अति प्राचीन मान्यता प्राप्त पवित्र ऐतिहासिक
Ø भैरवनाथ
मन्दिर केदारनाथ मन्दिर से आधा किमी की दूरी पर स्थित है। यह मन्दिर विनाश के
हिन्दू देवता #शिव के
एक गण भगवान भैरव के समर्पित है।
Ø 300 ईसा_पूर्व राजपूत रावल राजाओं ने मंदिर की स्थापना की और इष्टदेव को क्षेत्रपाल या क्षेत्र के संरक्षक के रूप में भी मान्यता मिली।
Ø लोककथाओं के अनुसार जब सर्दियों में केदारनाथ मन्दिर बन्द कर दिया जाता है तब भैरवनाथ मन्दिर परिसर कीरखवाली करते हैं।
Ø सर्व प्रथम भैरव नाथ भगवान का अभिषेक किया जाता है सभी #धार्मिक परंपराओं को निर्वहन के उपरांत मंदिर के कपाट खोले जातेहैं । कपाट खुलने के साथ ही #केदारनाथ मंदिर में बाबा केदार की #सायंकालीन पूजा व #आरती भी शुरू की जाती है।
Ø धार्मिक मान्यता के अनुसार भैरवनाथ को शिव का क्षेत्रपाल माना जाता है, इसलिए केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन को पहुंचने वाले भक्तों को #भैरवनाथ के दर्शन भी करने होते हैं, तभी उनकी #मनोकामनाएं पूरी होती है।
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