उत्तराखंड का यातायात के साधन
(Uttarakhand's means of transport)
1. राज्य का पर्वतीय भू भाग धरातलीय विषमताओं के कारण यातायात के साधनों के विकास में बाधक है। सड़कों का निर्माण और रख रखाव मैदानी भागों की अपेक्षा काफी खर्चीला है। राज्य के सामरिक महत्व को देखते हुए सड़क निर्माण पर बल दिया जाने लगा है।
2 राज्य के 40 प्रतिशत भू भाग पर अभी भी सड़कों का विकास नहीं हो पाया है। राज्य में 2010 तक सड़कों की कुल लम्बाई लगभग 30753 किमी. थी।
3. राज्य के गठन के समय राज्य में 9 राष्ट्रीय राजमार्ग थे। 4. वर्तमान में राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल संख्या 14 है और इनकी कुल लंबाई 2130 किमी. है।
राष्ट्रीय राजमार्ग। मार्ग पर स्थित राज्य में लम्बाई
प्रमुख स्थान (किमी. में)
58 यूपी. बार्डर से मंगलौर रूढ़की 376
हरिद्वार ऋशिकेष शिवपुरी
देवप्रयाग श्रीनगर खंकरा
रूद्रप्रयाग कर्णप्रयाग चमोली
जोशीमठ बद्रीनाथ माणा तक
72 हिमाचल प्र. के बार्डर से 100
धालीपुर सहसपुर झाझरा
देहरादून बुल्लावा हरिद्वार तक
72 छूटामपुर देहरादून तक 8
73 रूढ़की से भगवानपुर से 20
यूपी. बार्डर तक
74 हरिद्वार से यू.पी बार्डर पर 153
चलते हुए जसपुर काशीपुर
बाराखेरा रूद्रपुर किच्छा
सितारगंज पुनः यू पी. में
87 यूपी. बार्डर से रूद्रपुर पंतनगर 284
हल्द्वानी नैनीताल भवाली
अल्मोड़ा रानीखेत द्वाराहाट
गैरसैण आदिबदरी कर्णप्रयाग
के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 58 तक
94 ऋाशकष अमपाता टिहरी 160
चाम धारासू कुथानुर खारसाली
यमुनोत्री तक
108 धरासु उत्तरकाशी मनेरी 127
भटवारी पूर्गा भैरोघाट
गौरीकुंड गंगोत्री तक
109 रूद्रप्रयाग तिवाड़ा गुप्तकाशी 76
केदारनाथ तक
119 यू.पी. बार्डर से कोटद्वार दनघाट 135
बुबाखल पौढ़ी श्रीनगर तक
121 काशीपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग
74 के जंक्शन के शुरू होकर 252
रामनगर धूमाकोट थलीसैंण
त्रिपालीसँंण पावो पैथाणी बुबाखल
के पास राष्ट्रीय राजमार्ग
संख्या 119 पर समाप्त।
123 हरबतपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग
संख्या 72 के जंक्शन से शुरू होकर 95
विकासनगर कालसी बड़वाला नैनबाग
नौगांव तक
125 सितारगंज के पास राष्ट्रीय राजमार्ग
संख्या 74 के जंक्शन से शुरू होकर 201
खटीमा टनकपुर चम्पावत
पिथौरागढ़ के तवाघाट तक
सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 है। जिसकी लंबाई 373 किमी. है।
राज्य का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग 72 । है। जिसकी लंबाई मात्र 8 किमी. है।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58, 87, 94, 108, 109, 125 का जो भाग पर्वतीय क्षेत्र में पड़ता है, के रखरखाव का कार्य सीमा सड़क संगठन के द्वारा किया जाता है।
हिमालयन हाइवे नाम से बन रही सड़क की लंबाई राज्य में त्यूनी, देहरादून से लोहाघाट तक 659 किमी. है।
राज्य के आंतरिक परिवहन मार्ग में लोक निर्माण विभाग के नियंत्रण में 21,106 किमी. की लंबाई तक का मार्ग है। इसके अतिरिक्त अन्य निकायों के 2.330 किमी. तथा अन्य विभागों के नियंत्रण में 7.316 किमी. मार्ग है।
गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लि0 राज्य की प्रमुख यातायात कंपनी है। इसकी स्थापना 1941 में कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल में हुई।
कुमाऊँ मोटर ऑनर्स यूनियन लि0 की स्थापना 1939 में काठगोदाम, नैनीताल में हुई।
कौसानी- ग्वालमदम- तपोवन पैदल मार्ग को कर्जन ट्रेल मार्ग भी कहा जाता था। लोहाजंग पास इसी मार्ग का एक पड़ाव था।
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