प्रसिद्ध तीर्थस्थान देवप्रयाग खूबसूूरत नगर

1)Google News यहाँ क्लिक करें 2) Join Update WathsApp चैनल से जुड़े

 प्रसिद्ध तीर्थस्थान देवप्रयाग खूबसूूरत नगर(Famous pilgrimage center Devprayag Beautiful City) 

देवप्रयाग भारत के उत्तराखण्ड राज्य में स्थित एक नगर एवं प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। यह अलकनंदा तथा भागीरथी नदियों के संगम पर स्थित है। इसी संगम स्थल के बाद इस नदी को पहली बार 'गंगा' के नाम से जाना जाता है। यहाँ श्री रघुनाथ जी का मंदिर है, जहाँ हिंदू तीर्थयात्री भारत के कोने कोने से आते हैं। देवप्रयाग अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम पर बसा है। यहीं से दोनों नदियों की सम्मिलित धारा 'गंगा' कहलाती है। यह टेहरी से 18 मील दक्षिण-दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित है। प्राचीन हिंदू मंदिर के कारण इस तीर्थस्थान का विशेष महत्व है। संगम पर होने के कारण तीर्थराज प्रयाग की भाँति ही इसका भी नामकरण हुआ है।

प्रसिद्ध तीर्थस्थान देवप्रयाग खूबसूूरत नगर(Famous pilgrimage center Devprayag Beautiful City)

देवप्रयाग समुद्र सतह से 1500 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है और निकटवर्ती शहर ऋषिकेश से सड़क मार्ग द्वारा 70 किमी० पर है। यह स्थान उत्तराखण्ड राज्य के पंच प्रयागों में से एक माना जाता है। इसके अलावा इसके बारे में कहा जाता है कि जब राजा भगीरथ ने गंगा को पृथ्वी पर उतरने को राजी कर लिया तो 33 करोड़ देवी-देवता भी गंगा के साथ स्वर्ग से उतरे। तब उन्होंने अपना आवास देवप्रयाग में बनाया जो गंगा की जन्म भूमि है। भागीरथी और अलकनंदा के संगम के बाद यही से पवित्र नदी गंगा का उद्भव हुआ है। यहीं पहली बार यह नदी गंगा के नाम से जानी जाती है।

प्रसिद्ध तीर्थस्थान देवप्रयाग खूबसूूरत नगर(Famous pilgrimage center Devprayag Beautiful City)

गढ़वाल क्षेत्र में मान्यतानुसार भगीरथी नदी को सास तथा अलकनंदा नदी को बहू कहा जाता है। यहां के मुख्य आकर्षण में संगम के अलावा एक शिव मंदिर तथा रघुनाथ मंदिर हैं जिनमें रघुनाथ मंदिर द्रविड शैली से निर्मित है। देवप्रयाग प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण है। यहां का सौन्दर्य अद्वितीय है। निकटवर्ती डंडा नागराज मंदिर और चंद्रवदनी मंदिर भी दर्शनीय हैं। देवप्रयाग को 'सुदर्शन क्षेत्र' भी कहा जाता है। यहां कौवे दिखायी नहीं देते, जो की एक आश्चर्य की बात है।




Translate to English

Devprayag is a city and a famous pilgrimage center located in the state of Uttarakhand, India. It is located at the confluence of the Alaknanda and Bhagirathi rivers. After this confluence site, this river is known as 'Ganga' for the first time.Where Hindu pilgrims come from every corner of India. Devprayag is situated at the confluence of the Alaknanda and Bhagirathi rivers. From here, the combined stream of both rivers is called 'Ganga'.It is located 18 miles south-south-east direction from Tehri. This shrine is of special importance due to the ancient Hindu temple. Due to being at the confluence, it has been named just like the pilgrimage Prayag.

Devprayag is located at an altitude of 1500 ft above sea level and is 70 km by road from the nearby city of Rishikesh. This place is considered to be one of the five Prayagas of Uttarakhand state. Apart from this, it is said that when King Bhagiratha persuaded Ganga to come to earth, 33 crore gods and goddesses also descended from Ganga from heaven. Then he made his residence in Devprayag which is Ganges The holy river Ganga has originated after the confluence of Bhagirathi and Alaknanda. For the first time here, this river is known as Ganga.

In the Garhwal region, the Bhagirathi river is called the mother-in-law and the Alaknanda river is called the daughter-in-law. The main attraction here is a Shiva temple and Raghunath temple besides Sangam.Devprayag is full of natural wealth. The beauty here is unique. The nearby Danda Nagaraja Temple and Chandravadni Temple are also worth visiting. Devprayag is also known as 'Sudarshan Kshetra'. Crows do not appear here, which is a surprise.

टिप्पणियाँ