इगास पर्व की शायरी
दीपों की जगमग से इगास सजी, हर कोने में पर्व की रौनक बसी, गाय-बैलों की पूजा और भैलो नृत्य, पहाड़ों में बसी हमारी संस्कृति का उत्सव यही। 🌟 |
इगास की रोशनी, पर्व का प्यार, मधुर पकवानों की सजी हुई थाल, हर दिल में बसे माधो सिंह की वीरता का ज़िक्र, इस पर्व से पहाड़ों की महक है हर बार। 🏞️ |
भैला की रोशनी में उजाला है, सजे पर्व में हर घर का बाला है, देवताओं का आशीर्वाद और माधो सिंह की याद, इगास पर्व में हर खुशी का प्याला है। ✨ |
पर्वतों में गूंजे भैलो के गीत, इगास में मिलती परंपराओं की प्रीत, हर घर में जगमग, हर दिल में खुशी, ये इगास की रात, है प्रेम की जीत। |
दीपावली शायरी "दीप जलें और रोशन हो जहाँ, साथ हो अपनों का और खुशियों की हो उड़ान। ये दीपावली लाए नई रोशनी हर किसी की राह में, सजे घर-आँगन और मन में हो मिठास का अंबार।" |
इगास बग्वाल शायरी "इगास बग्वाल की है धूम चारों ओर, भैलो की रौनक से जगमग हर एक छोर। पहाड़ों की संस्कृति में बसी है ये मिठास, नाचे-गाएँ, मनाएँ उत्सव हर दिल हो खास।" |
माता रानी शायरी "जिसने पाया है माता का प्यार, उसे मिला है जग में सबसे बड़ा उपहार। रहमतों से झोली उनकी सदा भरी रहे, माता रानी की कृपा से हर मुराद पूरी रहे।" |
गणेश जी शायरी "गणपति बप्पा का ऐसा है साथ, हर मुश्किल हो जाती है सरल और आसान। जीवन में भरते हैं सुख-समृद्धि का उजाला, हे गणेश जी, हम पर बनाए रखना अपना हाथ।" |
प्रेरणा शायरी "चलते रहो उन राहों पर, जहां मंजिल की रौशनी दिखे, हर मुश्किलों के पार, एक नई उम्मीद की किरण फूटे। गिरकर उठना और आगे बढ़ना ही ज़िंदगी है, हर कदम पर मिलेगा वही जो तेरे दिल के करीब है।" |
प्यार शायरी "हर रात तुम्हारे ख्वाब में ही गुज़र जाती है, ये दिल हर पल बस तुम्हें ही पुकारता है। तुमसे मिलने की आरज़ू में बसा है ये जहाँ, इश्क में डूबी हुई ये मेरी हर सांस कह जाती है।" |
सफलता शायरी "रख हौसला वो मंज़र भी आएगा, प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा। थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर, मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा।" |
उम्मीद शायरी
"तूफ़ानों से लड़कर हमने किनारा पाया है,
उम्मीदों के दीप से अंधेरों को मिटाया है।
हार नहीं मानी, चलते रहे हर मोड़ पर,
तभी तो मुकाम को हमने गले से लगाया है।"
दोस्ती शायरी "दोस्त वो नहीं जो हर ग़म में साथ हो, दोस्त वो है जो हर खुशी में आपके साथ हो। सच्ची दोस्ती का हर रिश्ता है अनमोल, जिसके बिना हर दिन लगे जैसे कोई भोल।" |
जीवन शायरी
"ज़िंदगी एक सफर है सुहाना,
यहाँ हर किसी का अपना है फसाना।
हँसी, ग़म, खुशी, और दर्द सब हैं यहाँ,
चलो इसे मुस्कुराते हुए जी लें जहाँ।"
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