झंगोरा: उत्तराखंड का अनमोल अनाज - Jhangora: The precious grain of Uttarakhand

झंगोरा: उत्तराखंड का अनमोल अनाज

उत्तराखंड की समृद्ध कृषि परंपरा में झंगोरा, जिसे हिंदी में सांवा या बार्नयार्ड बाजरा कहा जाता है, एक अनमोल स्थान रखता है। यह अनाज न केवल स्थानीय आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि इसकी विशेष पोषण गुणवत्ता और स्वास्थ्य लाभ भी इसे खास बनाते हैं।

झंगोरा का परिचय

झंगोरा एक प्रकार का बाजरा है, जिसे हिमालयी क्षेत्रों में उगाया जाता है। यह एक ग्लूटेन-मुक्त अनाज है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके पोषण मूल्य के कारण, यह पारंपरिक भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है, खासकर उत्तराखंड और कुमाऊं क्षेत्र में। झंगोरा को व्रत और त्योहारों के दौरान भी विशेष रूप से उपयोग किया जाता है, क्योंकि यह ऊर्जा और ताजगी प्रदान करता है।

झंगोरा के पोषण लाभ

  1. ग्लूटेन-मुक्त: झंगोरा उन लोगों के लिए आदर्श है जो ग्लूटेन से बचते हैं। यह पाचन में सहायता करता है और शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है।

  2. पोषक तत्वों से भरपूर: इसमें प्रोटीन, फाइबर, और विभिन्न विटामिन और खनिज होते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

  3. वजन प्रबंधन: झंगोरा उच्च फाइबर सामग्री के कारण लंबे समय तक तृप्ति का एहसास कराता है, जिससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।

  4. एंटीऑक्सीडेंट गुण: इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।

झंगोरा का उपयोग

झंगोरा का उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। इसे खीर, उपमा, और चावल की तरह भी पकाया जा सकता है। उत्तराखंडी संस्कृति में झंगोरा की खीर एक लोकप्रिय मिठाई है, जो त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाई जाती है।

झंगोरा की खीर की रेसिपी

झंगोरा की खीर एक सरल और स्वादिष्ट मिठाई है, जिसे आसानी से बनाया जा सकता है। इसके लिए आवश्यक सामग्री और विधि निम्नलिखित है:

सामग्री:

  • 1 कप झंगोरा
  • 2 कप गाढ़ा दूध
  • 3 लीटर पूर्ण वसा वाला दूध
  • केवड़ा एसेंस की 2 बूंदें
  • केसर की एक छोटी चुटकी
  • 1 बड़ा चम्मच कटे हुए काजू
  • 1 बड़ा चम्मच कटे हुए बादाम
  • 1 बड़ा चम्मच किशमिश

विधि:

  1. झंगोरा को धोकर एक घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
  2. एक मोटे तले वाले बर्तन में दूध को उबालें। लगातार हिलाते रहें ताकि दूध जल न जाए।
  3. उबालने पर एक चुटकी केसर डालें और मध्यम आंच पर पकने दें।
  4. झंगोरा डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। 10 मिनट बाद, गाढ़ा दूध या चीनी मिलाएं।
  5. काजू, बादाम, और किशमिश मिलाएँ।
  6. केवड़ा एसेंस डालकर 8 से 10 मिनट तक पकाएँ।
  7. गरम या ठंडा परोसें।

निष्कर्ष

झंगोरा उत्तराखंड का एक अनमोल अनाज है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद और पौष्टिक है। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप न केवल स्वास्थ्य लाभ उठा सकते हैं, बल्कि इसे विविध प्रकार के व्यंजनों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। झंगोरा का प्रयोग करके बनाए गए व्यंजन न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि आपके परिवार और दोस्तों के लिए एक अनूठा अनुभव भी प्रदान करते हैं।

यदि आप भी झंगोरे के पोषण लाभ और इसकी विभिन्न रेसिपीज़ के बारे में जानना चाहते हैं, तो इसे अपने आहार में शामिल करें और इसके स्वास्थ्य लाभों का आनंद लें।

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