एक सेना का जवान जो अपनी दो महीने कि छुट्टी काट कर घर से जाता है
Song:: An army soldier who leaves home after spending
two months of his leave
गोपाल बाबू गोस्वामी का यहां की भारतीय सैनिक के लिए है जो उत्तराखंड से अपने गांव में छुट्टियों में आता है और घर से जाते समय कुछ ऐसे प्यार मोहब्बत जो मिलता है उसको उसको छोड़ कर उसको अपनी ड्यूटी पर जा ना पड़ता है क्योंकि उत्तराखंड में सबसे अधिक भारतीय सैनिक में होने के नाते अलग-अलग देखते हो कि अलग-अलग धारणाएं होती हैं और वहां अपने देश के लिए हर हमेशा प्राण निछावर करने को तैयार रहते हैं
लेकिन घरवालों की कहीं सारी परेशानियां होती हैं जब एक फौजी घर से जाता है तो घर वाले अपने ईष्ट से प्रार्थना करते हैं वहां सही सलामत दोबारा घर आए
गोपाल बाबु गोस्वामी जी यह गाना ! एक सेना का जवान जो अपनी दो महीने कि छुट्टी काट कर घर से जाता है और अपने पत्नी कि कैसे समझाता है ! देखिये !ओह मेरी कमला तो रोये ना
ओह सुवा घर उना में चम् ( जल्दी )
ओह सुवा जाण छो जरुर
ओह सुवा आंस खेडू तू झन
तख - तख न कर सुवा
ना घुरायो आँख
तेरी मुखडी सुवा मेरी कलेजी काख
यो सार डानो मा
ओह सुवा झन रो तू झनओह मेरी कमला तो रोये ना
ओह सुवा घर उना में चम् ( जल्दी ) ओह सुवा जाण छो जरुर
ओह सुवा आंस खेडू तू झनतेरी हाथो घर की लाज, मेरी हाथ देश कि
दिना रिये राजी खुशी, अपुन घर की
बाटा घाटा मे, ओह सुवा झन रोये तो झन ओह मेरी कमला तो रोये ना
ओह सुवा घर उना में चम् ( जल्दी ) ओह सुवा जाण छो जरुर ओह सुवा आंस खेडू तू झनद्वी महीना छुट्टी सुवा, जब उना घर
देवी का मन्दिर हम चदूना छतर
तू लागी रे ये काम मा
ओह सुवा घर उना चामओह मेरी कमला तो रोये ना
ओह सुवा घर उना में चम् ( जल्दी ) ओह सुवा जाण छो जरुर
ओह सुवा आंस खेडू तू झनओह मेरी कमला तो रोये ना
ओह सुवा घर उना में चम् ( जल्दी ) ओह सुवा जाण छो जरुर
ओह सुवा आंस खेडू तू झन
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