70+ गढ़वाली कहावतें/लोकोक्तियां / गढवाली कहावतें( पहाड़ी कहावतें) garhwali kahaavaten/lokoktiyaan /Garhwal kahaavaten( pahadi kahaavaten)

70+ गढ़वाली कहावतें/लोकोक्तियां / गढवाली कहावतें( पहाड़ी कहावतें)

गढ़वाली कहावतें/लोकोक्तियां / गढवाली कहावतें( पहाड़ी कहावतें)/  कहावतें गढवाली में /ग्रामीण कहावतें / पुरानी गढवाली कहावतें / गढवाली मजेदार कहावतें / 

  1. बड़ी पुज्यायी का भी चार भांडा, छोटी पुज्यायी का भी चार भांडा ।
  2. अपड़ा गोरुं का पैणा सींग भी भला लगदां ।
  3. साग बिगाड़ी माण न, गौं बिगाड़ी रांड न ।
  4. कोड़ी कु शरील प्यारु, औंता कु धन प्यारु ।
  5.  लौ भैंस जोड़ी, नितर कपाल देन्दु फ़ोड़ी ।
  6. जख मेल तख खेल, जख फ़ूट तख लूट ।
  7.  जाणदु नि च बिछी कु मंत्र, साँपे दुली डाल्दु हाथ ।
  8.  तू ठगानी कु ठग, मी जाति कु ठग।
  9.  ठुलो गोरू लोण बुकाओ , छोटु गोरू थोबड़ु चाटु।
  10.  लूण त्येरी व्वेन नी धोली , आंखा मीकु तकणा।
  11.  भुंड न बास, अर शरील उदास ।
  12. भिंडि खाणु तै जोगी हुवे अर बासा रात भुक्कु ही रै ।
  13. अपड़ा जोगी जोग्ता , पल्या गौं कु संत ।
  14. बिराणी पीठ मा खावा, हग्दी दाँ गीत गावा ।
  15.  पैली खयाली खारु, फ़िर भाडा पोछणी ।
  16.  ब्वारी खति ना… , सासु मिठौण लग्युं… ।
  17.  खाँदी दाँ गेंडका सा, कामों दाँ मेंढका सा । (कामों दाँ आंखरो-कांखरो, खाँदी दाँ मोटो बाखरो ।)
  18.  खायी ना प्यायी, बीच बाटा मारणु कु आयी ।
  19. बांटी बूंटी खाणि गुड़ मिठै, इखुलि इखुलि खाणि गोर कटै।
  20.  भग्यानो भै काल़ो, अभाग्यू नौनू काल़ो।
  21.  नोनियाल की लाईं आग , जनाना को देखुयुँ बाघ
  22.  जैं बौ पर जादा सारू छौं, वे भैजी भैजी बुन्नी
  23.  बाघ गिजी बाखरी बिटि, चोर गिजी काखड़ी बिटि ।
  24.  म्यारू नौनु दोण नि सकुदु , २० पथा ख़ूब सकुदु ।
  25.  धुये धुये की ग्वरा, अर घुसे घुसे की स्वरा नि होन्दा ।
  26.  कौजाला पाणी मा छाया नि आन्दी।
  27.  अपड़ा लाटा की साणी अफु बिग्येन्दी ।
  28.  बड़ी पुज्यायी का भी चार भांडा, छोटी पुज्यायी का भी चार भांडा ।
  29.  अपड़ा गोरुं का पैणा सींग भी भला लगदां ।
  30.  साग बिगाड़ी माण न, गौं बिगाड़ी रांड न ।
  31.  कोड़ी कु शरील प्यारु, औंता कु धन प्यारु ।
  32. जन त्येरु बजणु, तन मेरु नाचणु ।
  33.  ना गोरी भली ना स्वाली ।
  34. राजौं का घौर मोतियुं कु अकाल ।
  35. जख मिली घलकी, उखी ढलकी ।
  36.  भैंसा का घिच्चा फ्योली कु फूल ।
  37.  सब दिन चंगु, त्योहार कु दिन नंगु ।
  38.  त्येरु लुकणु छुटी, म्यरु भुकण छुटी ।
  39.  कुक्कूर मु कपास औरज बांदर मु नरियूल ।
  40.  तिमला कु तिमला बि खत्या,अर् नंगी बि दिख्या ।
  41.  सारी ढेबरी मुंडी माँडी , अर पुछ्ड़ी दाँ लराट किराट ।
  42. कुक्कूर मा कपास और बांदर मा नरियूल ।
  43. सारी ढेबरी मुंडी माँडी , अर पुछ्ड़ी दाँ न्याउँ (म्याउँ) ।
  44. दान आदिम की बात और आँमला कु स्वाद, बाद मा आन्दु ।
  45. बान्दर का मुंड मा टोपली नि सुवान्दी ।
  46. मि त्येरा गौं औलू क्या पौलू,तु मेरा गौं औलू क्या ल्यालु ।
  47. भेल़ लमड्यो त घौर नी आयो, बाघन खायो त घौर नी आयो।
  48. सारी ढेबरी मुंडी माँडी , अर पुछ्ड़ी दाँ न्याउँ (म्याउँ) ।
  49. दान आदिम की बात और आँमला कु स्वाद, बाद मा आन्दु ।
  50. बान्दर का मुंड मा टोपली नि सुवान्दी ।
  51. मि त्येरा गौं औलू क्या पौलू,तु मेरा गौं औलू क्या ल्यालु ।
  52. भेल़ लमड्यो त घौर नी आयो, बाघन खायो त घौर नी आयो।
  53.  बिराणी पीठ मा खावा, हग्दी दाँ गीत गावा ।
  54. पैली खयाली खारु, फ़िर भाडा पोछणी ।
  55. ब्वारी खति ना... , सासु मिठौण लग्युं... ।
  56. खाँदी दाँ गेंडका सा, कामों दाँ मेंढका सा । (कामों दाँ
  57. आंखरो-कांखरो, खाँदी दाँ मोटो बाखरो ।)
  58. खायी ना प्यायी, बीच बाटा मारणु कु आयी ।
  59. बांटी बूंटी खाणि गुड़ मिठै, इखुलि इखुलि खाणि गारे कटै।
  60. भग्यानो भै काल़ो, अभाग्यू नौनू काल़ो।
  61. नोनियाल की लाईं आग , जनाना को देखुयुँ बाघ
  62. जै बौ पर जादा सारू छौ वे भैजी भैजी बुन्नी
  63. दान आदिम की बात और आँमला कु स्वाद, बाद मा आन्दु ।
  64.  बान्दर का मुंड मा टोपली नि सुवान्दी ।
  65.  मि त्येरा गौं औलू क्या पौलू, तु मेरा गौं औलू क्या ल्यालु ।
  66. भेल़ लमड्यो त घौर नी आयो, बाघन खायो त घौर नी आयो।
  67. नि खांदी ब्वारी , सै-सुर खांदी ।
  68.  ब्वारी बुबा लाई बल अर ब्वारी बुबन खाई
  69. उछलि उछलि मारि फालि, कर्म पर द्वी नाली।
  70. अकल का टप्पु, सरमा बोझा घोड़ा मां अफु।
  71. सौण मरि सासू, भादो आयां आंसू।

टिप्पणियाँ