राहु मंत्र
राहु मंत्र, जो भारतीय ज्योतिष और ग्रह शास्त्र में उपयोग होता है, एक पूजनीय मंत्र है जिसे राहु ग्रह की शांति और उसके नकारात्मक प्रभावों से बचाव के लिए जाप किया जाता है। राहु और केतु, दोनों ही ग्रह हैं जो ग्रहण के समय समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं और ज्योतिष में कुछ ग्रहों को दोषक भी माना जाता है। इसलिए, राहु मंत्र का जाप करने से इन दोषों से मुक्ति मिल सकती है।![]() |
दुनिया का एकमात्र राहू मंदिर |
राहु मंत्र क्या है?
राहु मंत्र: "ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः"
राहु मंत्र के जाप का उद्देश्य राहु ग्रह की शांति करना और उसके नकारात्मक प्रभावों से बचाव करना होता है। यह मंत्र
ध्यान और भक्ति में लगातार जाप किया जा सकता है।
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राहु मंत्र के लाभ:
राहु मंत्र का जाप करने से राहु ग्रह के नकारात्मक प्रभाव कम हो सकते हैं और व्यक्ति को सामाजिक और आर्थिक
राहु मंत्र का जाप करने से राहु ग्रह के नकारात्मक प्रभाव कम हो सकते हैं और व्यक्ति को सामाजिक और आर्थिक
स्तर पर स्थिरता दिलाने में मदद कर सकता है।
यह मंत्र व्यक्ति को आत्मविश्वास और साहस दिलाने में मदद कर सकता है, जिससे करियर और व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने में सहायक हो सकता है।
यह मंत्र व्यक्ति को आत्मविश्वास और साहस दिलाने में मदद कर सकता है, जिससे करियर और व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने में सहायक हो सकता है।
राहु मंत्र का जाप करने से विचारशीलता और ज्ञान की वृद्धि हो सकती है, जिससे व्यक्ति की बुद्धि तेज हो सकती है।
इस मंत्र का जाप भाग्य में सुधार कर सकता है और जीवन को समृद्धि और सुखमय बना सकता है।
इस मंत्र का जाप भाग्य में सुधार कर सकता है और जीवन को समृद्धि और सुखमय बना सकता है।
दुनिया का एकमात्र राहू मंदिर
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