जय देव भूमि उत्तराखंड l स्थान - वृद्ध बदरी![पंच बद्री में से एक है वृद्ध बद्री मंदिर, भगवान विष्णु ने दिए थे वृद्ध रूप में दर्शन पंच बद्री में से एक है वृद्ध बद्री मंदिर, भगवान विष्णु ने दिए थे वृद्ध रूप में दर्शन](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjNUyYzB-IQtLbvylhfYEeMvYLqNgrDEnAColdAomEFy65fjFJIehhP942k8hrS6QzFNY7jcDg9dCaZw8UBJT3tq_XcNR09QJ3-wjIZB_zhNVWLsBSJJ6VxZ9Kh8mNaB6iZ7SDMoLcGHcE/w240-h320-rw/IMG_20210406_082817.JPG)
वृद्ध बद्री मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक हिन्दू मंदिर है। वृद्ध मंदिर भारत के राज्य उत्तराखंड के एनिमथ गांव में स्थित हैं। यह गावं जोशीमठ से 7 किलोमीटर की दूरी पर है। वृद्ध बद्री मंदिर समुद्र तल से 1380 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। वृद्ध बद्री मंदिर का नाम सप्त बद्री यात्रा में आता है। वृद्ध मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ति एक बूढे़ व्यक्ति के रूप में स्थापित है। इसलिए इस मंदिर का नाम वृद्ध बद्री है और बद्री भगवान विष्णु का एक नाम है।
पंच बद्री में से एक है वृद्ध बद्री मंदिर, भगवान विष्णु ने दिए थे वृद्ध रूप में दर्शन
यहां पर भगवान विष्णु का अत्यन्त सुन्दर विग्रह है। यहां पर भगवान नारायण की नित्य-प्रति पूजा व अभिषेक होता है । वृद्ध बदरी नाम पड़ने के पीछे यह श्रुति है कि- एक बार देवर्षिक नादर मृत्युलोक में भ्रमण कर रहे थे, भ्रमण करते हुए वे बदरीधाम की ओर जाने लगे, मार्ग को विकटता देखकर थाकान मिटाने के लिए वे आणिमठ (अरण्यमठ) नामक स्थान पर विश्राम करने लगे, उन्होंने इस स्थान पर कुछ समय बैठकर भगवान विष्णु की अराधना व ध्यान किया तथा विष्णु से प्रार्थना की कि मुझे आप दर्शन दें, तब भगवान बदरीनारायण ने एक वृद्ध के रूप में नारद जी को दर्शन दिये, तब से इस स्थान में बदरी-नारायण की मूर्ति स्थापना हुई, तब ही से इसका नाम ’वृद्धबदरी’ पडा।
श्री वृद्ध बद्री मंदिर चमोली
वृद्ध बद्री मंदिर पीपलकोटी और जोशीमठ से पूर्व में स्थित है। यह मंदिर मोटरमार्ग पर होने के कारण सबके लिए सुगम है। यह समुद्रतल से 1,380 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यह पूरे साल खुला रहता है। शीतकाल में भी इस मंदिर में पूजा-अर्चना होती रहती है ।
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