माँ कूष्माण्डा की महिमा: नवरात्रि के चौथे दिन की पूजा का महत्व - Glory of Maa Kushmanda: Significance of worshipping on the fourth day of Navratri

माँ कूष्माण्डा की महिमा: नवरात्रि के चौथे दिन की पूजा का महत्व

नवरात्रि के चौथे दिन माँ दुर्गा के कूष्माण्डा रूप की पूजा का विशेष महत्व होता है। माँ कूष्माण्डा को सृष्टि की रचयिता माना जाता है, जिनकी हंसी से ब्रह्मांड का निर्माण हुआ था। उनकी आराधना से भक्तों को न केवल शारीरिक और मानसिक शक्ति प्राप्त होती है, बल्कि जीवन में हर प्रकार की बाधाओं का भी निवारण होता है। इस पावन दिन पर माँ कूष्माण्डा की महिमा का गुणगान करते हुए, हम आपके लिए कुछ विशेष शायरी और शुभकामनाएं लेकर आए हैं, जो आपकी भक्ति को और भी गहन बनाएँगी।


1.
"कूष्माण्डा की हंसी में सजीवता की झलक है,
उनके आशीर्वाद से हर दिल में उमंगों की महक है।
नवरात्रि में माँ की पूजा का ये दिन खास है,
उनके चरणों में समर्पित हो, हर खुशी हमारे पास है।"

माँ कूष्माण्डा की ममता से जीवन में हर खुशी प्राप्त होती है और उनकी हंसी से जीवन में सजीवता और उत्साह आता है। उनके चरणों में समर्पण से हर मनोकामना पूरी होती है।


2.
"सूरज की किरणें भी फीकी पड़ जाएँ,
माँ कूष्माण्डा की कृपा से जीवन में रंग भर जाएँ।
अंधकार में भी उजाला हो जाता है,
जब उनकी ममता की छांव सदा साथ हो जाता है।"

माँ कूष्माण्डा की कृपा से जीवन में अंधकार मिट जाता है, और हर ओर उजाला फैल जाता है। उनकी ममता से हर कठिनाई का सामना आसानी से किया जा सकता है।


3.
"माँ कूष्माण्डा के दर पर सब मिन्नतें पूरी होती हैं,
उनके दरबार में हर घड़ी सुकून और खुशियाँ मिलती हैं।
नवरात्रि की चौथी रात्रि का यह दिन खास है,
माँ की भक्ति से सब कठिनाइयाँ भी आसान हो जाती हैं।"

माँ कूष्माण्डा के दरबार में भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। उनकी भक्ति से जीवन की सभी समस्याएँ हल हो जाती हैं, और सुकून के साथ खुशियाँ भी मिलती हैं।


4.
"कूष्माण्डा की शक्ति से सृष्टि का निर्माण हुआ,
उनके आशीर्वाद से जीवन में हर सुख का वास हुआ।
नवरात्रि के इस पावन दिन पर,
माँ कूष्माण्डा की पूजा से हर दिल की हर उम्मीद जगी है।"

माँ कूष्माण्डा की शक्ति से ही इस संसार का निर्माण हुआ, और उनके आशीर्वाद से हर दिल में सुख और शांति का वास होता है। नवरात्रि के इस पावन दिन पर माँ की पूजा से हर भक्त की हर आशा पूर्ण होती है।


5.
"माँ कूष्माण्डा की कृपा से जीवन में हर अंधेरा मिट जाए,
उनके आशीर्वाद से हर सुख और समृद्धि भर जाए।
नवरात्रि की चौथी रात्रि को हर भक्त उनके चरणों में झुके,
और उनके आशीर्वाद से जीवन में हर रंग खिले।"

माँ कूष्माण्डा के आशीर्वाद से जीवन में हर प्रकार का अंधकार मिट जाता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। नवरात्रि की चौथी रात्रि को माँ के चरणों में झुककर आशीर्वाद प्राप्त करें और जीवन को हर रंग से भर दें।


समाप्ति:

माँ कूष्माण्डा की पूजा नवरात्रि के चौथे दिन विशेष रूप से की जाती है। उनकी भक्ति से जीवन में हर कठिनाई आसान हो जाती है और सुख, शांति, समृद्धि का वास होता है। इस नवरात्रि पर माँ कूष्माण्डा के आशीर्वाद से आपके जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन हो। जय माता दी!

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