आँण लाग (कुमाऊँनी पहेलियाँ)
कुमाऊँनी पहेलियों में हमारी स्थानीय संस्कृति, ज्ञान और बुद्धि की झलक मिलती है। ये पहेलियाँ हमारे पूर्वजों द्वारा रची गईं और मौखिक परंपरा के रूप में आगे बढ़ाई गईं। नीचे कुछ खास कुमाऊँनी पहेलियों के साथ उनके हिंदी अनुवाद और उत्तर दिए गए हैं:

1. दिनक सित रातक बिज
हिंदी अनुवाद: दिन में सोये, रात में जागे
पहेली का हल: गल्यूँ (बिज्जू)
व्याख्या: यह जानवर दिन में सोता है और रात में सक्रिय रहता है, इसलिए इसे रात का व्यापारी कहा जाता है।
2. बाप पेट च्योल बाजार
हिंदी अनुवाद: पिता छोटा बेटा बड़ा
पहेली का हल: पिनालु (घुइयाँ)
व्याख्या: पिनालु का पौधा ज़मीन के नीचे होता है, लेकिन उसकी पत्तियाँ और तना बड़ा होता है, जो देखने में बड़ा लगता है।
3. सिमारक हड़ सुक न सड़
हिंदी अनुवाद: ऐसा अंग जो ना सूखता है ना सड़ता
पहेली का हल: जिबड़ (जीभ)
व्याख्या: हमारी जीभ हमेशा ताजा और चलायमान रहती है। यह कभी सूखती नहीं और न ही सड़ती है, इसलिए इस पहेली का उत्तर जीभ है।
4. सरग नजर
हिंदी अनुवाद: जिसकी नजर हमेशा आसमान की ओर रहती है
पहेली का हल: उरख्यलि या ऊखल (ओखली)
व्याख्या: ओखली का ऊपरी भाग हमेशा ऊपर की तरफ रहता है, इसलिए इसे सरग (आसमान) की नजर वाला कहा गया है।
5. काव् भूतौक को सफेद गिच्च
हिंदी अनुवाद: काले भूत के सफेद होंठ
पहेली का हल: माँस (उरद) का दान
व्याख्या: यह पहेली उरद के सफेद दानों को लेकर कही गई है, जो काले दिखने वाले होते हैं, और उनके अंदर सफेद बीज होते हैं।
6. मुट्ठी में अटाँछ, देलि नि अटान
हिंदी अनुवाद: मुट्ठी के अंदर आ जाता है, पर द्वार से अंदर नहीं आ पाता
पहेली का हल: छत्त, छात (छतरी)
व्याख्या: छतरी मुट्ठी में समा जाती है, लेकिन जब उसे फैलाया जाता है तो यह दरवाजे के अंदर नहीं आ पाती।
7. काठकि घोड़ि लुवकि लगाम, उ में भैट फुरकिया पधान
हिंदी अनुवाद: काठ की घोड़ी, लोहे की लगाम और उस पर एक हल्की सवारी
पहेली का हल: ताव-चाबि (दरवाजे का ताला और उसकी चाबी)
व्याख्या: ताला और चाबी के रूपक का इस्तेमाल किया गया है, जहां ताला काठ की घोड़ी है और चाबी हल्की सवारी के रूप में है।
निष्कर्ष:
कुमाऊँनी पहेलियाँ हमारी लोक संस्कृति और बुद्धिमानी की पहचान हैं। इन पहेलियों को हल करना जहाँ मजेदार होता है, वहीं यह हमारी भाषा और समाज की समझ को भी मजबूत करता है। इन पहेलियों में ज्ञान और मौखिक परंपराओं का संगम मिलता है, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं।
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