कुमाउनी साहित्य की भाषिक सम्पदाएँ मुहावरे
बोल चाल की भाषा में मुहावरों का भी विषिष्ट स्थान होता है। इनका प्रयोग प्रत्येक भाषाओं में होता है कुमाऊनी भाषा में भी मुहावरों का प्रयोग होता है। मुहावरे किसी भी बातपोष की कहन को चुटीला और रोचक बनाते हैं। लोकभाषाओं में मुहावरे भाषा की वैष्ष्ट्यि की रीढ़ हैं। साथ ही ये मुहावरे लेखिन परम्परा में भी लेखन को कसावट व प्रामाणिक बनाते हैं। मुहावरे किसी भी समाज के सामाजिक सांस्कृतिक और राजनैतिक लोकाचारों को जानने समझने का औजार है। इनके माध्यम से इस बात का पता का अन्दाजा लगाया जा सकता है कि कोई समाज कितना रूढ़ी और अत्याधुनिक या चेतन समाज है सा उसमें स्त्री, जाति पुरुष, धर्म को लेकर किस तरह की अवधारणाएं हैं ये आपको उस समाज व स्थानीय भाषा के मुहावरे दे सकते हैं। यहां प्रस्तुत है कुछ ऐसे ही मुहावरे।
100 + कुमाउनी मुहावरे (पहाड़ी डायलॉग) 100 + Kumaoni Idioms (Pahari Dialogue)
- हात मलन (पश्चताप)
- चुड़ा पैरन (कायरता)
- कान भरन (चुगली करना)
- नाक राखन (इज्जत करना)
- आंखा लागन (नींद लगना)
- ख्वारा में चडून (अधिक लाड़ प्यार)
- गांठा पाड़न (याद रखना)
- पठि देखून (भाग जाना)
- खाप में जानि भरीन (ललचाना)
- खुटा पकड़न (खुसामद करना)
- म्नहार हुन (हिम्मत हारना)
- आंखा बटे गिरन (अपमानित)
- आंखा घेकून (धमकाना)
- खाक छानन (मारा मार फिरना)
- पौ वाराक तेल (लाभ होना)
- पेट में मुसा दौड़ना (अत्यधिक भूख)
- दैन हाथ (सच्चा सहायक)
- टाङ छिरन (हार मानना)
- झक मारन (मजबूर होना)
- उमर डलन (जीवन के थाड़े दिन शेष रहना)
- आंसु पोछन (हिम्मत बधाना)
- रीस को पुलो (अत्यधिक गुस्से वाला)
- ऐना में मूंख चान (अपनी शकल देखना)
- आवाज उठून (आन्दोलन करना)
- आफत को मार्यो (मुसीबत में पड़ा हुआ)
- अगासै चड़न (झूठी बड़ाई)
- इमान ले कुन (सत्य कहना)
- उल्टी गंड वगून (अनहोनी बात करना)
- कलंक लगून (बदनाम करना)
- कल्जो जलून (दुःख देना)
- कान पकड़न (तौबा करना)
- कालो मूख करन (बेइजती होना)
- किड़ा पड़न (बुरा परिणाम निकलना)
- दिल खटकन (मन खराब होना)
- खालिहात (बिना उपहार होना)
- खून चुसन (दुःख देना)
- ख्याल में राखन (स्मृति में रखना)
- खेल खराब हुन (काम बिगड़ना)
- खाड़ खंजन (क्षति पहुँचाना)
- फसक उडून (अफवाह फैलाना)
- गैली बात (भेद की बात)
- गांठ कोतरन (जेब काटना)
- घर को आदिम (अतिनिकट का)
- घर में आग लगून (घर में झगड़ा कराना)
- घर बटे खुटो गाड़ना (बाहर जाना)
- चिफलि बात करन (मीठी बात करना)
- चैन की मुरलि बजून (सुख के दिन बिताना)
- मुख को रंग उड़न (उदासी छाना)
- जंजाल में पड़न (चक्कर में पड़ना)
- जमानो देखन (अनुभव होना)
- जलि भरन (कुड़ना)
- ज्यान खान (परेशान करना)
- हियो भरी ऊँन (करूणा से द्रवित होना)
- मन लगून (जुटना)
- झाड़ घालि झकड़ो करन (बिना मतलब का झंझट)
- झाड़ ताड़ करन (मंत्र से भूत भगाना)
- टिप्पस लग्न (स्वार्थ निकालना)
- दुसरा कि खोटि करन (आलोचना करना)
- ढाक का तिन्ने पात (सदा गरीब रहना)
- ढङ कि बतकौ (ठीक बात)
- तरुदरि को खोटो (भाग्यहीन)
- ताक में रून (मौके की खोज में रहना)
- लिया चलित्र (खियों का रहस्य)
- थू-थू करन (बेइज्जत होना)
- देलिको कुकुर (पिछलगू)
- दमवादन (हिम्मत करना)
- मन काटीन (उत्साह हीन)
- दूद पिन्या नानतिन (छोटा बच्चा)
- पुछड़ हलकून (खुशी दर्शाना)
- द्वी कौड़ि को पाजि (नीच)
- धतुरो खै घुमन (मस्त होकर घूमना)
- धैर्ज वादन (हिम्मत बांधना)
- धूम धड़ाक (भीड़ भाड़)
- धूल समजन (तुच्छ समझना)
- नजर में खटकना (अप्रिय लगना)
- दिनकि चैन रात कि नीन हराम हुन (हर समय फिक्र लगना)
- नाक रगड़न (मिन्नतें करना)
- पट्टी पड़न (बहकाना)
- खुटो अलज्यून (विवाह सम्बन्ध में बधना)
- पत्तालै कि खबर ल्यूंन (दूर-दूर से समाचार लाना)
- पानि का भी (बहुत सस्ता)
- पानि में आग लगून (असम्भव को सम्भव करना)
- पिण्ड छुडून (छुटकारा पाना)
- पेट में आग लागन (बहुत तेज भूख लगना)
- बड़ो भागी हुन (भाग्यशाली होना)
- नानतिनान को खेल (बच्चों का खेल)
- वलि का बाकारा (दूसरों के लिए मरा जाना)
- बात उठून (चर्चा छेड़ना)
- बात बिगाड़ना (काम बिगाड़ना)
- बिरादरी हैं अलग हुन (जाति से अलग होना)
- एकै हात को खेल (सरल काम)
- बात सुणून (भला बुरा कहना)
- बात जोड़न (झूठी बात कहना)
- बात हाकन (कोरी गप्प)
- भर ज्वानी (पूर्ण यौवनावस्था)
- भदौ मैना को राडो (ज्यादा मोटा)
- भोग लगूंन (देवताओं को चढ़ाना)
- मन फाटन (तवियत हटना)
- मूख समालन (बुरा न बोलना)
- घुट्दू छौ त गौळ फुकेंदू, थुक्दू छौ त दूध खातेंदू।
- सेंट्लों की पंचेत।
- बुढ़ेंदू बिग्वूचेणू
- कख मैणू धोळी कख माछा मोरिन।
- बाबे हथै रोटि।
- जैकू भात नि खाण, विकू गीत क्या गाण।
घरै की बात (आपस की बात) |
आँगुळी उंद नि मूत। |
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