत्तराखंड में क्षेत्रीय विविधता पर रंग रूप के साथ नाचा गाया जाता हैं।

उत्तराखंड का प्रसिद्ध डांस या नृत्य


उत्तराखंड गढ़वाल में इस गीत नृत्य के लिए चांचड़ी और झूमेला शब्द प्रचलित है जनपद चमोली में यह गीत नृत्य #दांकुडी के नाम से भी जाना जाता है दक्षिण गढ़वाल में इस गीत नृत्य के लिए थडिया शब्द अधिक प्रचलित है और चांचरी झूमेलो शब्द भी इसी गीत नृत्य का बोध करता है।


  स्थान वेद के कारण इस गीत नृत्य को #चांचरी_चांछरी_चांचरि_चाचूड़ी भी उच्चारित किया जाता है। लेकिन गढ़वाल में चांचड़ी शब्द ज्यादा प्रचलित है और #कुमाऊं में इस गीत नृत्य के लिए चांचरी शब्द को ज्यादा प्रयोग किया जाता है।

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