आँण यानि कुमाऊँनी पहेलियाँ
कुमाऊँ की पहेलियाँ हमारी परंपरा और संस्कृति का अद्भुत हिस्सा हैं। इन पहेलियों के माध्यम से न केवल बौद्धिक खेल खेला जाता है, बल्कि यह हमारी भाषा और सोच को भी प्रकट करती हैं। कुमाऊँनी पहेलियाँ हमारी लोकभाषा की समृद्धि और रचनात्मकता का प्रमाण हैं। आइए, कुछ मजेदार कुमाऊँनी पहेलियों के साथ उनके अर्थ और उत्तर जानते हैं:

1. ऊँन हूँ ऊँनी छू
हिंदी अनुवाद: आती भी है और जाती भी है, पर दिखायी नहीं देती।
पहेली का हल: नींद
व्याख्या: नींद का आना-जाना महसूस होता है, लेकिन इसे देखा नहीं जा सकता, इसलिए इस पहेली का हल नींद है।
2. एक चीज यस, जैकि स्वर्ग हें नजर।
हिंदी अनुवाद: एक ऐसी चीज जिसकी नजर हमेशा आसमान को देखती है।
पहेली का हल: उखौ, उखल या ओखली
व्याख्या: ओखली का ऊपरी हिस्सा हमेशा ऊपर की ओर रहता है, जैसे वह आसमान को देख रही हो।
3. काई कपायी कि सुकील बिन्दी
हिंदी अनुवाद: काले माथे पर सफ़ेद बिन्दी।
पहेली का हल: तवा और रोटी
व्याख्या: काले तवे पर सफेद रोटी बिलकुल बिंदी जैसी दिखती है, इसलिए यह पहेली तवा और रोटी के बारे में है।
4. खांण तो खानि, बिहुँ नी धरण
हिंदी अनुवाद: खाने के लिए प्रयोग करते हैं, पर बीज नहीं रखते।
पहेली का हल: नमक
व्याख्या: नमक खाने के लिए प्रयोग होता है, लेकिन इसका बीज नहीं होता।
5. गज भर कपड़ा'क बार पाठ, तांण लागिछन तीन सौ साठ।
हिंदी अनुवाद: एक गज कपड़े के बारह भाग और उस पर 360 पट्टियां।
पहेली का हल: साल के बारह महीने और 360 दिन
व्याख्या: यह पहेली साल के बारह महीनों और 360 दिनों को दर्शाती है।
6. ठेकिम ठेकि ठेकिम ठेकि, माथिबै भैरो हरकु नेगी।
हिंदी अनुवाद: बर्तन के ऊपर बर्तन और उसके ऊपर हरकु नेगी बैठा है।
पहेली का हल: रिखू या गन्ना
व्याख्या: गन्ने के टुकड़े एक के ऊपर एक रखे जाते हैं, जैसे बर्तन के ऊपर बर्तन रखा हो।

7. तू हिट, फ़िर मैं ऊँनू
हिंदी अनुवाद: तुम चलो, फ़िर मैं आता हूँ।
पहेली का हल: दरवाजा
व्याख्या: दरवाजा आपको रास्ता देता है, और आपके बाद फिर खुद बंद हो जाता है।
8. थाई में डबल गणि नी सकीन, पाति’क सिकड़ टोडि़ न सकीन, झल्लू बल्द बाधि न सकीन।
हिंदी अनुवाद: थाली में गिन नहीं सकते, लचीली लकड़ी तोड़ नहीं सकते, कबरे बैल को जोत नहीं सकते।
पहेली का हल: क्रमशः तारे, साँप और बाघ
व्याख्या: तारे अनगिनत होते हैं, साँप की लचक को तोड़ा नहीं जा सकता, और बाघ को जोतना संभव नहीं है।
9. देखणी देखौ छू, बुलाणि न्हांति
हिंदी अनुवाद: दिखने में दिखायी देता है, पर बोल नहीं सकता।
पहेली का हल: फोटो
व्याख्या: फोटो देखने में तो आता है, पर बोल नहीं सकता।
10. देखिणक् रंगील चंगील, खाणक् बेहाल
हिंदी अनुवाद: दिखने में आकर्षक है, पर खाने पर बेहाल हो जाते हैं।
पहेली का हल: इन्द्रैणि (एक जहरीला फल)
व्याख्या: इन्द्रैणि दिखने में सुंदर होती है, लेकिन खाने पर यह जहरीला साबित हो सकता है।
11. नान् नान् दुर्गी माम, लुकुड़ पैरनी सौ हजार। खोलन खोलन बुढ़ी आम्, आंस आ गई बार बार।
हिंदी अनुवाद: छोटे छोटे दुर्गी मामा ने सैकड़ो-हजारो कपडे पहने हैं, जिनको उतारने में दादी के बार बार आंसू आ जाते हैं।
पहेली का हल: प्याज
व्याख्या: प्याज परत दर परत कपड़े जैसी संरचना वाला होता है और इसे छीलते समय आंखों में आंसू आ जाते हैं।
12. नान् नानि बामणिक हाथ भरी चुड़
हिंदी अनुवाद: छोटी सी बच्ची का हाथ भर का जूड़ा।
पहेली का हल: झाड़ू
व्याख्या: झाड़ू का आकार छोटा होता है, लेकिन यह हाथ में पूरा भर जाता है।
13. पिसवेक छापरी में नारिंगे दांणि।
हिंदी अनुवाद: टोकरी नारंगी के दाने।
पहेली का हल: हिसालू
व्याख्या: हिसालू एक छोटे आकार का फल होता है, जो नारंगी के दानों जैसा दिखता है।
14. पेट म्यर गड़बडि़या, मैं बिमार लै न्हाँति हा्त में मेरि लट्ठी, मैं बुढ़ लै न्हाँति
हिंदी अनुवाद: पेट में मेरे गुड़्गुड़ पर बीमार नहीं, हाथ में मेरे लाठी पर मैं बुड्ढा नहीं।
पहेली का हल: हुक्का-चिलम
व्याख्या: हुक्का-चिलम पीने से पेट में गुड़गुड़ की आवाज आती है, लेकिन यह बीमार नहीं होती, और इसके साथ लाठी (पाइप) भी होती है।
निष्कर्ष:
कुमाऊँनी पहेलियाँ हमारी लोक संस्कृति की गहराई को दिखाती हैं। ये पहेलियाँ बच्चों और बड़ों के बीच हमेशा से मनोरंजन और बौद्धिक व्यायाम का माध्यम रही हैं। इन पहेलियों के माध्यम से हम कुमाऊँनी समाज की रचनात्मकता और शब्दों की शक्ति को महसूस कर सकते हैं।
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