गणेश जी पर कविताएँ - भक्ति और आशीर्वाद का सुंदर संगम - ganesh ji par kavitaen - bhakti aur ashirvad ka sundar sangam

गणेश जी पर कविताएँ - गणपति की महिमा और भक्ति

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गणेश जी पर कविता:

  1. गणपति की महिमा
    गणपति बप्पा मोरया, सुख-समृद्धि के देवता,
    विघ्न विनाशक, हर कार्य में शुभ फलदाता।

    तेरे बिना है अधूरा हर एक कार्य,
    तेरे आशीर्वाद से ही पूरा हो संसार का विचार। 


  2. गणेश जी की भक्ति
    गणेश जी की भक्ति में बसी है सुकून की लहर,
    तेरे चरणों में बसी है हर सुख की तस्वीर।

    हर बाधा को दूर कर, संजीवनी मिलती है यहाँ,
    गणपति की भक्ति से चमक उठती है हर सुबह की शान।

  3. गणेश जी का आशीर्वाद
    गणेश जी की कृपा से सजीव हो जाता है हर सपना,
    तेरे आशीर्वाद से होता है जीवन भरपूर समृद्धि का सपना।

    हर मनोकामना पूरी होती है, हर प्रयास सफल होता है,
    गणपति की महिमा से हर कठिनाई दूर हो जाती है।

  4. गणेश जी का संग
    गणेश जी के संग चलने से मिलती है जीवन की राह आसान,
    हर मुश्किल होती है हल, हर समस्या का मिलता समाधान।

    तेरे चरणों में है विश्राम, हर दिल में बसी है सुकून,
    गणपति के आशीर्वाद से जीवन हो जाता है सुंदर और पूर्ण।

  5. गणेश जी की पूजा
    गणपति की पूजा से खुल जाती है किस्मत की बंद दरवाजे,
    हर दिल में बस जाती है, हर ओर फैलती है खुशियों की साजे।

    तेरे स्वागत में सजते हैं मन, घर और आंगन,
    गणेश जी की पूजा से होती है सबकी मनोकामना पूर्ण और सम्मान।


अंत में, इन कविताओं के माध्यम से आप गणेश जी की भक्ति और उनकी महिमा को सुंदर शब्दों में व्यक्त कर सकते हैं और अपने पाठकों को गणेश चतुर्थी के अवसर पर एक दिव्य अनुभव प्रदान कर सकते हैं।


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