माँगल गीत : कपड़ा प्हैवार्ण
(गढ़वाली / कुमाउनी)
गीत के बोल इस प्रकार हैं
न्हाई ध्वेकी...
लाडी मेरी... फुरपूर्या.. ह्वेगे…
न्हाई ध्वेकी… लाडी मेरी… फुरपूर्या.. ह्वेगे…
पैर पैर.. लाडी
मेरी.. रेसमी कपड़ी…
बाबाजी..
तुम्हारा लैन.. बाजारू…
मोल्येकी…
माँजीन..
तुम्हारी.. पिटारी... सजैई…
पैर पैर.. लाडी
मेरी.. जरीन्द कपड़ी…
बडाजी..
तुम्हारा लैन.. हाटन…
मोल्येकी…
बडीजीन..
तुम्हारी.. पिटारी…
खोल्याली…
पैर पैर.. लाडी
मेरी.. मोत्युँ जड़ित.. कपड़ी…
चचाजी..
तुम्हारा लैन.. देसून…
मोल्येकी…
चचीजीन..
तुम्हारी.. पिटारी…
सजाई…
न्हाई ध्वेकी… लाडी मेरी… फुरपूर्या.. ह्वेगे…
(हिंदी)
नहा धोकर… लाडली मेरी… फूल-सी.. हो गयी…
नहा धोकर… लाडली मेरी… फूल-सी.. हो गयी…
पहन पहन.. लाडली
मेरी.. रेशमी कपड़े…
पिताजी..
तुम्हारे.. बाज़ार से.. ख़रीद कर लाये हैं…
माताजी ने..
तुम्हारी.. पिटारी.. सजाई है…
पहन पहन.. लाडली
मेरी.. ज़रीदार कपड़े…
ताऊजी..
तुम्हारे.. हाट से.. ख़रीद कर लाये हैं…
तुम्हारी..
ताईजी…
ने पिटारी.. खोल
दी है…
पहन पहन.. लाडली
मेरी.. मोतियों से जड़े कपड़े…
चाचाजी..
तुम्हारे.. परदेश से.. ख़रीद कर लाये हैं…
चाचीजी ने..
तुम्हारी.. पिटारी.. सजाई है…
नहा धोकर… लाडली मेरी… फूल-सी.. हो गयी…
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