सिद्ध काली मंदिर (सैरी) मंडी हिमाचल प्रदेश (Siddha Kali Temple (Sairi) Mandi Himachal Pradesh)

सिद्ध काली मंदिर (सैरी) मंडी हिमाचल प्रदेश (Siddha Kali Temple (Sairi) Mandi Himachal Pradesh)

गुफा वाले बाबा मंदिर सरूरपुर शहर के मध्य में एसएच 57 पर स्थित है। यह भारतीय राज्य उत्तर-प्रदेश का एक लोकप्रिय हिंदू मंदिर है। इस हिंदू तीर्थस्थल की वास्तुकला शानदार है और इसे भीतरी दीवारों पर विभिन्न डिज़ाइनों और चित्रों से सजाया गया है। इसकी स्थापना प्रारंभिक शताब्दियों में की गई थी और यह गुफा वाले बाबा को समर्पित है। इस पवित्र तीर्थस्थल के अंदर स्थापित शिवलिंगम के साथ भगवान शिव की भी पूजा की जाती है। मंदिर के बाहरी क्षेत्र में एक गुफा भी बनाई गई है और यह कई उत्सवों पर खुली रहती है।

सिद्ध काली मंदिर (सैरी) मंडी

इस मंदिर में लगभग सभी त्यौहार रीति-रिवाजों के साथ मनाए जाते हैं। शिवरात्रि का त्योहार बड़े पैमाने पर बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। मंदिर का वातावरण भक्तों और पर्यटकों के मन और हृदय को शांति प्रदान करता है। यह प्रसिद्ध तीर्थस्थल हर साल महाशिवरात्रि पर्व के समय पंद्रह दिनों के मेले का भी आयोजन करता है। इस बड़े त्योहार को मनाने के लिए स्थानीय भक्तों और आयोजकों द्वारा वार्षिक उत्सव (मेला) का आयोजन किया गया है। इस रात भक्त व्रत रखते हैं और रात तक कुछ भी नहीं खाते हैं और शिव लिंग पर फल, फूल और बेलपत्र चढ़ाते हैं। लोगों का मानना ​​है कि इस पवित्र दिन पर भगवान शिव का विवाह पार्वती से हुआ था

सिद्ध काली मंदिर (सैरी) मंडी

 देवियों की मूर्ति स्थापना

महंत के अनुसार मंदिर में 9 देवियों की मूर्ति की स्थापना उन्होंने खुद की है. इतना ही नहीं मंदिर में भगवान भोलेनाथ और पार्वती की मूर्ति को उन्होंने खुद पत्थर काटकर उन दोनों का स्वरूप दिया है. महंत ने मंदिर प्रांगण में अपनी उस मां की मूर्ति भी स्थापित की हुई है, जिसकी बीमारी की वजह से वो मां काली के इतने परम् भक्त बने.

सिद्ध काली मंदिर (सैरी) मंडी

हर दिन होगा यहां भजन

उनका कहना हैं कि आज इस मंदिर ने भव्य रूप ले लिया है. मन्दिर सिद्धि प्राप्त मन्दिर है मंदिर में जो भी भक्त आता है, उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है.  माता के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. महेंद्र सिंह ने बताया कि वह अब वह 8 से 10 फुट पलवल की पहली गणेश मूर्ति की स्थापना करने जा रहे हैं, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है साथी वह इस मंदिर में गरीब बेसहारा फुटपाथ पर रहने वाले लोगों का प्रतिदिन भजन करवाएंगे. उन्होंने बताया कि गरीब परिवार की बेटीओं की शादी के लिए मंदिर का प्रांगण बिल्कुल निशुल्क रहेगा. जो गरीब परिवार अपनी बेटी की शादी के लिए जगह की व्यवस्था नहीं कर पाते, वह अपनी बेटियों की शादी निशुल्क मंदिर के प्रांगण में कर सकेंगे.

सिद्ध काली मंदिर (सैरी) मंडी

इस तरह बढ़ी आस्था

एक दिन किताब सीलने के उन्हें छतीस रुपए उन्हें मिले और उन्होंने 15 रुपए का एक मां काली का फोटो युक्त कलेंडर खरीदा और घर की भट्टी को तोड़ कर, जिसमें वह गज्जक बनाने का काम करते थे उसका हवन कुंड बनाया और माता की पूजा करनी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि माता काली की मूर्ति का निर्माण उन्होंने अपने हाथों से किया. क्योंकि इतने पैसे नहीं होते थे कि वह मूर्ति को खरीद कर लाएं और मन्दिर में स्थापना करें. जब से उनकी माता जी की तबियत ठीक हुई है, उनकी आस्था मां काली के प्रति बढ़ती चली गयी और माता की अखंड ज्योति जला दी और आज भी वह ज्योत 19 वर्षों से लगातार जल रही है.

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