गढ़वाली भजन – दैणा होया मोरी का गणेशा लिरिक्स व जानकारी।
दे द्यावा दे द्यावा मेरा बरमा जी,
दे द्यावा हल़दी का बान हे……
जौन दीनि हल़दी का बान हे दे द्यावा दे द्यावा मेरी माजी हे..
दे द्यावा हल़दी का बान हे।
जौन दीनि दै दूध का बान हे…
दे द्यावा घ्यू तेल़ का बान हे
जौन दीनि चन्दन का बान हे..
दे द्यावा समोया का बान हे….
दे द्यावा कचूर का बान हे….
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