देवभूमि उत्तराखंड पर शायरी ( 25 Shayari on Devbhoomi Uttarakhand)

 देवभूमि उत्तराखंड पर 25 शायरी

================
यहाँ देवभूमि उत्तराखंड पर कुछ शायरीयाँ हैं

देवभूमि उत्तराखंड, प्रकृति का आद्यात्मिक धाम,
पहाड़ों की गोद में बसी, सुंदरता का अद्भुत सारा।
*****



उत्तराखंड की धरती, देवताओं का धाम,
हर व्यक्ति को छू जाती, इसकी प्राकृतिक खुशबू की धार।
*****


पहाड़ों की चोटियों पर बसी, देवताओं की निवास,
उत्तराखंड की सुंदरता, जीवन को देती संदेशों की स्वास।
*****

नंदा देवी की शांति, चौकोर का उचाई,
उत्तराखंड का रहस्यमय दृश्य, मन को करता है चौंका हाई।
*****
बद्रीनाथ की धारा, केदारनाथ का मंदिर,
उत्तराखंड का प्रेम, सबको दिल में बसाता है प्यार।
*****

उत्तराखंड की पर्वतीय सौंदर्य, अनमोल धरोहर,
हर व्यक्ति को आत्मा की शांति, यहाँ की धरती से प्राप्त होती है सही दर।
*****

उत्तराखंड के झरने, गंगा की धारा,
प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय प्रकार, यहाँ की धरती से मिलता है बड़ा भारा।
*****

कुमाऊं और गढ़वाल की परंपराओं का संगम,
उत्तराखंड की संस्कृति, हर दिल को देती है प्रेरणा का संदेश लंबाई और अच्छाई।
*****

उत्तराखंड की ताजगी, स्वाभाविक सौंदर्य की मिठास,
यहाँ का वातावरण, हर किसी को करता है वाहा सुंदर और खास।
*****

उत्तराखंड की धरती, प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम,
हर दिल को भाता है यहाँ का प्रेम, देता है सबको आत्मा का आद्यात्मिक संगठन।
*****

देवभूमि की धरती पर प्यार की गाथा,
उत्तराखंड की सुंदरता, हर दिल में है आत्मिक स्वाथ।
*****

पहाड़ों की छांव में सजी, उत्तराखंड की बातें,
यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्यता, दिल को करती है बांधना सही दर।
*****

नंदा देवी की शांति, गंगा की धारा,
उत्तराखंड का रहस्यमय दृश्य, हर दिल को छू जाता है बार बार।
*****

उत्तराखंड की पहाड़ी सुंदरता, नैनीताल का ताज,
यहाँ की धरती से मिलती, हर किसी को अद्वितीय कवच।
*****

बद्रीनाथ की धारा, केदारनाथ का मंदिर,
उत्तराखंड का प्रेम, हर दिल को भाता है सम्मानित प्यार।
*****




उत्तराखंड की प्राकृतिक खोज, हरियाली की बरसात,
यहाँ का वातावरण, हर किसी को करता है विश्रामित विश्वास।
*****

उत्तराखंड की धरती, प्रेम और शांति का निवास,
यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्यता, दिल को करती है भाता बहार आस।
*****

उत्तराखंड की गंगोत्री, यमुनोत्री की पर्वतीय धरती,
हर दिल को देती है, आत्मा की शांति की प्राप्ति।
*****

कुमाऊं और गढ़वाल की परंपराओं का संगम,
उत्तराखंड की संस्कृति, दिल में है एक ख़ास रंगम।
*****

उत्तराखंड की वादियाँ, बसी हैं प्रेम की कहानी,
हर दिल को भाती है, यहाँ की स्वाभाविक सौंदर्यता की मिथास।
*****

देवभूमि के प्रेमी, उत्तराखंड की छांव में,
हर व्यक्ति को छू जाती, इसकी प्राकृतिक खुशबू की धार।
*****

पहाड़ों की बाहों में बसी, उत्तराखंड की बातें,
हर दिल को भाती है, यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्यता की मिथास।
*****

नंदा देवी की शांति, चौकोर का उचाई,
उत्तराखंड का रहस्यमय दृश्य, मन को करता है चौंका हाई।
*****

बद्रीनाथ की धारा, केदारनाथ का मंदिर,
उत्तराखंड का प्रेम, सबको दिल में बसाता है प्यार।
*****

उत्तराखंड की धरती, प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम,
हर दिल को भाता है यहाँ का प्रेम, देता है सबको आत्मा का आद्यात्मिक संगठन।
*****

ये शायरीयाँ उत्तराखंड की प्राकृतिक सौंदर्यता, संस्कृति और धार्मिकता को व्यक्त करती हैं

टिप्पणियाँ

Popular Posts

Pahadi A Cappella 2 || Gothar Da Bakam Bham || गोठरदा बकम भम || MGV DIGITAL

एक कहानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की

Pahadi A Cappella 2 || Gothar Da Bakam Bham || गोठरदा बकम भम || MGV DIGITAL

कुमाऊँनी/गढ़वाली गीत : धूली अर्घ (Kumaoni/Garhwali Song : Dhuli Argh)

माँगल गीत : हल्दी बान - मंगल स्नान ( Mangal Song : Haldi Ban - Mangal Snan)