उत्तरकाशी जिले की जलवायु और जल स्रोत पीडीएफ के साथ - The climate and water sources of Uttarkashi district are included in the PDF.

उत्तरकाशी जिले की जलवायु और जल स्रोत

उत्तरकाशी, उत्तराखंड का एक खूबसूरत जिला है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, जल स्रोतों और अद्वितीय जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की झीलें, तालाब, जलप्रपात, और नदियाँ इस क्षेत्र की भौगोलिक विविधता को दर्शाती हैं। आइए, उत्तरकाशी जिले के प्रमुख जल स्रोतों पर एक नज़र डालते हैं।

प्रमुख झीलें और तालाब

  1. बया ताल
    इसे फाचकण्डी ताल भी कहते हैं। यह उबलते पानी की ताल है, जो प्राकृतिक गर्म जल का एक अद्वितीय स्रोत है।

  2. भराड़सर ताल
    यह ताल 16,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, और यहाँ का नजारा अद्भुत है।

  3. रस्याड़ाताल
    खाई के ओसला गांव से स्वर्गारोहणी बुग्याल के मध्य स्थित यह ताल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है।

  4. केदारताल
    यह ताल गंगोत्री से 18 किमी दूर थलैयासागर पर्वत श्रृंखला के निकट है, और यहाँ का वातावरण शांति और सुकून प्रदान करता है।

  5. सातताल
    हरसिल से थराली गांव की खड़ी चढ़ाई पार करने पर भोज वृक्षों के मध्य यह रमणीक स्थल है।

  6. नचिकेता ताल
    लम्बगांव मार्ग पर चौरंगीखाल में स्थित इस ताल के तट पर एक प्राचीन मंदिर भी है।

  7. डोडीताल
    गंगोत्री के निकट स्थित इस ताल की खूबसूरती देखने लायक है।

  8. सरूताल
    सर–बडियार पट्टी में स्थित यह ताल स्थानीय लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।

  9. सहस्त्रताल
    कल्याणी मार्ग में स्थित, इसके निकट मातृताल, लिंग ताल, लांबा ताल, एवं भोमुखताल भी हैं।

प्रमुख कुण्ड

  • ब्रह्म कुण्ड
  • विष्णु कुण्ड
  • रूद्र कुण्ड
  • सूर्य कुण्ड
  • कमलेश्वर महादेव कुण्ड
  • सहस्त्रबाहु महादेव कुण्ड
  • रिगदू पाणी कुण्ड
  • केदार कुण्ड

प्रमुख जलप्रपात

  1. भटवाड़ी जलप्रपात
    भटवाड़ी में भागीरथी नदी पर स्थित यह जलप्रपात अपनी ऊँचाई और सौंदर्य के लिए जाना जाता है।

  2. बरसू जलप्रपात
    यह जलप्रपात बरसू में स्थित है और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

  3. खेड़ी जलप्रपात
    कृत्रिम रूप से मनेरी परियोजना के कारण निर्मित यह जलप्रपात अद्वितीय है।

  4. मन्दाकिनी प्रपात
    यह जलप्रपात हर्षिल के निकट गंगोत्री मार्ग पर स्थित है।

प्रमुख नदियाँ

  • गंगा और यमुना:
    ये दोनों नदियाँ उत्तरकाशी जिले में ही उद्गमित होती हैं, और चार धामों में से दो धाम इस जिले में हैं।

  • टोंस नदी:
    रुपिन और सूपिन नदियों के संगम से बनने वाली यह नदी, अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है।

  • कमल नदी:
    इसे स्थानीय लोग कमोल्ड नाम से पुकारते हैं। यह पुरोला विकासखण्ड में प्राकृतिक जल स्रोत से निकलती है।

  • केदारगंगा:
    केदारताल से निकलकर भागीरथी में सम्मिलित होती है।

  • रुद्रगंगा:
    रुद्रगेरा हिमनद से निकलकर गंगोत्री में भागीरथी में मिल जाती है।

  • जाह्नवी नदी:
    इसे जाड़ गंगा भी कहा जाता है। यह भैरोंघाटी में भागीरथी में मिलती है।

  • असीगंगा:
    यह डोडीताल से निकलकर भागीरथी में सम्मिलित होती है।

  • हनुमान गंगा:
    यह खरसाली में यमुना में शामिल हो जाती है।

उत्तरकाशी जिले के जल स्रोतों से संबंधित सामान्य प्रश्न

1. उत्तरकाशी जिले में प्रमुख झीलें कौन-कौन सी हैं?

  • बया ताल: उबलते पानी की ताल, जिसे फाचकण्डी ताल भी कहा जाता है।
  • भराड़सर ताल: 16,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित।
  • रस्याड़ाताल: ओसला गांव और स्वर्गारोहणी बुग्याल के मध्य।
  • केदारताल: गंगोत्री से 18 किमी दूर थलैयासागर पर्वत श्रृंखला के निकट।
  • सातताल: हरसिल से थराली गांव की चढ़ाई के मध्य स्थित।
  • नचिकेता ताल: चौरंगीखाल में, ताल के तट पर एक मंदिर भी है।
  • डोडीताल: गंगोत्री के निकट।
  • सरूताल: सर-बडियार पट्टी में।
  • सहस्त्रताल: कल्याणी मार्ग पर स्थित, इसके निकट मातृताल, लिंग ताल, लांबा ताल, और भोमुखताल हैं।

2. उत्तरकाशी जिले के प्रमुख जलप्रपात कौन-कौन से हैं?

  • भटवाड़ी जलप्रपात: भटवाड़ी में भागीरथी पर।
  • बरसू जलप्रपात: बरसू में स्थित।
  • खेड़ी जलप्रपात: कृत्रिम रूप से मनेरी परियोजना के कारण निर्मित।
  • मन्दाकिनी प्रपात: हर्षिल के निकट गंगोत्री मार्ग पर।

3. उत्तरकाशी जिले में कौन सी प्रमुख नदियाँ हैं?

  • गंगा और यमुना: इनका उद्गम उत्तरकाशी जिले में होता है।
  • टोंस नदी: रुपिन और सूपिन नदियों से बनने वाली नदी।
  • कमल नदी: इसे स्थानीय लोग कमोल्ड कहते हैं, जो पुरोला विकासखण्ड में निकलती है।
  • केदारगंगा: केदारताल से भागीरथी में मिलती है।
  • रुद्रगंगा: रुद्रगेरा हिमनद से निकलकर गंगोत्री में मिलती है।
  • जाह्नवी नदी: जिसे जाड़ गंगा भी कहा जाता है।
  • असीगंगा: डोडीताल से निकलकर भागीरथी में मिलती है।
  • हनुमान गंगा: खरसाली में यमुना में शामिल होती है।

4. उत्तरकाशी जिले के प्रमुख ग्लेशियर्स कौन से हैं?

  • गंगोत्री ग्लेशियर: गंगा नदी का उद्गम स्थल, राज्य का सबसे लम्बा ग्लेशियर।
  • यमुनोत्री ग्लेशियर
  • बंदरपूंछ ग्लेशियर
  • डोरियानी ग्लेशियर
  • चतुरंगी ग्लेशियर
  • खिमलोगा ग्लेशियर
  • चांग-थांग ग्लेशियर

5. क्या उत्तरकाशी जिले की जलवायु का कोई विशेष महत्व है?

हाँ, उत्तरकाशी की जलवायु यहाँ के जल स्रोतों, जैव विविधता और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। यहाँ के प्राकृतिक जल स्रोत धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं।

निष्कर्ष

उत्तरकाशी जिले की जलवायु और जल स्रोत इसे पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनाते हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व से भरे ये जल स्रोत पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यदि आप प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिकता की खोज में हैं, तो उत्तरकाशी आपकी यात्रा सूची में अवश्य होना चाहिए।

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